पश्चिमी अफ्रीकी देश टोगो की जेल में कैद भारतीय नाविक सुनील जेम्स को रिहा कर दिया गया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्वीट करके इसकी जानकारी दी. उन्होंने ये भी बताया कि जेल में बंद कैप्टन विजयन को भी रिहा कर दिया गया है.
मुंबई के रहने वाले वाले सुनील जेम्स पिछले छह महीनों से टोगो की जेल में बंद थे. 2 दिसंबर को उनके ग्यारह महीने के बेटे की मौत हो गई थी. जेम्स के इंतजार में बेटे का अंतिम संस्कार भी नहीं किया गया है. आज ही वह टोगो से भारत रवाना होंगे. मुंबई पहुंचने के बाद ही उनके बेटे का अंतिम संस्कार होगा.
जेम्स का यूके की एक शिपिंग कंपनी के साथ चार महीने का करार था. अगस्त में उनकी वापसी होनी थी, लेकिन 16 जुलाई को टोगो की पुलिस ने समुद्री लुटेरों को शरण देने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर लिया था. पिछले कई दिनों से परिजन भी जेम्स की रिहाई के लिए भारत सरकार से फरियाद लगा रहे थे. बुधवार को बीजेपी, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस समेत कुछ अन्य दलों के सदस्यों ने अमेरिका में भारतीय डिप्लोमैट देवयानी की गिरफ्तारी के साथ-साथ सुनील जेम्स का भी मुद्दा उठाया था. उन्होंने जेम्स की तुरंत रिहाई और दूसरे देशों में भारतीयों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की.
जेम्स के विषय को उठाते हुए सुषमा ने कहा था कि भारतीय मछुआरों की हत्या के आरोपी इटली के दो नौसैनिकों को जब वोट डालने के लिए अपने देश जाना होता है, तब हमारी अदालत वोट डालने के अधिकार का सम्मान करती है. लेकिन 11 महीने के बच्चे का अंतिम संस्कार करने जैसे मानवीय विषय पर सुनील जेम्स को आने नहीं दिया जा रहा है. कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने कहा कि जेम्स उनके क्षेत्र से आते हैं. सुनील ने टोगो प्रशासन को जल दस्युओं के बारे में सूचना दी. लेकिन उनकी प्रशंसा करने की बजाए छह महीने से उन्हें जेल में बंद करके रखा गया है. निरूपम ने कहा कि प्रधानमंत्री इस बारे में टोगो के राष्ट्रध्याक्ष से स्वयं बात करें, विदेश मंत्री बात करें और सुनील जेम्स को सुरक्षित लाने की व्यवस्था हो.
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