भाजपा ने समलैंगिकता पर न्यायालय के फैसले का समर्थन किया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 15 दिसंबर 2013

भाजपा ने समलैंगिकता पर न्यायालय के फैसले का समर्थन किया


rajnath singh
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भारतीय दंड संहिता की धारा 377 को बहाल करने के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का रविवार को समर्थन किया। यह धारा समलैंगिकता को अपराध मानती है। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के हवाले से एक अखबार में प्रकाशित खबर में उन्होंने समलैंगिकता को अप्राकृतिक कहा था, लेकिन बाद में जब उनकी टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ बोलने से इंकार कर दिया।

राजनाथ के हवाले से अखबार में कहा गया था, "हम आमतौर पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं। कोई अप्राकृतिक गतिविधि को कैसे जायज ठहरा सकता है?" बाद में भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि समलैंगिकता भारतीय संस्कृति के खिलाफ है। 

उन्होंने कहा, "राजनाथ जी ने जो कहा है वह सही है। यह हमारी सांस्कृतिक विरासत के खिलाफ है। हम पश्चिम की नकल नहीं कर सकते।" सर्वोच्च न्यायालय ने 11 दिसंबर को दिल्ली उच्च न्यायालय के 2009 के उस फैसले को दरकिनार कर दिया, जिसमें वयस्क समलैंगिकों के बीच के यौन संबंधों को आपराधिक गतिविधि से बाहर कर दिया गया था।

समलैंगिक कार्यकर्ताओं ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का विरोध किया है, जिसमें कहा गया है कि वयस्क समलैंगिकों के बीच सहमति से बना यौन संबंध अपराध है, जैसा कि धारा 377 में प्रावधान मौजूद है।

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