देश के 27 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के करीब आठ लाख कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी और अन्य मांगों के समर्थन में आज एक दिन की हड़ताल से बैंकिंग गतिविधियां पूरी तरह ठप रहीं।
बैंक कर्मचारियों के राष्ट्रीय संगठन के महासचिव अश्विनी राणा ने बताया कि प्रबंधकों के अडियल रवैये की वजह से हड़ताल करनी पडी। उन्होंने कहा कि भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के साथ कई दौर की बातचीत के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला।
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के संयोजक सी एचवेंकचलम ने कहा कि सभी नौ बैंक यूनियनों के कर्मचारी और अधिकारी आज हडताल पर हैं। बैंकों में हड़ताल की वजह से चैक क्लीरियेंस, धन जमा कराने, निकालने का कामकाज पूरी तरह ठप रहा।
राणा ने कहा कि कई बार की बातचीत के बावजूद आईबीए केवल पांच प्रतिशत वेतन बढाने के लिए राजी हुआ था, जो कर्मचारियों को स्वीकार नहीं था। उन्होंने कहा कि पिछले साल नवंबर से ही बैंक कर्मचारियों के वेतनमान में पुनरीक्षण लंबित है।
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