पटना, 08 दिसम्बर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व राज्य सचिव रामावतार शर्मा की याद में श्रद्धांजलि सभा आज जनषक्ति भवन, पटना के प्रागंण में आयोजित की गयी। शर्मा जी की मृत्यु 1 दिसम्बर को दिल्ली में हो गयी थी। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता सी॰पी॰आई॰(एम॰)के पूर्व राज्य सचिव गणेष शंकर विद्यार्थी ने की और संचालन विजय नारायण मिश्र ने किया।
श्रद्धांजलि सभा में अपना उद्गार व्यक्त करते हुए कम्युनिस्ट नेता एवं जनषक्ति साप्ताहिक के संपादक यू॰एन॰ मिश्र ने कहा कि रामावतार शर्मा विलक्षण सांगठनिक क्षमता के धनी थे। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन अपनी पत्नी के साथ पार्टी कार्यालय में ही व्यतीत किया जबकि वे सम्पन्न परिवार में जन्में थे। पार्टी के सांगठनिक विस्तार में उनके अमूल्य योगदान को याद करते हुए सी॰पी॰आई॰ के राज्य सचिव राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा आज सभी कम्युनिस्टों को उनके सांगठनिक कार्यों के बारे में जानने और उस पर अमल करने की जरूरत है। अपनी त्याग, तपस्या और बलिदान से ही पार्टी का विस्तार करने में वे सफल हुए। उनके अधूरे कार्यों को पूरा करने एवं उनके रास्ते पर चलने का संकल्प लेते हुए श्री सिंह ने कहा कि वे आजीवन कम्युनिस्ट समाज के निर्माण की ओर संघर्ष में अग्रणी भूमिका में रहेंगे । उन्होंने बिहार राज्य परिषद की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया।
श्रद्धांजलि सभा में अपने अध्यक्षीय भाषण में सी॰पी॰आई॰ (एम॰) के वयोवृद्ध नेता और शर्मा जी के साथ सांगठनिक और भावनात्मक रूप से जुड़े अपने अनुभवों को सुनाते हुए कहा कि आज कम्युनिस्ट आन्दोलन के समूचे विष्व के स्तर पर पुनः एक उभार देखने को मिला रहा है। संकट कम्युनिस्ट आंदोलन के समक्ष नहीं बल्कि विष्व पूंजीवाद के समक्ष है और लगातार यह गहराता जा रहा है। विश्व पंूजीवाद आज नये रूप में हमलावर होकर हमारे समक्ष खड़ा है। हमें इसकी चुनौती का सामना करने के लिए कम्युनिस्ट और जनवादी शक्तियों की एकता को नये ढ़ंग से निर्मित करने की जरूरत है।
श्रद्धांजलि सभा को सी॰पी॰आई॰ (एम॰) के सारंगधर पासवान, माले के राजाराम, एस॰यू॰सी॰आई॰ के षिवषंकर दास, महिला नेत्री सुषीला सहाय, एटक नेता गजनफर नवाब, खेत मजदूर नेता जानकी पासवान, ए॰आई॰एस॰एफ॰ के महासचिव विष्वजीत, नौजवान नेता संजीव कुमार, फुटाव के प्रो॰ अरूण कुमार, बी॰पी॰बी॰ई॰ए॰ के पी॰डी॰ सिंह, केदार दास श्रम एवं सामाजिक शोध संस्थान के निर्देषक नवीन चन्द्रा, पटना उच्च न्यायालय के वरीय अधिवक्ता देवेन्द्र प्रसाद तथा मुख्यालय शाखा के सचिव चितरंजन ने भी श्रद्धांजलि सभा में अपना -अपना उद्गार व्यक्त किया।
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