राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने बुधवार को अपने चिर-परिचित अंदाज में कहा कि उन्हें संसद से छुट्टी मिली है, अब वे पूरे देश में जनसंसद लगाएंगे। पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए लालू ने कहा कि उन्हें संसद में जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है परंतु सांप्रदायिक ताकतों को निकालने के लिए वे पूरे देश का दौराकर जनसंसद लगाएंगे।
चारा घोटाले में सर्वोच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद पूरे जोश में नजर आ रहे लालू ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से अलग होने के फैसले पर चुटकी लेते हुए कहा कि अब वे अपने नैहर लौट आए हैं। वे 17 वर्षो से ससुराल में थे। उन्होंने इस उक्ति को समझाते हुए कहा कि यहीं से वे गए थे।
नीतीश पर अवसरवादी होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि 17 वर्षो के बाद उन्हें सांप्रदायिकता की याद आई है। लालू ने कहा कि वे सांप्रदायिक ताकतों से डटकर मुकबला करेंगे। कांग्रेस के साथ तालमेल के प्रति आशान्वित लालू ने कहा कि रांची जेल से छूटने के बाद उनका हाल-चाल जानने के लिए कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने उन्हें फोन किया था।
उन्होंने कांग्रेस को एक राष्ट्रीय दल बताते हुए कहा कि बिहार में भाजपा और जनता दल (युनाइटेड) फ्लॉप है। उन्होंने कहा कि उनके शासन काल में लालकृष्ण आडवाणी का रथ रोककर उन्हें गिरफ्तार किया गया था परंतु नीतीश ने अपने शासनकाल में आडवाणी की रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाई है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि सौ-सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज को।
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