बीजेपी के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने रविवार को जम्मू की बहुचर्चित रैली में केंद्र सरकार पर जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी ताकतों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। मोदी ने जम्मू-कश्मीर की मौजूदा हालत के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि 60 सालों के इतिहास से पता चलता है कि जम्मू कश्मीर को लेकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की सोच सही थी। पंडित नेहरू ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी की बात को नजरंदाज किया।
मोदी ने केंद्र के साथ राज्य की उमर सरकार पर भी निशाना साधा। मोदी ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को जो अधिकार हासिल हैं, वह उनकी बहन सारा को हासिल नहीं हैं। मोदी ने कहा, 'सारा ने कश्मीर के बाहर शादी की और उसके सारे अधिकार छीन लिए गए। जो अधिकार उमर को मिलते हैं, वह उनकी बहन सारा को भी मिलने चाहिए।'
मोदी ने केंद्र सरकार पर धारा 370 पर चर्चा न करने का आरोप लगाया। उन्होंने जवाहर लाल नेहरू का जिक्र करते हुए कहा था उन्होंने भी कहा था यह एक दिन खत्म हो जाएगी, लेकिन केंद्र सरकार इस पर चर्चा करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा, 'जम्मू में धारा 370 का भी इस्तेमाल हो रहा है। समय की मांग है कि जनता की भलाई को देखते हुए इस पर चर्चा हो। पंडित नेहरू ने कहा था यह धारा समय रहते घिसते घिसते घिस जाएगी। लेकिन सरकार इस पर चर्चा तक को तैयार नहीं है। धारा 370 का उपयोग कवच के तौर पर हो रहा है। इसे सांप्रदायिकता के गहने पहना दिए गए हैं।'
मोदी ने अपने भाषण में पाकिस्तानी जेल में मारे गए चमेल सिंह का भी जिक्र किया और इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा,'पाकिस्तान में दो घटनाएं घटीं। एक की तरफ मीडिया का ध्यान गया, लेकिन दूसरी घटना को भुला दिया गया। पाकिस्तान की जेलों में हिंदुस्तान के दो बेगुनाह नौजवान बंद थे। एक पंजाब के थे सरबजीत और दूसरे हमारे जम्मू के चमेल सिंह। जिस जेल के अंदर सरबजीत को मारा गया, जिस तरीके से मारा गया, वैसे ही उस जेल में एक हफ्ते पहले चमेल सिंह को मारा गया था। सरकार एक हफ्ते पहले जाग जाती तो सरबजीत आज जिंदा होते।'
मोदी ने केंद्र सरकार पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा,'दिल्ली की सरकार सोई हुई है। ऐसी गहरी नींद में सोए हैं कि लगता है 2014 में भी सोते ही रहेंगे। जागने की संभावना बची नहीं है। सरकार ने जवाबों से बचने के लिए सेक्युलरिज्म की जड़ी बूटी खोज ली है। इस पर बोलो सारे पाप माफ।'
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