लोकपाल विधेयक के संसद में पारित हो जाने पर प्रसन्न समाजसेवी अन्ना हजारे ने बुधवार को कहा, "हम देश और समाज के लिए कुछ करने में सक्षम होंगे।" अन्ना ने लोकसभा में विधेयक पारित हो जाने के बाद अनशन स्थल पर जमा लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "देश की जनता, रालेगण-सिद्धि के निवासियों और प्रदर्शन में हिस्सा लेने वालों की तरफ से यह विधेयक पारित करने के लिए संसद के प्रति आभार प्रकट करता हूं।" लोकसभा में भ्रष्टाचार विरोधी लोकपाल विधेयक के बुधवार को पारित होने के साथ ही यहां अन्ना के हजारों समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई।
टेलीविजन पर खबर प्रसारित होते ही अन्ना के अनशन स्थल पर जमा लोग खुशी से झूम उठे। अन्ना भी मंच पर उठ खड़े हुए। इसके बाद उन्होंने 'जय हिंद', 'वंदे मातरम', 'भारत माता की जय' के नारे लगाए। यहां मौजूद लोगों ने राष्ट्र गान और देशभक्ति के गीत गाए। अन्ना ने कहा कि लगभग एक साल से विधेयक राज्यसभा में लटका हुआ था और इस पर कोई प्रगति नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि लोगों की प्रतिक्रिया पर प्रवर समिति ने सुझाव तैयार किए, जो लोकपाल विधेयक में शामिल किए गए और इसे पारित किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के नेतृत्व में सभी राजनीतिक दलों के समर्थन से देश एवं समाज के फायदे के लिए इसे पारित किया गया। अन्ना ने कहा, "भारत में पहली बार भ्रष्टाचार पर नियंत्रण के लिए कानून बन रहा है। हालांकि, भ्रष्टाचार को 100 फीसदी खत्म नहीं किया जा सकता, कम से कम यह भ्रष्टाचार को 50 फीसदी तो कम करेगा।"
उन्होंने कहा, "मैं उम्मीद कर रहा हूं कि 2014 के लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले यह कानून बन जाए।" उन्होंने मीडिया, सुरक्षा बलों और उनके अनशन के दौरान रालेगण-सिद्धि आने वालों के लिए भोजन व पानी की व्यवस्था करने वाले जनतंत्र मंच के स्वयंसेवियों के प्रति आभार प्रकट किया। अन्ना ने संसद के शीतकालीन सत्र में लोकपाल विधेयक पारित करने की मांग को लेकर 10 दिसंबर से अपने गांव रालेगण-सिद्धि में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी। विधेयक पारित होने के साथ ही अन्ना के लगभग तीन साल के आंदोलन को एक तरह से सफलता मिल गई है।
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