अम्बेडकरनगर। गोरक्षा पीठ के उत्तराधिकारी/साँसद योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर हिन्दू युवा वाहिनी व विश्व हिन्दू महासंघ द्वारा आयोजित धरना और चेतावनी सभा को सम्बोधित करते हुए टाण्डा के दवा व्यवसाई राम मोहन गुप्त हत्याकाण्ड में आरोपित सपा विधायक समेत चारो अभियुक्तों को शीघ्र जेल भेजे जाने और मामले की सी.बी.आई. जाँच कराने की चेतावनी दिया। ऐसा न होने की स्थिति में एक पखवारे उपरान्त टाण्डा में हिन्दू पंचायत करने की घोषणा किया। योगी ने जिला प्रशासन/पुलिस को आगाह किया कि यदि टाण्डा में हिन्दुओं की हत्या न रूकी और पीड़ितों को न्याय नहीं मिला तो वह स्वयं वहाँ का माहौल सुधारने के लिए आगे बढ़ेगें। फिर इसके बाद जो भी होगा उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। सभा को सम्बोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि टाण्डा में रामबाबू और राम मोहन की हत्या व साजिश में आरोपी सपा विधायक अजीमुलहक पहलवान को गिरफ्तार कर रासुका लगाने के बजाए पुलिस हिन्दू कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रही है।
साँसद योगी ने कहा कि पूर्वांचल में सबसे ज्यादा उत्पीड़न अम्बेडकरनगर में हो रहा है। तीन मार्च 2013 से अब तक अकेले टाण्डा में रामबाबू, अनिल चौरसिया, राम मोहन गुप्त व रामवृक्ष दलित की हत्या हो चुकी है। इन घटनाओं के मूल में कहीं न कहीं सपा विधायक है। यहाँ का पुलिस प्रशासन अपराधियों को बचाने का कार्य कर रहा है। गोरक्षा पीठ के उत्तराधिकारी/साँसद योगी ने राम मोहन गुप्त के शव का अनादर और महिलाओं पर लाठी चार्ज करने वाले तत्कालीन सी.ओ. टाण्डा, कोतवाल व थानाध्यक्ष को निलम्बित कर उनके विरूद्ध भी साजिश का मुकदमा चलाए जाने की माँग की, उन्होेंने मामले की जाँच सी.बी.आई. से करने की भी माँग किया। योगी ने सभी चारो मृतकों को शहीद का दर्जा देते हुए उनके परिवारों को सरकार की ओर से अनुमन्य आर्थिक सहायता और राम मोहन गुप्त के परिवारीजनों की माँगों को पूरा कर उनके द्वारा चलाए जा रहे धरने को खत्म कराने के लिए प्रशासन को चेताया। धरना/चेतवानी सभा को श्री रामजन्म भूमि ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य/पूर्व साँसद डॉ. राम विलास वेदान्ती, दिगम्बर अखाड़ा के महन्त सुरेश दास, हिन्दू युवा वाहिनी के अध्यक्ष सुनील सिंह और जिलाध्यक्ष सूर्यमणि यादव ने भी सम्बोधित किया।
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