बिहार के औरंगाबाद में मंगलवार को नक्सली हमले में सात पुलिसकर्मी शहीद हो गए. यह हमला बिहार-झारखंड बॉर्डर के पास थंडवा थाने के नबीनगर इलाके में हुआ. शहीद हुए सात पुलिसकर्मियों में एसएचओ भी शामिल हैं. धमाका करने के बाद नक्सली वहां से भाग निकले.
बिहार पुलिस के डीजीपी के मुताबिक ये घटना औरंगाबाद के नबीनगर और टंडवा के बीच शंकरपुर गांव के पास हुई है जहां पक्की सड़क पर आईडी लगाकर नक्सलियों ने इस विस्फोट को अंजाम दिया था.
इस हमले में पुलिस गश्ती दल के परखच्चे उड़ गए हैं, डीजी पुलिस के मुताबिक शायद उनके शवों की पहचान भी मुश्किल होगी. विस्फोट की जानकारी पुलिस को गांववालों ने दी क्योंकि इस हमले में किसी पुलिसावाले के बचने की संभावना नहीं के बराबर है. टंडवा थानाप्रभारी क्राइम मीटिंग के बाद लौट रहे थे तभी ये घटना हुई है. आईजी पटना रेंज, डीआईजी मगध रेंज, एसएसपी औरंगाबाद घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं.
नक्सली हमले के साथ ही बिहार में इसपर राजनीति भी तेज हो गई है, आरजेडी और बीजेपी ने नीतीश कुमार का इस्तीफा मांगा है. बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार शासन करने का नैतिक अधिकार खो चुके हैं इसलिए उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए. वहीं आरजेडी महासचिव रामकृपाल यादव ने भी कहा कि लगातार हो रहे नक्सली हमले से साफ है कि मुख्यमंत्री का प्रशासन से नियंत्रण खत्म हो गया है, ऐसे में उन्हें तुंरत मुख्यमंत्री पद छोड़ देना चाहिए.
गौरतलब है कि 30 नवंबर को भी बिहार के मुंगेर जिले में नक्सली हमला हुआ था. जमालपुर रेल स्टेशन से ठीक पहले चलती ट्रेन पर नक्सलियों ने हमला कर दिया था. उस वारदात में तीन पुलिस जवान मारे गए थे, जबकि तीन अन्य जवान और एक यात्री भी घायल हो गया था.
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