राज्यसभा में आज विपक्षी दल के सदस्यों ने अमेरिका में भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की गिरफ्तारी और र्दुव्यवहार पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और सरकार से इस विषय में सख्ती से पेश आने और अमेरिका के साथ उच्चस्तर पर बात करने की मांग की। सदन की बैठक शुरु होते ही भारतीय जनता पार्टी के साथ ही लगभग सभी विपक्षी दल के सदस्यों ने देवयानी के अपमान का मामला उठाया तथा प्रश्नकाल स्थगित कर इस महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा कराने तथा प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप करने की मांग को लेकर भारी शोरगुल किया।
सभापति हामिद अंसारी ने सदस्यों से कहा कि यह मामला शून्यकाल में सूचीबद्ध है, इसलिए वह इस दौरान इस मामले को उठाये। इसके बावजूद जब सदस्य शांत नहीं हुए, तो उन्होंने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के स्थगित कर दी और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को बातचीत के अपने कक्ष में बुलाया।
दोबारा जब सदन की कार्यवाही शुरु हुई, तो अंसारी ने प्रश्नकाल स्थगित कर देवयानी मामले पर चर्चा कराने की अनुमति दे दी। इस चर्चा की शुरुआत करते हुए विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि एक भारतीय महिला राजनयिक को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया और उन्हें अमेरिका के मेनहटन की सड़कों पर घुमाया गया है, इतना ही नहीं गिरफ्तारी के बाद अपराधियों के साथ रखा गया। जेटली ने कहा कि भारतीय विदेश सेवा की इस अधिकारी के साथ हुई घटना पर पूरा देश चिंतत और रोष में है।
जेटली ने कहा भारतीय राजनयिक के साथ जो कुछ हुआ है, वह वियना समझौते की धारा 41 के तहत भी ठीक नहीं है। इस धारा के तहत राजनयिकों को कई तरह की छूट मिली हुई है। उन्होंने कहा कि अमेरिका बड़ा औद्योगिक देश है, लेकिन उसे मनमाने ढंग से राजनयिकों की गिरफ्तारी की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले भी अमेरिका के हवाई अड्डे पर बदसलूकी की घटनाएं हुई है। उन्होंने कहा कि छोटे देश भी हमारे संप्रभुता को ठेस पहुंचाते है, तो भी हम कुछ नहीं कहते है। उन्होंने कहा कि हमारे चुने हुये प्रतिनिधि को अमेरिका वीजा नहीं देता है। जेटली ने कहा कि हमे बराबरी के साथ अमेरिका से बात करनी चाहिए और उनके साथ एकतरफा संबंध नहीं होने चाहिए। उन्होंने केन्द्र सरकार से देवयानी के साथ हुई घटना को लेकर अमेरिका से कड़े शब्दों में विरोध दर्ज कराना और की गई कार्रवाई की जानकारी देने का अनुरोध किया।
चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने कहा इस मामले को लेकर पूरा देश आंदोलित और गुस्से में है। यह देश के सम्मान से संबंधित मामला है और सरकार ने कडा रुख अख्तियार किया है। बहुजन समाज पार्टी की मायावती ने कहा कि देवयानी अनुसूचित जाति से आती हैं, जिसको लेकर महिलाओं में काफी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि यदि यह अधिकारी किसी और जाति की होती, तो सरकार कार्रवाई करने में देर नहीं करती। उन्होंने अमेरिका को लेकर विदेश नीति पर पुन:विचार करने तथा प्रधानमंत्री से इस मामले में दखल देने की मांग की।
सीताराम येचुरी ने कहा कि यहमामला अंतरराष्ट्रीय परंपराओं के खिलाफ और भारत की संप्रभुता पर चोट है, उन्होंने कहा कि अमेरिका दादा बनता है और दुनिया का दरोगा होना चाहता है। उन्होंने कहा कि देश के केन्द्रीय मंत्रियों के साथ भी अमेरिका में बुरा व्यवहार हुआ ,है जो पंचशील के समझौते के खिलाफ है। समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने कहा कि अमेरिका में भारतीय राजनयिक के साथ हुई घटना के बाद देश में गंभीर रोष है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में अनेक बार भारतीय नेताओं और राजनयिकों को अपमानित किये जाने की घटनाएं हुई है, जिसमें उनकी पार्टी के आजम खां और फिल्म अभिनेता शाहरुख खान के साथ भी शामिल है। यादव ने देवयानी के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने और अमेरिका द्वारा खेद व्यक्त किये जाने की मांग की।
जनता दल के शिवानंद तिवारी ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, पूर्व मंत्री जार्ज फर्नांडीस तथा कुछ अन्य लोगों के साथ भी अमेरिका में दुव्यर्वहार की घटनाएं हुई है। उन्होंने कहा कि देश में पहली बार अमेरिका के साथ मजबूती से इस मामले को उठाया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के डीपी त्रिपाठी ने कहा कि यह घटना पूरे राष्ट्र का अपमान है और यह अमेरिकी घमण्ड को दर्शाता है। उन्होंने विदेश नीति में एकरुपता लाने सरकार से कठोर कदम उठाने की मांग की। चर्चा में बीजू जनता दल के शशिभूषण बेहरा तथा कुछ अन्य सदस्यों ने भाग लिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें