बिहार : अब तो क्रिसमस यूनिर्वसल हो गया हैः पूनम देवी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 15 दिसंबर 2013

बिहार : अब तो क्रिसमस यूनिर्वसल हो गया हैः पूनम देवी

bihar-chirstmus
पटना। आज अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ के तत्तावधान में ख्रीस्त जयंती मिलन समारोह मनाया गया। इसमें भारी संख्या में लोग शिरकत किये। मौके पर ख्रीस्त जयंती की और नूतन वर्ष की शुभकामनाएं दी गयी। पटना महाधर्मप्रांत के विकर जनरल फादर देवासिया मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि विधायिका पूनम देवी थीं।

अपने संभाषण में विधायिका पूनम देवी ने कहा कि ईसा मसीह का जन्म दिवस को क्रिसमस कहा जाता है। इसे हम बड़ा दिन भी कहते हैं। पहले यह त्योहार ईसाईयों तक ही सिमट कर रह जाता था। अब तो यूनिर्वसल हो गया है। लाल कपड़े पहले सांता क्लॉज का सीधे घरों में प्रवेश हो गया है। बच्चे उपहार देने की मांग करने लगते हैं। वहीं क्रिसमस को कारोबार के रूप में भी तब्दील कर दिया गया है। अब तो क्रिसमस और न्यू ईयर सभी लोग मनाने लगे हैं। प्रारंभ में होली के द्वितीय दिन को नववर्ष के रूप में मनाते थे। अब सभी लोग फस्ट जनवरी को ही हैप्पी न्यू ईयर बना लेते हैं। अब धर्म बाधक नहीं बन रहा है। इस अवसर पर विधायिका ने कहा कि आपकी समस्याओं के प्रति सचेष्ट हैं। ईसाई बहुल्य क्षेत्र फेयरफिल्ड कॉलोनी और न्यू पाटलिपुत्र कॉलोनी की जल जमाव और रोड निर्माण की समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा। ठीक ढंग से मालूम नहीं कि टेंडर निकल गया है अथवा टेंडर निकलने पर है। 

bihar-chirstmus
इस अवसर पर स्टेला साह, आशा पीटर,शोभा रंजन,एग्नेस जेर्मी,बौना रिचर्ड,सोनी कुमारी आदि को उपहार देकर सम्मानित किया गया। इनको धार्मिक एवं सामाजिक कार्य करने के लिए उपहार दिया गया। पटना महाधर्मप्रांत के विकर जनरल और समारोह के मुख्य अतिथि फादर देवासिया ने कहा कि हमलोगों को एक-दूसरे को सम्मान देना चाहिए। उनको प्रेम करना चाहिए ताकि वह भी आपसे प्रेम करें। ईसा मसीह के राह पर चलने का आह्वान किया। दुनिया के राजाओं का राजा ईसा मसीह बालक के रूप में धरती पर आने के लिए गोशाला में जन्म लिया। एक दीनहिन व्यक्ति बना। वक्त की मांग है कि हम भौतिक संसाधन और ऐशो आराम चीजों को पाने के पीछे अंधी दौड़ लगाने से बच निकले। इसके पूर्व अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ के अध्यक्ष एस के लौरेंस ने आगत अतिथियों का स्वागत किया। संघ के सचिव एम्ब्रोस पैट्रिक ने ईसा मसीह के जन्म दिन के बारे में विस्तार से बताया। कई स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने मनमोहक कैरोल सॉग प्रस्तुत किये। पूजा शर्मा ने बखूबी मंच का संचालन किया। 
आलोक कुमार

कोई टिप्पणी नहीं: