दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपने चुनावी वादों की वजह से आम आदमी पार्टी कांग्रेस को पछाड़कर दिल्ली में नबंर दो की पार्टी बन गई। कांग्रेस की हार के पीछे आम आदमी पार्टी का अहम हाथ रहा। उन्होंने अपने चुनावी वादें में कांग्रेस सरकार के खिलाफ नीतियों का सहारा लिया। शीला सरकार के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने जो माहौल बनाया उसका असर हुआ कि एक साल के अंदर ही इस राजनीतिक दल ने दिल्ली की सियासी दांव पेंच को बदल दिया।
दिल्ली में बड़े चुनावी वादे कर दूसरे नंबर पर आई आम आदमी पार्टी पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इशारों-इशारों में निशाना साधा है। प्रधानमंत्री बिना किसी का नाम लिए कहा कि हमें लोगों से ऐसे वादे नहीं करने चाहिए, जो पूरे न हो सकें। उन्होंने आम आदमी पार्टी पर राजनीतिक हमला करते हुए कहा है कि हमें ऐसे दलों द्वारा किए जा रहे अव्यावहारिक वादे नहीं करने चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को ऐसे वादें ही करने चाहिए जो वो पूरा कर सके।
'आप' को नसीहत देते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि 'वादे ऐसे करें जो पूरे हो सकें'। मनमोहन सिंह ने ये बात कांग्रेस सांसदों के साथ की गई एक बैठक में कहा। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं। जहां पीएम ने सांसदों को नसीहत दी तो वहीं सोनिया चार राज्यों में अपनी हार से मायूस अपने सांसदों को ढा़ंढस बंधाते हुए उन्हें हिम्मत दी और कहा कि उन्हें मायूस या निराश होने की जरुरत नहीं है। सोनिया गांधी ने कांग्रेस सांसदों को पूरे मन से लोकसभा चुनावों की तैयारी करने को कहा है।
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