पटना के एक प्रतिष्ठित कॉलेज की छात्राओं ने कॉलेज का मुख्यद्वार बंद कर कन्वेंशन सेंटर खोले जाने का विरोध सोमवार को भी जारी रखा। सचिवालय मार्च के दौरान सैकड़ों छात्राएं पटना की सड़कों पर उतर गईं जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई। मार्च के दौरान छात्राओं और पुलिस के बीच झड़प भी हुई, जिसमें सात छात्राएं घायल हो गईं। पुलिस के अनुसार, पटना के प्रतिष्ठित मगध महिला कॉलेज की करीब 5000 छात्राएं पटना के विभिन्न मार्गो से होते हुए सचिवालय की ओर जा रही थीं। पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की तो दोनों ओर से धक्का-मुक्की हुई। छात्राओं का कहना है कि इसमें करीब सात छात्राएं घायल हो गईं।
इधर, इस आंदोलन में छात्राओं के साथ विभिन्न छात्र संगठन भी उतर आए हैं, जिस कारण छात्राओं का यह आंदोलन और तेज हो गया है। पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष कहते हैं कि आखिर कॉलेज का मुख्यद्वार बंद कर सरकार कन्वेंशन सेंटर किसके लिए बनाने पर अड़ी है। यह कॉलेज बहुत प्राचीन है और मुख्यद्वार बंद कर देने से कॉलेज की खूबसूरती नष्ट हो जाएगी।
आंदोलनरत छात्राओं का कहना है कि सरकार को किसी भी हाल में कॉलेज का गेट बंद नहीं करने दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सरकार 274 करोड़ की लागत से पटना में कन्वेंशन सेंटर बनवाने जा रही है। भवन निर्माण विभाग के सचिव चंचल कुमार का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर, ज्ञान भवन और ऑडिटोरियम विभाग की महत्वपूर्ण योजनाएं हैं। उन्होंने कहा कि कॉलेज और महिला प्रशिक्षण संस्थान के बीच एल टाइप का रास्ता रहेगा, इस कारण छात्राओं को किसी प्रकार का परेशानी नहीं होगी।
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