कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया (सीपीएन-माओवादी) ने राजनीतिक गतिरोध को समाप्त करने के लिए बैठक आयोजित करने की मांग की है। पार्टी ने संविधान सभा के चुनाव का बहिष्कार किया था। यह जानकारी पार्टी ने सोमवार को दी। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, एक सप्ताह तक चले केंद्रीय समिति की बैठक के बाद पार्टी ने कहा कि अगर बैठक आयोजित करने की उसकी मांग पूरी की गई, तो वे सरकार में शमिल हो सकती है।
नेपाल ने अपने दूसरे संविधान सभा के लिए 19 नवंबर को चुनाव कराया था जिसमें सीपीएन-माओवादी तीसरी बड़ी पार्टी बन कर उभरी थी। पार्टी ने यह बात फिर से दोहराई है कि संविधान सभा देश को राजनीतिक नेतृत्व नहीं दे सकता और नए संविधान का प्रारुप तैयार करने की मांग की। सीपीएन-माओवादी के सचिव देव गुरुंग ने कहा, "हम संविधान सभा को भंग करना चाहते हैं, क्योकि यह लिखित संविधान की अपेक्षा राजनीति का केंद्रीकरण कर लेगा।"
पार्टी का यह फैसला ऐसे वक्त में आए है जब कुछ पार्टियां संविधान के प्रारुप तैयार करने में इसे शामिल करने की राह तलाश रही हैं। सीपीएन-माओवादी अपनी मांग को लेकर सड़कों पर प्रदर्शन करने की भी तैयारी कर रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें