भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आम आदमी पार्टी (आप) के सरकार बनाने के फैसले के बाद आरोप लगाया है कि उसने दिल्ली की जनता को धोखा दिया है। आप ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने की घोषणा की है। भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हर्षवर्धन ने कहा कि आप ने कांग्रेस का समर्थन लेकर यह साबित कर दिया कि यह सत्ता की भूखी है।
हर्षवर्धन ने कहा, "आप ने भ्रष्टाचार विरोधी घोषणा-पत्र के साथ चुनाव लड़ा और अब इसने उस पार्टी से समर्थन लिया है जिसे दिल्ली की जनता ने पूरी तरह से नकार दिया है। इसने साबित किया है कि आप सत्ता की भूखी है। यह दिल्ली की जनता की इच्छा के साथ धोखा है।"
भाजपा दिल्ली में 31 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी थी, लेकिन बहुमत पाने से चूक गई। आप 28 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही है। भाजपा के सरकार न बनाने के फैसले के बाद आप ने दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग से कहा कि उसे सरकार बनाने के मुद्दे पर किसी निर्णय पर पहुंचने के लिए 10 दिनों का समय दिया जाए। उसके बाद आप ने एक व्यापक रायशुमारी के तहत जनता से पूछा कि क्या अल्पमत की सरकार बनाई जाए या नहीं।
आप द्वारा जनमत संग्रह कराने की आलोचना करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि कुछ लोगों की राय लाखों के जनादेश का स्थान नहीं ले सकती। भाजपा नेता ने कहा, "दिल्ली की लगभग 70 फीसदी जनता ने अपना जनादेश दिया और अपने जनप्रतिनिधि चुना और आप सड़क पर कुछ लोगों से जनादेश की मांग कर रहे हैं जो कि लोकतंत्र के वास्तविक आयाम का अपमान है।"
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