शांतिपूर्वक टीएचआर वितरण सम्पन्न
नरकटियागंज(पच) नरकटियागंज प्रखण्ड समेत अनुमण्डल के सभी पाँच प्रखण्डों में समेकित बाल विकास परियोजना के विभिन्न केन्द्रो पर लाभार्थियों के बीच टीएचआर का वितरण सम्पन्न हो गया। इस बीच बाहर से आये टीम का डर सबको बना रहा। महिला पर्यवेक्षिका और सेविकाओ में अफरा तफरी का माहौल बना रहा । सेविकाओं ने कहा कि अभी तक सामग्री खरीद दरों में विसंगतियाँ बरकरार है, लेकिन सबको बराबर वितरण करने का निर्देश दिया जाता है। विभाग यह जानकर भी अनजान बना हुआ हैं। नमक का खरीद दर विभाग द्वारा 6 रूपये प्रति किलोग्राम निर्धारित है। चावल की खरीद एक ही केन्द्र पर दो तरीके से है। सेविकाओं ने बताया कि एक चावल 19 रूपये प्रतिकिलोग्राम और दूसरी चावल 15 रूपये प्रतिकिलोग्राम की दर से खरीदना हैं। सारी विसंगतियों के बीच सोमवार को आंगनबाड़ी केन्द्रो पर लाभार्थियों की भीड़ लगी रही लेकिन अन्य दिनों सहायिका और सेविका की दौड़ लगाने के बाद भी केन्द्र पर लाभुक अपने बच्चों को विद्यालय पूर्व शिक्षा के लिए नहीं भेजते। विभाग के अधिकारी व कर्मी भी सिर्फ बच्चों की उपस्थिति के लिए सेविका व सहायिका को जिम्मेदार ठहराते हैं। अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी केन्द्र पर बच्चों को भेजने के लिए प्रयास करे तो विश्वबैक और युनिसेफ का प्रयास निश्चित रूप से सफल होगा।
जाति सूचक गाली और डायन कह-कर पीटा
नरकटियागंज(पच) अनुमण्डल के सहोदरा थाना काण्ड संख्या 72/13 जो अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण व डायन बताकर प्रताडि़त करने से संबंधीत है। इस मामले में अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार ने अनुसंधान किया है। विभागीय सूत्रों की माने तो उक्त काण्ड की पीडि़ता रूकमीनी देवी पर हुए जुल्म सत्य पाये गये है। गौरतलब है कि काँटा टोला देवाड़ की पीडि़ता के घर विगत 8 सितम्बर 2013 की रात्री करीब 4 बजे, उसी गाँव के मदन साह, विट्टू साह और राबड़ी देवी आ धमके चमईन और डायन कहकर शोर मचाने लगे जगने पर भद्दी-भद्दी गालियाँ दी। इस बाबत उन लोगों ने कहा कि बैजू भगत ने बताया है कि वह डायन हो गयी है। इतना कहकर उन लोगों ने पीडि़ता को पीटा और उसके पति को गालियाँ देते हुए जानमारने की धमकी भी दी। उनका कहना है कि इस मोहल्ले में एक महिला है, जो डायनजोगन है।
पति की हत्या की आशंका डीएसपी को आवेदन
नरकटियागंज(पच) अनुमण्डल के सहोदरा थाना अन्तर्गत नयाटोला राजपुर की निवासी अनामोती देवी ने एसडीपीओ संजय कुमार के नरकटियागंज स्थित कार्यालय में आवेदन देकर बताया है कि उसके पति महंथ महतो को उसी गाँव के जंगबहादूर निषाद और माया राम अरहरिया बरवा निवासी मिलकर बाहर कमाने के लिए लुधियाना ले गये। 5 अक्टूबर 2013 को उन दोनो के साथ महंथ लुधियाना गया उसके बाद से उनका कोई ठिकाना नहीं है। बेचैन होकर अनामोती देवी ने जंगबहादूर से बात किया कि उसके पति का पता बताये तो वह बताने में आना-कानी करता है। दिनांक 2 दिसम्बर 2013 की सुबह करीब 9.30 बजे जब जंगबहादूर से पीडि़ता ने अपने पति के बारे में पूछा तो वह सहयोगी के साथ मारपीट करने पर उतारू हो गया। उसने आशंका व्यक्त किया है कि उसके पति की हत्या कर दी गयी है अथवा गायब कर दिया गया है। अनामोती देवी ने बताया कि उसके पति के गायब होने की प्राथमिकी सहोदरा थाना में दर्ज नहीं की गयी। थानाध्यक्ष सहोदरा ने उसे यह कह कर जाने को कहा कि लुधियाना में जा कर मामला दर्ज कराओ। पीडि़ता ने एसडीपीओ से आवेदन देकर पति के गायब होने की प्राथमिकी दर्ज करने की गुहार लगायी है।
बिजली चोरी की प्राथमिकी दर्ज
नरकटियागंज(पच) शहर में बिजली चोरों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत कनीय अभियंता म.कतीब के नेतृत्व में तीन लोगों पर शिकारपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी हैं। शिकारपुर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर उन तीनों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी जारी है। श्री कतीब ने बताया कि बिजली चोरों द्वारा टोका फँसा कर विद्युत चोरी की जा रही थी। प्रकाश नगर में मनोज कुमार व कृष्णा शर्मा तथा वार्ड नम्बर 14 में मुरारी प्रसाद के घर टोका लगाकर बिजली जलाने के आरोप में कनीय अभियंता ने शिकारपुर थाना में प्राथमिकी संख्या 430/2013 दर्ज कराया है।
लापरवाह अधिकारी, लाचार उपभोक्ता, बेचैन जनप्रतिनिधि, हाल बिजली विभाग का
सांसद के निर्देश को दिखाया ठेंगा!
नरकटियागंज(अवधेश कुमार शर्मा) नरकटियागंज शहर में बिजली उपभोक्ताओं की परेशानी चरम पर है। बिजली विभाग के अधिकारियों को इसकी परवाह नहीं है। उल्लेखनीय है कि मीटर रीडिंग कर उसका प्रत्येक माह का बिजली विपत्र उपभोक्ता के घर पहुँचाने की जिम्मेदारी विभाग की है। यहाँ के अधिकारियों को इसकी फिक्र नहीं 23 दिसम्बर 2013 तक किसी उपभोक्ता के घर बिजली का विपत्र नहीं पहुँच सका है। कहीं बिजली की खराबी हो जाए तो विभाग उसे ठीक नहीं कराता, अलबत्ता विभागीय अधिकारी तथा कथित विद्युतकर्मी अवैध उगाही करने में सदैव तत्पर रहते है। सामान्य उपभोक्ताओं को अपनी व निजी मिस्त्री की जान जोखिम में डालकर अपनी बिजली की तकनीकि समस्या का समाधान करना पड़ता है। जिसमें उपभोक्ता परेशानी के साथ आर्थिक रूप से क्षति उठाता है। बिजली विभाग के अधिकारी विभाग द्वारा वितरण मद में प्राप्त राशि का उपयोग अपने फायदे के लिए कर उपभोक्ता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ लाद रहे है। गौरतलब है कि बिजली उपभोक्ता किसी साइबर कैफे मे जाकर 20 रूपये खर्च कर बिल निकालता है और उसके बाद उसे जमा करता है। बता दंे कि बिजली विभाग द्वारा प्रत्येक बिजली विपत्र को घर पहुँचाने के नाम पर 5 रूपये 50 पैसे उपलब्ध कराता है। इतना ही नहीं विभाग में काम करने वाले तथाकथित कर्मी शहर में अवैध कनेक्शन व विद्युत आपूर्ति कराने का ठेका ले रखे है। उन्हीं लोगों की मेहरबानी से शहर में बिजली का कारोबार चलता है। बिजली अधिकारी के अलावे सामान्य व विशेष उपभोक्ता भी उन्हीें के रहमोकरम पर रहते है, मानों सरकार व प्रशासन पर वे भारी है। नरकटियागंज बिजली एसडीओ अनवार आलम से इस बाबत जब उनके सेल नम्बर 7763815503 पर 12 बजकर 19 मिनट पर सम्पर्क किया गया तो घंटी बजती रही लेकिन किसी ने नहीं उठाया। स्थानीय राजनीतिक दल के झंडाबरदार व रसूखदार भी उनकी मदद में आगे रहते है। क्षेत्रीय सांसद व विधायक के कार्यालय में जाने पर कोई नहीं मिलता, लेकिन अभी तक किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। बुद्धिजीवियों का मानना है कि आगामी लोस चुनाव में बिजली का मुद्दा काफी संवेदनशील रहेगा और शहर के लोग स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इसका एहसास कराने की कोशिश करेंगे। युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव श्रीकान्त कुमार यादव ने कहा है कि बिजली विभाग के अधिकारी किसी की कुछ नही सुनते। विगत एक वर्ष से कुण्डिलपुर में 27 पोल का तार कटा, सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो ने भी बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया, लेकिन सांसद के निर्देश को विद्युत अधिकारियों ने ठेंगा दिखा दिया।
मानवाधिकार का उलंघन बंद करे प्रबंधन: राष्ट्रीय श्रमिक संघ
नरकटियागज(पच) भारतीय मजदूर संघ से संबद्धता प्राप्त राष्ट्रीय श्रमिक संघ ने न्यु स्वदेशी सुगर मिल के मुख्य दरवाजे पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार धरना दिया। संघ के अध्यक्ष अर्जून भारतीय अपनी 20 सूत्री मांगों के समर्थन में विस्तार पूर्वक उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रबंधन द्वारा मजदूरों का व्यापक पैमाने पर शोषण किया जा रहा है। आरएन शर्मा महामंत्री ने कहा कि प्रबंधन मानवाधिकार का खुल्लम-खुला उलंधन कर रहा है। यदि प्रबंधन उसपर अंकुश नहीं लगायेगा तो हालात विस्फोटक हो सकते है। वक्ताओं ने यह भी कहा कि श्रमिक संघ के आन्दोलन से यदि कारखाना की श्रम शक्ति व शांति भंग होगी तो इसके लिए जिला प्रशासन व प्रबंधन स्वयं जिम्मेदार होगा। धरना में संजय चैरसिया, विनय कुमार, नथुनी पाण्डेय, रवीन्द्र पाण्डेय व अन्य ने विचार व्यक्त किया। उक्त कार्यक्रम में चीनी मिल के ढेर सारे कर्मचारी व मजदूर शामिल हुए। धरना स्थल पर शांति व विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी डाॅ. चन्द्रशेखर तिवारी सदल बल मौजूद दिखें। उस दौरान संघ के लोेग पूर्णतःशांतिपूर्वक धरना पर बैठे रहे और वक्ताओं को सुनते रहे।
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