राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अरविंद केजरीवाल के मंत्रिमंडल ने पहली बैठक कर फैसला लिया कि कोई भी मंत्री और अधिकारी अपने वाहनों पर लालबत्ती का इस्तेमाल नहीं करेगा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी (आप) ने शक्ति प्रदर्शन संस्कृति का हिस्सा बन चुके लालबत्ती के चलन के खिलाफ उठाए गए कदम के तहत राज्य मंत्रिमंडल ने निर्णय लिया है कि महत्वपूर्ण पदों पर बैठे लोगों द्वारा अपने वाहनों पर लालबत्ती का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।"
मंत्रिमंडल ने बैठक में यह भी निर्णय लिया कि विधायकों को सिर्फ 'खतरे की संभावना' होने पर ही सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। सर्वोच्च न्यायालय ने इसी महीने इससे पहले लालबत्ती के दुरुपयोग पर फटकार लगाई थी और कहा था कि "इस तरह का प्रचलन शायद ही दुनिया के किसी दूसरे लोकतांत्रिक देश में हो।"
न्यायालय ने राज्यों एवं संबंधित प्राधिकरणों द्वारा वाहनों पर लालबत्ती के दुरुपयोग पर लगाम लगा पाने में विफलता की भी आलोचना की थी।
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