दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में लोगों की समस्याओं और शिकायतों के समाधान के लिए एक प्रणाली का गठन करने के लिए 10 दिन का समय मांगा है। केजरीवाल ने कहा कि वह एक प्रणाली विकसित हो जाने के बाद ही उनसे मिलने आए लोगों के प्रार्थना पत्रों को स्वीकार करेंगे।
उन्होंने कहा, मैं आपको झूठा दिलासा नहीं देना चाहता हूं। हम समस्याओं के समाधान के लिए एक प्रणाली विकसित कर लेने के बाद ही प्रार्थना पत्रों को स्वीकार करेंगे। केजरीवाल ने उनके आवास पर बड़ी संख्या में एकत्र हुए लोगों से कहा कि उन्हें ऐसी प्रणाली विकसित करने के लिए लोगों का समर्थन चाहिए और उनके समर्थन के बिना वह समस्याओं को सुलझा नहीं पाएंगे।
उन्होंने कहा, हमने अभी-अभी सत्ता संभाली है। हमें आपकी समस्याओं को सुलझाने के लिए एक प्रणाली विकसित करने में सात से 10 दिन का समय लगेगा। नगर निगमों और डीटीसी में संविदा पर काम करने वाले कर्मचारी इन संगठनों में संविदा प्रणाली समाप्त करने की अपनी मांग को लेकर केजरीवाल के पास आए थे। उन्होंने मांग की कि कई सालों से काम कर रहे कर्मचारियों को स्थायी बनाया जाना चाहिए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें