- विश्वजीत कुमार बने राष्ट्रीय महासचिव, 11 फरवरी को संसद का होगा धेराव, पूरे देश में 8 जनवरी को विधानसभा मार्च का फैसला, 19 दिसंबर को राष्ट्रव्यापी प्रदर्षन करेंगें छात्र
पटना, 3 दिसंबर 2013। एआईएसएफ का 28 वां राष्ट्रीय सम्मेलन हैदराबाद के उस्मानिया विष्वविद्यालय के सी. चंद्रप्पन सभागार में 28 से 30 नवंबर को संपन्न हुआ। सम्मेलन में षिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ संधर्ष तेज करने का आह्वान किया गया। सम्मेलन में बिहार से 65 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। जिसमें बड़ी संख्या में छात्राएं शामिल रही।
सम्मेलन में बिहार के विष्वजीत कुमार को राष्ट्रीय महासचिव सर्वसम्मति से चुना गया। वहीं एआईएसएफ बिहार के राज्य सचिव सुषील कुमार, उपाध्यक्ष मृत्यंुजय मृणाल, सह सचिव पीयूष रंजन झा को राष्ट्रीय कार्यकारिणी तथा राज्य अध्यक्ष परवेज आलम, पुसु महासचिव अंषु कुमारी, निषा कुमारी को राष्ट्रीय परिषद में चुना गया। 85 सदस्यीय एआईएसएफ की नवगठित राष्ट्रीय परिषद ने समान षिक्षा को लेकर पूरे देष में संधर्ष तेज करने का निर्णय लिया। 11 फरवरी को संसद का धेराव करने देष के कोने-कोने से छात्र दिल्ली पहुंचेगें। वहीं 8 जनवरी 2014 को सभी राज्यों में शैक्षिक सवालों को लेकर विधानसभा मार्च का फैसला लिया गया। 19 दिसंबर को छात्र, शहीद अषफाक उल्ला खां-राम प्रसाद विस्मिल के शहादत दिवस पर सांप्रदायिकता विरोधी दिवस मनाते हुए राष्ट्रव्यापी प्रदर्षन करेगें।
सम्मेलन में 33 सदस्यीय कार्यकारिणी एवं 9 सदस्यीय सचिव मंडल का गठन किया ग़या। जिसमें आंध्र प्रदेष के सैयद बली उल्ला कादरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष, महाराष्ट्र के पंकज चैहान को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, केरल के के.संदीप, दिल्ली के अमित कुमार, हरियाणा के रौषन सुचान को राष्ट्रीय सचिव एवं पंजाब के विक्की कुमार को राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष चुना गया। राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने गये छात्र-छात्राओं का दल कल 2 दिसंबर को देर रात ट्रेन से पटना पहुंचेगा।
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