पेले महानतम, उनके बाद मैराडोना : कार्लोस - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 22 दिसंबर 2013

पेले महानतम, उनके बाद मैराडोना : कार्लोस


carlos alberto torres
 ब्राजील के दिग्गज फुटबाल खिलाड़ी कार्लोस एल्बटरे टोरेस ने रविवार को कहा कि उनके पूर्व साथी खिलाड़ी पेले अर्जेटीना के महान खिलाड़ी डिएगो मैराडोना की अपेक्षा कहीं श्रेष्ठ हैं। कार्लोस फीफा विश्वकप-1970 की विजेता ब्राजीलियाई टीम के कप्तान थे। कार्लोस ने यहां फीफा विश्वकप ट्राफी का अनावरण करने के बाद कहा, "पेले और मैराडोना के बीच मैं पेले को चुनूंगा। वह मेरे अजीम साथी थे, और मैंने उनके साथ वर्षो खेला है। मैराडोना का नंबर पेले के बाद आता है।"

कार्लोस ने पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली के सवाल के जवाब में ये बातें कहीं। सौरव कोका कोला के हैप्पिनेस अभियान के एंबेसडर हैं। कोका कोला ने अपने हैप्पिनेस अभियान के तहत ही फीफा विश्वकप ट्रॉफी को भारत लाने का कार्य किया। ब्राजील में अगले वर्ष होने वाले फीफा विश्वकप से पहले विश्वकप ट्रॉफी को 90 देशों की यात्रा पर ले जाया जाएगा, जिसके तहत ट्रॉफी भारत लाई गई।

अब से 43 वर्ष पहले विश्वकप विजेता बनने के संस्मरण को याद करते हुए कार्लोस ने कहा, "चारों तरफ लाखों-करोड़ों लोग थे, और मैंने अकेले ट्रॉफी उठा रखी थी। यह बहुत बड़ी बात है।"

कोई टिप्पणी नहीं: