नीतीश ने अनुच्छेद 370 को कायम रखे जाने का समर्थन करते हुए भाजपा पर देश को फिर से विभाजन रेखा पर लाने का प्रयास करने का आरोप लगाया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि धारा 370 पर चर्चा की कोई जरूरत नहीं है. मैं अनुच्छेद 370 का समर्थक हूं और यह कायम रहना चाहिए. जम्मू-कश्मीर की विशिष्ट परिस्थिति है. इसलिए वहां 370 लगाया गया. संविधान के अनुच्छेद 370 को देश की जनता ने स्वीकार किया है. इस पर न तो चर्चा की आवश्यकता है और न ही इसे बदलने की जरूरत है. ये बातें मुख्यमंत्री ने सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहीं.
नीतीश ने कहा कि देश को एक बार पुन: विभाजन रेखा पर लाने का प्रयास हो रहा है. ये लोग भावना भड़का रहे हैं. इससे समस्या बढ़ेगी. सरदार वल्लभ भाई पटेल ने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था. उन्होंने कहा कि बहस के कई मुद्दे हैं. देश की आर्थिक नीति एवं विकास के किन कार्यक्रमों को लागू किया जाय, इस पर वाद-विवाद होना चाहिये, जो क्षेत्र विकास से दूर रहे गये हैं उनके विकास पर चर्चा होनी चाहिए न की 370 पर. हमने तो 1996 में ही यह शर्त रखी थी कि धारा 370 को हटाने की बात नहीं की जाएगी और न ही कामन सिविल कोड थोपा जाएगा. अयोध्या मामला न्यायालय के निर्णय से आपसी सहमति से सुलझाया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल आजादी के नायकों में से एक हैं. कुछ लोगों को उनकी याद आज आ रही है. आरएसएस पर प्रतिबंध सरदार पटेल ने लगाया था. आजादी की लड़ाई एवं देश के नवनिर्माण में सरदार वल्लभ भाई पटेल का अहम योगदान रहा. पटेल साहब राष्ट्र के नेता थे. उन्होंने आरएसएस पर प्रतिबंध शर्तों के साथ हटायी थी.
सरदार पटेल की जयंती बिहार में कई-कई दिनों तक मनाई जाती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में जदयू के 27 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. दिल्ली में हमलोग सरकार बनाने की स्थिति में नहीं हैं पर बिहार, उत्तर प्रदेश एवं पूर्वाचल के लोगों के पक्ष में काम करेंगे. उन्होंने कहा कि अधिकार रैली को लेकर जदयू नेताओं ने सघन जन-सम्पर्क अभियान चलाया था, इससे बिहार की जनता का संगठनात्मक सम्पर्क हुआ. मैंने कुछ जगहों पर जाकर चुनाव प्रचार किया. बिहार एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग मतदाता बने हैं, वे मतदान में उत्साह के साथ शिरकत करेंगे.
उन्होंने कहा कि प्रचार के दौरान मैंने कहा था कि हम दिल्ली आ गये तो जायेंगे नहीं, यहीं जम जायेंगे. ऐसी नीतियां बनें कि दिल्ली में रह रहे गरीबों का विकास हो, दिल्ली में गरीबों के विकास के लिये मैंने जदयू के पक्ष में वोट मांगा. हमलोग विकास के काम को आगे बढ़ायेंगे.
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