इंडो नेपाल सीमा पर तस्करी का नया खेल, दस वर्ष का मासूम बच्चा धराया - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 1 दिसंबर 2013

इंडो नेपाल सीमा पर तस्करी का नया खेल, दस वर्ष का मासूम बच्चा धराया

  • - नशीली दवाओं की हो रही तस्करी, तस्करी करते हुए दस वर्ष का मासूम बच्चा धराया

minor smuggle medicine
सुपौल: जिले के सदर प्रखंड निर्मली मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर भारत-नेपाल सीमा पर तस्करी करने के नये-नये रूप उभर कर सामने आ रहे है। तस्करी के एक नये तरीके के मामले का उजागर तब हुआ जब 16 अक्टूबर दिन बुधवार की संध्या अंधेरे में एक 10 साल का नाबालिग बच्चा सीमा पार कर रहा था। इसी बीच ड्यूटी पर तैनात एसएसबी के जवानों ने रोका। शक के आधार पर रोके गये बच्चे के नजदीक पहुंचकर जवानों ने बच्चा से पूछा तो वह भयभीत होकर सहम गया। जब बच्चे की तलाषी ली गई तो विचित्र मामला प्रकाष मंे आया। जिसे देख जवान चकित रह गया। बच्चे के भिन्न-भिन्न अंगों में प्रतिबंधित नषीली दवाओं का इंजेक्षन टेप से चिपकाए हुए थे। पूछताछ में बच्चा ने बताया कि यह इंजेक्षन मेरा नहीं है। अपने से कुछ ही दूरी पर खड़ा एक नेपाली नंबर की मोटर साईकिल पर सवार व्यक्ति की ओर इषारा करते हुए बताया कि यह सब उन्हीं की दवा है। बच्चा ने यह भी बताया कि पेट भर भोजन करने एवं माता पिता को आर्थिक सहायता करने के लिए यह धंधा करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बच्चा के बताए अनुसार जैसे ही जवानों ने मोटरसाइकिल सवार युवक की तरफ बढ़ना शुरू किया कि वह युवक मोटरसाइकिल लेकर नेपाल सीमा में फरार हो गया। तस्कर बालक की पहचान भारतीय क्षेत्र के कुनौली पंचायत के वार्ड संख्या 9 निवासी इब्राहीम के पुत्र दिलषान के रूप में की गई। एसएसबी के इंस्पेक्टर जगदीश चन्द्र ने बताया कि बालक के शरीर से कुल 493 नषीले इंजेक्षन चिपकाए हुए थे। इंजेक्षन की जांच पड़ताल करने पर निम्नलिखित काॅम्पोजिषन सामने आया। 

लुपिलेसिक      234 अदद
लेम्पोज          79 अदद
फेनारगन        130 अदद
डेम्लोन           50 अदद

minor smuggle medicine
उपर्युक्त प्रतिबंधित नषीली इंजेक्षन की कीमत 7 हजार 4 सौ रूपये बतायी जा रही है। इंस्पेक्टर ने बताया कि बच्चा के दोनों जांघ, पेट एवं पीठ में इंजेक्षन इस तरह चिपकाया गया था कि एक नजर में पता लगाना कठिन था। तस्कर खुद को सुरक्षित रखन एवं तस्करी का माल सीमा पार पहुंचाने के लिए नित नये-नये हथकंडे अपना रहे है। इस कार्य के लिए मासूमों को भी नहीं बख्सा जा रहा है तथा उसक जीवन से खिलवाड़ कर रहा है। क्षेत्र में तस्कर गिरोह सक्रिय है जो अब अपने धंधे को अंजाम देने के लिए अबोध बच्चे तक का सहारा ले रहे है। घटना की पुष्टि करते हुए पुलिस निरीक्षक श्याम सुंदर सिंह ने बताया कि जब्त इंजेक्षन व बालक को कुनौली थाना में लाया गया था। बालक को जिम्मेनामा पर छोड़ दिया गया है एवं घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक व ड्रग इंस्पेक्टर का दे दी गई है। इस बाबत कांड संख्या 264/13 दर्ज किया गया है। ड्रग इंस्पेक्टर के थाना पहुंचने के उपरांत अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी। सीमा पर तैनात सभी जवानों को सतर्क रहने की आवष्यकता है जिससे तस्करों के मनसूबों पर पानी फिर सके। 



कुमार गौरव 
सहरसा 

कोई टिप्पणी नहीं: