कश्मीर मुद्दे पर कभी भी जंग छिड़ सकती है : शरीफ - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

बुधवार, 4 दिसंबर 2013

कश्मीर मुद्दे पर कभी भी जंग छिड़ सकती है : शरीफ

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि कश्मीर एक ऐसा मुद्दा है, जिसपर किसी भी वक्त पाकिस्तान और भारत के बीच चौथी जंग छिड़ सकती है। शरीफ ने कश्मीर मुद्दे के जल्दी हल की मांग करते हुए यह भी कहा है कि उनका सपना भारतीय कश्मीर को आजाद देखने का है और उन्हें उम्मीद है कि यह उनकी जिंदगी में हो जाएगा।
      
दैनिक डॉन की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने पाक अधिकत आजाद जम्मू-कश्मीर परिषद के बजट सत्र को संबोधित करते हुए कहा, कश्मीर एक फ्लैशप्वाइंट है और यह किसी भी वक्त दो परमाणु शक्तियों के बीच चौथी जंग छेड़ सकता है।
      
शरीफ के कार्यालय से कल रात जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में उपरोक्त बयान शामिल नहीं था। बहरहाल, बयान में शरीफ के हवाले से कहा गया था कि कश्मीर मुददे का हल अवाम की ख्वाहिशों और संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के मुताबिक किया जाना चाहिए क्योंकि उसके बगैर इलाके में अमन मुमकिन नहीं है। बयान में कहा गया है, प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका ख्वाब कश्मीर को हिंदुस्तानी कब्जे से मुक्त देखने का है और उन्होंने ख्वाहिश जाहिर की कि यह ख्वाब उनकी जिंदगी में हकीकत बन सकता है। भारत के साथ पाकिस्तान के रिश्तों पर शरीफ ने अपना आरोप दोहराया कि यह भारत है जो हथियारों की होड़ में लगा है।
      
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया, भारत ने हमें हथियारों की होड़ में घसीटा है। शरीफ ने दावा किया, अगर हमारे पास कोई विकल्प होता, हम ये खर्च सामाजिक क्षेत्र विकास एवं गरीबी हटाने में करते। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने नियंत्रण रेखा पर हालात में सुधार पर संतोष जताया।

कोई टिप्पणी नहीं: