पटना। एक साधारण व्यक्ति जोसेफ और माता मरियम के पुत्र येसु का जन्म 24 दिसंबर को हुआ। पुस की रात में मैदान में भेड़ और बकरियों की रखवाली करने वाले गड़ेरियों को स्वर्ग के देवदूतों ने सबसे पहले संदेश दिया। संसार का मुक्तिदाता का जन्म हुआ। वह कपड़े में लपेटे और चरनी में लेटे मिलेगा। संदेश प्राप्त करके बालक येसु को दण्डवत करने चले गये। इसी तरह का दण्डवत करने का अवसर आज भी ईसाई धर्मावलम्बियों को दिया जाता है। संपूर्ण बिहार के अलग-अलग गिरजाघरों में क्रिसमस के असवर पर अर्द्धरात्रि में धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया है। ऐसा ही आयोजन सुबह में भी होगा।
क्रिसमस के अवसर पर 24 दिसम्बर को अर्द्धरात्रि में धार्मिक अनुष्ठानः पटना धर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा येसु समाज के द्वारा कुर्जी पैरिश में क्रिसमस के अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान अर्पित करेंगे। प्रेरितों की महारानी ईश मंदिर में रात्रि साढ़े दस बजे से कैरोल गायन होगा। इसके बाद ग्यारह बजे से धार्मिक अनुष्ठान प्रारंभ होगा। होली फैमिली अस्पताल में रात्रि नौ बजे से क्रिसमस मिस्सा शुरू होगा। सेक्रेड हार्ट चर्च, न्यू पाटलिपुत्र में रात्रि ग्यारह बजे से, नोटेडम एकेडमी में रात्रि ग्यारह बजे, एक्स.टी.टी.आई. में रात्रि ग्यारह बजे, आई.जी.आई.एम.एस. में रात्रि ग्यारह बजे और संत मेरिज एकेडमी, आशियाना नगर में रात्रि साढ़े दस बजे क्रिसमस मिस्सा होगा।
क्रिसमस डे के अवसर पर 25 दिसम्बर को सुबह में मिस्साः कुर्जी पैरिश में क्रिसमस डे के अवसर पर धार्मिक अनुष्ठान सुबह 7 बजे फादर जॉनसन, येसु समाजी और साढ़े आठ बजे फादर सुशील साह, येसु समाजी अर्पित करेंगे। होली फैमिली अस्पताल में सुबह साढ़े आठ बजे से क्रिसमस मिस्सा शुरू होगा। सेक्रेड हार्ट चर्च, न्यू पाटलिपुत्र में सुबह 7 बजे से हिन्दी में और नौ बजे अंग्रेजी में और नोटेªडम एकेडमी में सुबह सात बजे से मिस्सा होगा।
आलोक कुमार
बिहार
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