बहुगुणा के भाग्य का फैसला इंदिरा व हरीश के हाथों!
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हरादून, 19 दिसम्बर। उत्तराखण्ड की राजनैतिक जमीन सर्द मौसम में भी नेतृत्व परिवर्तन की आशंकाओं के बाद गर्मी का एहसास कराती दिख रही है। प्रदेश की राजनीति में विजय बहुगुणा के मुख्यमंत्री पद पर बैठने के बाद से ही नेतृत्व परिवर्तन की आशंकाओं ने जन्म लेना शुरू कर दिया था। समय-समय पर उठती रही, यह खबरें मीड़िया की सुर्खियां भी बनती रही, लेकिन प्रदेश में आई आपदा के बाद सरकार के आपदा राहत कार्यों में बदइंतजामों का असर देश के चार राज्यों हुए विधानसभा चुनाव पर भी साफ तौर से देखा गया और कांग्रेस हाईकमान ने चार राज्यों में हार का स्वाद चखने के बाद आपदा राहत कार्यों मंे बदइंतजामों को गंभीरता से लेते हुए उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नेतृत्व परिवर्तन किए जाने के संकेत दे डाले। चर्चाएं दिल्ली से इस तरह की भी आ रही हैं कि केंद्रीय मंत्री हरीश रावत को उत्तराखण्ड के नए मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान करने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने मन बना लिया है, लेकिन हरीश रावत के मुख्यमंत्री पद पर बैठे जाने पर सरकार के कुछ कैबिनेट मंत्रियों ने रोड़ा अटका डाला है। जिसके चलते हाईकमान मुख्यमंत्री के पद पर कोई फैसला नहीं कर सका है। बहुगुणा सरकार के कुछ कैबिनेट मंत्री हरीश रावत को मुख्यमंत्री पद पर विराजमान नहीं होने देना चाहते और उन्होंने हाईकमान को साफ तौर से नेतृत्व परिवर्तन किए जाने पर रावत के नाम पर हामी भरने से साफ इंकार कर दिया है। हालांकि हाईकमान के सामने किसी भी उत्तराखण्ड के कांग्रेसी नेता की बिसात नहीं कि उसके फैसले को पलटने की हिम्मत कोई कर सके। लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस हाईकमान देश के कई राज्यों में जहां कांग्रेस के विपरीत हवा चल रही है, उसे अपने पक्ष में करने के लिए संगठन व सरकार के बीच सेतू का काम करने की मुहिम में जुटा हुआ है और 2014 के लोकसभा चुनाव में उन राज्यों में अपना परचम लहराने की तैयारी कर रहा है, जहां कांग्रेस की रिपोर्ट नेगेटिव नजर आ रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तराखण्ड सहित कई अन्य राज्यों पर राजनैतिक परिवर्तन किए जाने के संकेत दे डाले हैं और कांग्रेस हाईकमान भी मानकर चल रही है कि उत्तराखण्ड कीे आपदा में सरकार के बदइंतजामों के चलते ही चार राज्यों में हार का स्वाद चखना पड़ा, यहां तक कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा जिन-जिन राज्यों में चुनाव प्रचार पर गए, वहां कंाग्रेस बुरी तरह हार गई। उत्तराखण्ड में बहुगुणा के काम-काज से सरकार के कई कैबिनेट मंत्री पूर्व से ही नाराज चल रहे हैं और हरीश रावत कैम्प ने तो काफी पहले से उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को बदले जाने की बातें हाईकमान के सामने रख दी हैं। वहीं मुख्यमंत्री की दौड़ में दलित नेता के रूप में यशपाल आर्य भी ताल ठोकते नजर आ रहे हैं, लेकिन कांग्रेस हाईकमान उत्तराखण्ड में दलित कार्ड खेलने के मूड में नजर नहीं आ रहा है, क्योंकि 2014 का लोकसभा चुनाव फतह करने के लिए मैनेजमेंट के साथ-साथ संगठन को साथ लेकर चलने वाले नेता की जरूरत उत्तराखण्ड में महसूस की जा रही है और इसी कड़ी में उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत का नाम भी तेजी से आगे आता दिख रहा है। हरक सिंह रावत को जिस दौरान विधानसभा का टिकट रूद्रप्रयाग से दिया गया था, तब कांग्रेस हाईकमान की शर्त थी कि रावत यदि पर्वतीय क्षेत्र से जीतकर विधानसभा में पहुंचते हैं तो उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमाने किया जाएगा, लेकिन 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस महज एक सीट से आगे रही और भाजपा दूसरी बड़ी राजनैतिक पार्टी के रूप में उभरकर सामने आई। उस समय तीन निर्दलीय व बसपा विधायकों ने समर्थन देकर राज्य में कांग्रेस की सरकार बनाने पर हामी भर दी। हाईकमान ने उस समय नेताओं की आपसी लड़ाई को देखते हुए उत्तराखण्ड में विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान कर दिया और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान होने के बाद से ही कांग्रेस के भीतर राजनैतिक शीतयुद्ध तेजी से आगे बढ़ना शुरू हो गया। राज्य में हुए निकाय चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद हाईकमान को इस बात का अहसास हुआ कि उत्तराखण्ड में किया गया फैसला निकट भविष्य में कांग्रेस को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है और अब 2014 से पहले उत्तराखण्ड में नेतृत्व परिवर्तन किए जाने पर हाईकमान ने अपनी सहमति प्रदान करने पर फैसला ले लिया है, लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान कौन होगा इस पर अब एक साप्ताह के बाद ही फैसला होना सम्भव है। माना जा रहा है, यदि हरीश रावत विद्रोह नहीं करते तो हल्द्वानी से विधायक एंव वित्त मंत्री डा. इंदिरा हृदयेश पाठक के नाम पर भी कांग्रेस हाईकमान मुहर लगा सकता है।
लोकायुक्त कानून लागू करने में उŸाराखण्ड अग्रणी राज्य होगा: बहुगुणा
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। स्ंासद द्वारा पारित किए गए लोकपाल की तर्ज पर ही लोकायुक्त कानून लागू करने में उŸाराखण्ड अग्रणी राज्य होगा। बृहस्पतिवार को सचिवालय में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि लोकपाल बिल पास करना ऐतिहासिक निर्णय है। उन्होंने इसके लिए केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इसमें अन्य दलों ने भी समर्थन दिया। अन्ना हजारे जी ने भी इसके पास होने पर प्रशंसा व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की पूर्ववर्ती सरकार द्वारा बनाए गए लोकायुक्त के कुछ प्राविधानों पर हमें आपŸिा थी। इन प्राविधानों को संसद में पास किए गए लोकपाल में भी नहीं लिया गया है। शीघ्र ही केबिनेट की बैठक में इस पर चर्चा की जाएगी। सरकार में सहयोगी पीडीएफ ने भी संसद द्वारा पारित किए गए लोकपाल की तरह का ही लोकायुक्त राज्य में लागू किए जाने पर अपनी सहमति दी है।
यौन शोषण प्रकरण मामले में ब्लैकमेलिंग की आरोपी युवती ने नहीं किया सरेंडर
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। गुरुवार को निलंबित अपर सचिव जेपी जोशी यौन शोषण प्रकरण में ब्लैकमेलिंग की आरोपी युवती ने न्यायिक अदालत में सरेंडर नहीं किया। इसका कारण पीड़िता ने स्वास्थ्य खराब होना बताया है। इससे पहले बुधवार को युवती नेन्यायिक मजिस्ट्रेट रिंकी साहनी की अदालत में सरेंडर के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। यह आशंका जताई जा रही थी कि वह गुरुवार को अदालत में सरेंडर कर देगी। जेपी जोशी पर नौकरी का झांसा देकर यौन शोषण का इस युवती ने आरोप लगाया है, जबकि जोशी ने युवती समेत कुछ अन्य लोगों के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं यौन शोषण प्रकरण में आरोपी यूथ कांग्रेस की पूर्व महासचिव रितु कंडियाल की जमानत याचिका अदालत ने खारिज कर दी।
ग्राम विकास अधिकारी के हत्यारे अभी भी फरार
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। पुलिस की लाख कोशिशें के बावजूद आज भी सपंत्ति विवाद में मारे गये सहसपुर के ग्राम विकास अधिकारी दिवेश कांबोज के हत्यारे फरार हैं। अभी तक हत्यारों ने दून पुलिस को अपने पीछे दौड़ा रखा है। आलम यह है कि पुलिस को उनकी कहीं लोकेशन मिलती है तो कुछ समय बाद लोकेशन कहीं और होती है। सोमवार को कोतवाली पटेलनगर क्षेत्रांतर्गत माजरा के शक्ति विहार में हुई ग्राम विकास अधिकारी के हत्यारोपियों की तलाश में दून लगातार दबिश दे रही है लेकिन फरार बदमाशों की लोकेशन अलग-अलग स्थानों पर मिलने के चलते कामयाबी नहीं मिल रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक रूड़की, अंबाला, मेरठ सहित अन्य कुछ जगहों पर भी दबिश दी जा रही है। हत्यारोपी मनोज की लोकेशन शुरू में अंबाला में मिल रही थी पर अब उसकी लोकेशन भी पुलिस को नहीं मिल पा रही है जिसके चलते वह पुलिस
की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस फिलहाल की उसकी लोकेशन के मिलने के इंतजार में है। पटेलनगर पुलिस का कहना है कि हत्या को लेकर कारण पूरी तरह से साफ हो चुके हैं और हत्यारोपियों की पहचान भी हो गई है लेकिन अभी तीनो बदमाश पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। जिनकी गिरफ्तारी के लिये दबिशें दी जा रही है। वहीं आबकारी विभाग में कांस्टेबल अंकित को हिरासत में लेकर की गई पूछताछ में मिली जानकारी की भी जांच की जा रही है। पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि अंकित सोमवार की सुबह मंसूरपुर के आबकारी दफ्तर में मौजूद था। मगर पुलिस अंकित की भूमिका की भी जांच कर रही है। पुलिस का मानना है कि अंकित भले ही उस दिन अपने कार्यालय में मौजूद रहा हो लेकिन हत्या में हत्या की साजिश उसकी संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है। अंकित की संलिप्तता पर पुलिस को इसलिए भी यकीन है क्यांेकि अंकित की लोकेशन रविवार को क्लेमेंटाउन में मिली थी जबकि अनिल, दिनेश और मनोज तीनों ही घटना के बाद से फरार चल रहे है। जिससे यह साफ हो जाता है कि ये तीनों हत्या में शामिल थे। यह भी साफ हो चुका है कि तीनो एक साथ नहीं है। दिवेश की हत्या में जिनका नाम सामने आया है वह तीनो रिश्तेदार है। इनके पकड़े जाने के बाद ही यह पता चल सकेगा कि इस हत्याकाण्ड की साजिश और हत्या में कौन-कौन शामिल था। फिलहाल यह बात तो है कि हत्यारोपियों की पहचान होने के बाद भी पुलिस अब तक उन तक नहीं पहंुच पायी है। ऐसे में उस लावारिस लाश की शिनाख्त होना, हत्या के कारण और हत्यारों का पता चलना तो नामुमकिन ही है जो कैंट क्षेत्र में पायी गयी थी। वहीं विगत चार माह में हुई अन्य तीन महिलाओं की हत्याओं में भी पुलिस अब तक कोई खुलासा नहीं कर पायी है।
शिक्षा आचार्यों ने रोष जताया
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। सरकार द्वारा आश्वासनों के बावजूद उनके लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये जाने पर शिक्षा आचार्य/अनुदेशक प्राथमिक/उच्च प्राथमिक संगठन ने रोष जताया है। परेड ग्राउण्ड में अपने आंदोलन के 565वें दिन भी शिक्षा आचार्य धरने पर बैठे। उनका कहना था कि शिक्षा मंत्री ने एक माह पूर्व संगठन को आश्वासन दिया था कि उनके प्रकरण में शीघ्र ही ठोस निर्णय लिया जायेगा लेकिन एक माह से अधिक का समय बीतने के बावजूद सरकार ने उनकी मांग को दरकिनार कर दिया। कैबिनेट में भी सरकार ने कई मामलों में सहमति दी लेकिन केवल राजनैतिक लाभ को देखते हुए ही सरकार द्वारा ये फैसले लिये गये। शिक्षा इतने लम्बे समय से आंदोलन कर रहे हैं उनकी मांग पर कोई विचार तक नहीं किया गया। उनका कहना था कि सरकार बेरोजगारों के प्रति इतनी संवेदनहीन हो चुकी है कि लम्बे समय से चल रहे आंदोलनों को समाप्त कराने के लिए भी विचार नहीं कर रही है। जिससे प्रतीत होता है कि सरकार बेरोजगारों द्वारा आत्मदाह जैसे कदम उठाये जाने का इंतजार कर रही है। बेरोजगारों के मामले में सरकार की चुप्पी गंभीर परिस्थिति को उत्पन्न कर सकती है। लम्बे समय से आंदोलनरत बेरोजगार सरकार की रीति-नीति से पूर्ण रूप से संशय में है और अपनी सुध-बुध आक्रोश में खो चुके हैं। इतनी विषम परिस्थितियों से जूझने के बाद भी स्थिति जस की तस ही बनी हुई है। उनका कहना था कि यदि सरकार आगामी कैबिनेट की बैठक में उनकी मांग का समाधान कर शीघ्र समायोजन का शासनादेश निर्गत नहीं करती है तो संगठन किसी भी प्रकार कदम उठाने को बाध्य होगा। धरने पर देवेन्द्र सिंह बिष्ट, परविन्द्र कुमार, खेम सिंह, अमरीश, रामकृष्ण ममगाईं, बीना देवी, रतीराम तथा राजेश बादल आदि बैठे।
बर्खास्त पुलिसकर्मियों का धरना जारी
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। पुलिस सेवा से दो स्थानों पर आवेदन करने के कारण बर्खास्त पुलिसकर्मियों ने आज भी अपना धरना जारी रखा। परेड ग्राउण्ड स्थित धरना स्थल पर धरने पर बैठे बर्खास्त पुलिसकर्मियों का कहना था कि उनके आंदोलन को इतना लम्बा समय बीत चुका है लेकिन अब तक उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। वे हर स्तर पर अपनी मांगे रख चुके हैं और सभी ने उनको शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया था लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी। सरकार ने उनको टालने के लिए एक सब कमेटी का गठन भी किया लेकिन इस कमेटी द्वारा भी कोई बैठक नहीं की गयी है। जिसके चलते बर्खास्त पुलिसकर्मियों को इस सर्दी के मौसम में भी आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। उनका कहना था कि उन्हीं की तरह कई पुलिसकर्मियों ने भर्ती के समय दो स्थानों से आवेदन किया था। उनके खिलाफ कभी कोई कार्यवाही नहीं की गयी और वे आज भी पुलिस में रह कर नौकरी कर रहे हैं फिर उन लोगों के साथ इस तरह का सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि उनकी मांग पर शीघ्र कार्यवाही कर उनको पुलिस सेवा में बहाल किया जाये।
सड़क निर्माण कार्य का शुभारम्भ
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। वार्ड 22 के जटिया मौहल्ले में राजपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक ने सड़क निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया। आज इस सड़क निर्माण कार्य का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक राजकुमार द्वारा किया गया । विधायक निधि से बनाई जा रही इस सड़क का शुभांरभ करते हुए विधायक राजकुमार ने कहा कि क्षेत्र का विकास ही उनकी प्राथमिकता है और विकास के लिए धन कि कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के अन्य मुख्य मार्ग, आन्तरिक मार्गों का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि विधानसभा के अन्तर्गत सभी वार्डों में विकास कार्यों पर जोर दिया जा रहा है व जनता कि हर समस्या के समाधान को हरसंभव प्रयास करेंगे। इस अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ता सन्दीप वाल्मीकी, उषा रानी, सुन्दर लाल मौर्य, लेखराज, राहुल शर्मा, सोमप्रकाश वाल्मीकि, नवीन जयसवाल, विक्की गोयल, मुकेश गुप्ता आदि मौजूद थे।
व्यापारियों को कोर्ट के फैसले का इंतजार
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। दो वर्ष चकराता रोड ध्वस्तीकरण के पूर्ण हो चुके है, लेकिन अब व्यापारियों में रि-डेवलमपेंट को लेकर अभी तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालांकि इस मामले का निर्णय सुप्रीम कोर्ट से होना बाकी है। व्यापारियों को कोर्ट के फैसले का इंतजार है। चकराता रोड के चौडीकरण के लिए 18 दिसम्बर 2011 को ध्वस्तीकरण अभियान की शुरू किया गया था। संकरी सडक को ध्वस्त कर मार्ग के दोनों ओर जेसीबी मशीन से बडे-बडे भवनों को ध्वस्त कर दिए गये थे। व्यापारियों ने ध्वस्तीकरण कार्रवाई का जमकर विरोध किया गया था। चकराता को चौडीकरण तो कर दिया गया लेकिन उसके कुछ समय बाद चकराता रोड के रि-डेवलपमेंट को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गयी। जिसका कुछ व्यापारियों ने विरोध किया गया जबकि कुछ व्यापारियों ने समर्थन भी किया गया। इसके बाद चकराता रोड रि-डेवलपमेंट का मामला कोर्ट पहंुचा। अब चकराता रोड रि-डेवलपमेंट का फैसला कोर्ट से होना है। बीते रोज चकराता रोड ध्वस्तीकरण के दो वर्ष पूर्ण होने पर व्यापारियों ने काला दिवस के रूप में मनाया गया। व्यापारियों ने काला फीता बांधकर और रात्रि में हल्की लाइटें जलाकर विरोध प्रकट किया। चकराता रोड वैलपफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष शशिकांत गोयल व महामंत्री राजेश गोयल का कहना है कि एमडीडीए व सरकार द्वारा रि-डेवलपमेंट के नाम पर व्यापारियों का उत्पीडन किया जा रहा है। पहले चौडीकरण कर व्यापारियों की दुकानों को तोडा गया और अब रि डेवलपमेंट के नाम पर व्यापारियों परेशान किया गया। उन्होंने कहा कि चकराता रोड रि-डेवलपमेंट मामले का निर्णय कोर्ट से किया जाएगा।
उक्रांद ने शुरू की चुनाव के लिए तैयारिंया
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। पंचायत और लोकसभा चुनाव के लिए उत्तराखण्ड क्रांति दल (ऐरी) ने तैयारियां शुरू कर दी है। उक्रांद ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस-भाजपा को शिकस्त देने का दावा भी किया है। केन्द्रीय कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए दल के संरक्षक बीडी रतूड़ी ने कहा कि दल आगामी त्रिस्तरीय व लोकसभा चुनावों के लिए जोर-शोर से तैयारी कर रहा है। इसके लिए दल ने विधानसभावार प्रभारियों की नियुक्तियां कर दी है। इसके साथ ही जनजागरण अभियान और सदस्यता अभियान भी चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य की स्थायी राजधानी गैरसैंण में स्थापित करने के लिए सरकार पर दबाव बनाया जायेगा। रायपुर देहरादून में किसी भी निर्माण का दल घोर विरोध करेगा। उन्होंने कहा कि तमाम क्षेत्रीय राजनीति दलों व संगठनों का एक संयुक्त मोर्चा बनाने के लिए उक्रांद फिर से प्रयास करेगा। प्रदेश की तमाम समस्याओं को लेकर उक्रांद द्वारा दो जनवरी को पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन किया जायेगा। इसके बाद तीन जनवरी से जनजागरण अभियान प्रारंभ किया जायेगा। उन्होंने बताया कि सुनील ध्यानी को जिला संयोजक नियुक्त किया गया है। जो एक माह में जनपद की जिला कार्यकारिणी का गठन कर वार्षिक अधिवेशन संपन्न करायेंगे। विधानसभावार प्रभारियों में टिहरी प्रतापनगर से पंकज व्यास, धनौल्टी से ललित बिष्ट, देहरादून रायपुर से आनंद सिलमाना, मसूरी से जयप्रकाश उपाध्याय, राजपुर से मनीष कुमार, देहरादून कैंट से चंदन सिंह नेगी, धर्मपुर से बहादुर सिंह रावत, डोईवाला से डीके पाल, सहसपुर से देवेन्द्र कण्डवाल, मंगलौर से प्रदीप धीमान, लालतप्पड़ से राणा रणवीर, पौड़ी से अरविंद नौटियाल तथा केदारनाथ से गंगाधर सेमवाल को प्रभारी नियुक्त किया है।
प्रशिक्षितों ने किया सचिवालय कूच
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। प्रदेश के प्रत्येक प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में व्यायाम शिक्षक एवं इंटर कालेजों में व्यायाम प्रवक्ताओं के पद सृजित कर नियुक्ति प्रदान किये जाने की मांग को लेकर बीपीएड, एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार संगठन ने धरना स्थल पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया, इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि आज 94 दिन धरने के हो गये है लेकिन किसी ने भी सुध नहीं ली है। वहीं उन्होंने सरकार को चेताने के लिए रैली निकालकर सचिवालय कूच किया। यहां धरना स्थल पर बीपीएड, एमपीएड प्रशिक्षित बेरोजगार संगठन से जुड़े हुए प्रशिक्षित इकठठा हुए और वहां पर अपनी मांगों के निदान के लिए प्रदर्शन करते हुए धरना देने के बाद सरकार को चेताने के लिए रैली निकालकर सचिवालय कूच किया। सचिवालय के पास पहंुचने पर पुलिस ने बैरीकैडिंग लगाकर उन्हें रोक लिया, पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद प्रशिक्षितों ने आगे बढने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढने दिया। इस बीच पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच नोंकझोंक हुई। बाद में सभी वहीं धरने पर बैठ गये। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि लगातार उनके साथ छल किया जा रहा है और उनकी मांगों को हल करने का आश्वासन दिया गया लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है जिससे उनमें रोष बना हुआ है। उनका कहना है कि शारीरिक शिक्षा पद व्यायाम विषय हेतु आवश्यक योग्यता बीपीएड डीपीएड ही रखी जाये, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही सरकार की ओर से नहीं की जा रही है जो चिंता का विषय है। उनका कहना है कि अब सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आर पार की लडाई लडी जायेगी। उनका कहना है कि प्रत्येक प्राथमिक उच्च प्राथमिक विद्यालयांे में एक-एक व्यायाम शिक्षक की नियुक्ति की जाये और प्रत्येक इंटर कालेज में व्यायाम प्रवक्ता का पद सृजित कर शिक्षक बंधुओं की तर्ज पर व्यायाम प्रवक्ताओं की नियुक्ति की जानी चाहिए लेकिन सरकार कोई कार्यवाही नहीं कर पा रही है। उनका कहना है कि सरकार की जन विरोधी नीतियों से खफा है क्योंकि सरकार उनकी मांगों के प्रति गंभीर नहीं दिखाई दे रही है। इस दौरान उनका कहना है कि रमसा के तहत उच्चीकृत 147 विद्यालयों में व्यायाम विषय के पद पर सृजित कर नियुक्ति दी जानी चाहिए, सर्व शिखा के तहत व्यायाम शिक्षकों की नियुक्ति से छात्र संख्या की बाध्यता समाप्त कर आउट सोर्सिंग से बाहर रखी जाये तथा विभागीय संविदा दी जाये, साथ ही प्रदेश स्तरीय काउंसिल मैरिट बनाई जाये। उनका कहना है कि प्रशिक्षित बेरोजगार टंकी पर चढे तो नरेन्द्रनगर के विधयक सुबोध उनियाल के आश्वासन पर टंकी से उतारे गये लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है और अब उनके पास अब आंदोलन करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। वहीं सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने वित्त सचिव से भेंट कर उन्हें अपना ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही किये जाने की मांग की। वित्त सचिव ने उचित कार्यवाही का भरोसा दिया। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष सुंदर धौनी, विक्रम सिंह चांदपुरी, राजीव सेमवाल, दिपेन्द्र कुमार, हरीश वर्मा, प्रदीप निर्मोही, हरीश डंगवाल, रमेश, भूपेश, दवाकर, सुभाष, सतपाल सहित अनेकों बेरोजगार प्रशिक्षित शामिल थे।
साहित्यकार विष्णु दत्त जुयाल मनुज के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। उक्रांद पंवार गुट के केन्द्रीय कार्यकारी अध्यक्ष ए पी जुयाल के पिता वरिष्ठ साहित्यकार विष्णु दत्त जुयाल मनुज के निधन पर घंटाघर स्थित इन्द्रमणि बडोनी की प्रतिमा के समक्ष दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। यहां घंटाघर स्थित इन्द्रमणि बडोनी की प्रतिमा के समक्ष उव्रफांद के पदाध्किारी व कार्यकर्ता इकठठा हुए और वहां पर उन्होंने विष्णुदत्त जुयाल को अपनी ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की और दो मिनट का मौन रखा। वक्ताओं ने कहा कि स्वर्गीय जुयाल एक वरिष्ठ साहित्यकार रहे और वह शिक्षक भी थे उत्तराखंड के दर्द को उन्होंने अपनी लेखनी के जरिये उजागर किया। इस अवसर पर दल के केन्द्रीय अध्यक्ष त्रिवेन्द्र सिंह पंवार, मनमोहन लखेडा, लताफत हुसैन, प्रमिला रावत, गीता बिष्ट, नारायण सिंह रावत, सुलोचना बहुगुणा, शांति प्रसाद भटट, शशि भूषण भटट, नर्मदा नेगी, के एस रावत, रेखा मियां आदि मौजूद थे।
दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। बहू की शिकायत पर ससुरालियों की दहेज की मांग पूरी न होने पर जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता के अनुसार दहेज की मांग पूरी न होने पर ससुरालियों ने विवाहिता के साथ मारपीट की और उसे प्रताड़ित किया। महिला की शिकायत पर पति समेत अन्य ससुरालियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि उसका विवाह महेंद्र कुमार शर्मा निवासी विजय कॉलोनी बंजारावाला के साथ हुआ था। शादी के बाद से ही उसके ससुराली उसे दहेज के लिए परेशान करने लगे थे और दहेज में नगदी एवं सामान की डिमांड की जा रही थी। महिला ने इस बात से अपने परिजनों को अवगत कराया तो उन लोगों ने दहेज की मंाग को पूरा करने असमर्थता जाहिर कर दी। दहेज की मांग पूरी न होते देख ससुराली भी अपना आपा खोने लगे और शमा परवीन को परेशान करने लगे। रोज-रोज की मारपीट की शिकायत अपने परिजनों से करने के बाद घर के लोगों ने दोनों में समझौते का रास्ता निकालने का प्रयास किया लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पाई। इधर बाद में शशि शमा अपने पिता के घर आकर रहने लगी। अब शशि शमा की ओर से पति महेंद्र सिंह समेत सास-ससुर के खिलाफ पटेलनगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ससुरालियांे से पूछताछ कर रही है, किसी की भी अभी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
एसएसपी के घर के पास महिला का बैग लूटा
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। अब चोरों ने पुलिस को चुनौति देते हुए एसएसपी के घर के पास ही लूट की वारदातें होने लगी हैं। दून में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के घर के निकट ही बाईक सवार बदमाशों ने एक महिला बैंक कर्मी का बैग लूट लिया। हत्याआंे और डकैतियांे की वारदातों के खुलासांे में लापरवाही बरतने वाली पुलिस की नाक के नीचे अब लूट की वारदातें भी सरेराह होने लगी हैं। महिलाओं का सड़क पर निकलना मुश्किल होता जा रहा है। दून में स्थित एक निजी बैंक की कर्मचारी से बाईक सवार लुटेरों ने पर्स लूट लिया और फरार हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने बदमाशों को तलाशने का काम किया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। महिला की ओर से अज्ञात बाईक सवार लुटेरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। राजधानी मंे आपराधिक वारदातों का ग्राफ लगातार बढ रहा है। हत्या और डकैती जैसी वारदात केा हो ही रही हैं साथ ही सरेराह लूटपाट की घटनाएं भी प्रकाश में आ रही हैं। राजपुर रोड डालनवाला थाना क्षेत्र में बाईक सवार बदमाशों ने ऐसी ही एक वारदात को दुस्साहसिक तरीके से अंजाम दिया और पफरार हो गए। राजपुर रोड पर स्थित एक्सिस बैंक की एक कर्मचारी एकता सिरोही16 दिसंबर की शाम छुट्टी के बाद घर के लिए निकली। इसी दौरान पीछे से आते बाईक सवार ने उनके पर्स पर झपट्टा मारा और पर्स छीन कर फरार हो गया। महिला ने हल्ला मचाया लेकिन तब तक अंधेरे का लाभ उठा कर यह बाईक सवार लुटेरा फरार हो चुका था। कुछ युवकों ने अपनी बाईक से इन बदमाशांे का पीछा करने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। वहीं सूचना मिलने पर डालनवाला पुलिस मौके पर पहुंची और महिला से घटना की जानकारी ली। मौके पर पहुंची पुलिस को महिला ने बताया कि बाईक में दो युवक सवार थे जिनमें से पीछे वाले बदमाश ने बैग पर झपट्टा मारा। हैरानी की बात तो यह है कि जिस स्थान पर यह लूट की वारदात हुई उससे कुछ ही दूरी पर एसएसपी का कैंप कार्यालय भी है, जबकि घटना स्थल के पास ही डिवाईडर पर भी एक पुलिसकर्मी की ड्यूटी लगी रहती है।
सचिवालय पर गरजी पीटीसी मजदूर यूनियन
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। अपनी मांगों के निदान के लिए उत्तराखंड जल संस्थान पीटीसी मजदूर यूनियन ने नेहरू कालोनी स्थित मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए क्रमिक अनशन पर बैठे श्रमिकों ने विभाग व सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और वहां से रैली निकालकर सचिवालय कूच किया। इस दौरान उनकी पुलिस से तीखी झड़प हुई, जहां बाद में वह धरने पर बैठ गये। यहां यूनियन से जुडे हुए पीटीसी मजदूर महाप्रबंधक कार्यालय पर इकठठा हुए और वहां से सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए क्रमिक पर रहे, वहां पर प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने विभिन्न मार्गों से होते हुए रैली निकाली और सचिवालय कूच किया। सचिवालय के पास पहंुचते ही पुलिस ने बैरीकैडिंग लगाकर उन्हें रोक लिया। पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद उनकी झडप हुई और बाद में वहीं पर धरने पर बैठ गये। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि पीटीसी कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन दिया जा रहा है और इसमें बढोत्तरी किये जाने की आवश्यकता है लेकिन आश्वासन मिलने के बाद भी उस पर आज तक कार्यवाही नहीं हो पाई है जिससे रोष बना हुआ है। उनका कहना है कि उन्हें भविष्य निधि का लाभ दिये जाने ढांचे में स्वीकृत एवं खाली चतुर्थ श्रेणी के पदों पर वरिष्ठता के आधार पर नियमित किया जाये और पेयजल योजना ग्राम सभा स्वजल अथवा स्वैप में हस्तांतरण से प्रभावित पीटीसी कर्मचारियांे को उत्तराखंड जल संस्थान में ही रखा जाये, उन्हें यात्रा भत्ता भी दिया जाये और वर्ष 2006 में महाप्रबंधक द्वारा रिक्त पदों पर आवेदन मांगे गये थे। उनका कहना है कि शीघ्र ही पीटीसी कर्मचारियों एवं मृतक पीटीसी कर्मचारी के आश्रितों को उन रिक्त पदों पर नियमित किया जाये, जल संस्थान में फीटर, चौकीदार के पदों पर उपनल की नियुक्ति पर रोक लगाई जाये क्योंकि उपनल की नियुक्ति से पीटीसी प्रभावित हो रहे है और 20-30 वर्षों से कार्य का अच्छा अनुभव है उनको नियमित किया जाये।कर्मचारियों ने कहा कि लगातार आश्वासन मिलने के बाद आज तक उनकी मांगों पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है जिससे उनमें रोष बना हुआ है। आज तक उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया है जिससे आंदोलन को और तेज किया जायेगा। उनका कहना है कि आज तक उनकी मांगों पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारी के जरिये प्रमुख सचिव पेयजल को ज्ञापन प्रेषित किया गया। इस दौरान बीरेन्द्र सिंह भंडारी, पुरूषोत्तम पुरी, लेखराज, किशन सिंह भंडारी, उदय सिंह रावत, राघवानंद जोशी, वेद प्रकाश, ओम प्रकाश, वीरेन्द्र भंडारी, मान सिंह नेगी, विशाल सिंह राणा, राघवेन्द्र रावत, धीरपाल सिंह रावत, चन्द्र प्रकाश लखेडा, विव्रफम सिंह कडियाल, मदन सिंह पंवार, हुकम सिंह चौहान, विजय सिंह रावत आदि शामिल थे।
तिथि बढ़ायी
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। शासन द्वारा राज्य आन्दोलनकारियों के चिन्हीकरण हेतु लम्बित आवेदन पत्रों के निस्तारण हेतु अन्तिम तिथि का विस्तार दिनांकः 31 मार्च 2014 तक किये जाने का निर्णय लिया गया है। यह जानकारी देते हुए प्रमुख सचिव गृह ओम प्रकाश ने बताया कि पूर्व में यह तिथि 31 मार्च 2013 निर्धारित की गई थी। उन्होंने बताया कि लम्बित आवेदन पत्रांे के निस्तारण हेतु अन्तिम तिथि में भविष्य में कोई वृद्धि नहीं की जायेगी तथा समस्त जिलाधिकारियों द्वारा दिनांक 31 मार्च 2014 तक सभी लम्बित आवेदन पत्रों का निस्तारण सुनिश्चित किया जायेगा।
अनुशासन समिति फुरकान को देगी नोटिस
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पार्टी नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी पर कांग्रेस अनुशासन समिति ने कड़ा रूख अपनाया है। समिति ने ऐसे नेताओं पर लगाम लगाने के लिए नोटिस देने का निर्णय लिया है। विदित हो कि प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पार्टी नेताओं द्वारा समय-समय पर बयानबाजी की जा रही है। मौजूदा समय में जिस तरह से कांग्रेस विधायक व संसदीय कार्य सचिव फुरकान अहमद द्वारा प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन होने की बात कही है, उसके बाद से पार्टी के अंदर पदाधिकारियों के बीच गुत्थम-गुत्था शुरू हो गयी है। साथ ही ऐसे नेताओं पर कार्यवाही करने का दवाब कार्यकर्ताओं की ओर से बनाया जा रहा है, जो इस तरह के बयान दे कांग्रेस को कमजोर करने में लगे हुए है। इधर प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन करने सम्बन्धी फुरकान अहमद द्वारा दिये गये बयान को कांग्रेस अनुशासन समिति द्वारा गम्भीर से लिया गया है। इस बाबत समिति के सचिव धीरेन्द्र प्रताप ने आज खबर से कहा कि विधायक द्वारा सीएम के खिलाफ बयानबाजी का मामला संज्ञान मंे आया है, जिसको गम्भीरता से लेते हुए समिति सम्बन्धित विधायक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा। उनका साफ कहना था कि इस तरह की बयानबाजी को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इसके अलावा उन्होंने उन नेताओं व पदाधिकारियों को भी सचेत किया, जो इस तरह की बयानबाजी कर कांग्रेस को कमजोर करने में लगे हुए है। हालांकि इस दौरान वह कई विवादास्पद सवालों पर बचते दिखे।
पार्षद नामित होने पर सावित्री का जोरदार स्वागत
देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। महानगर महिला कांग्रेस सेवादल की मुख्य संगठक सावित्री थापा को सरकार द्वारा देहरादून नगर निगम में नामित पार्षद बनाये जाने पर उनका कांग्रेस मुख्यालय मंे जोरदार स्वागत किया गया। विदित हो कि प्रदेश सरकार ने लम्बे इंतजार के बाद देहरादून नगर निगम में दस मनोनित पार्षदो की सूची गत दिवस जारी की थी, जिसमें से एक महानगर महिला कांग्रेस सेवादल की मुख्य संगठक सावित्री थापा का भी नाम है। पार्षद के रूप में चयन होने के बाद आज जब सावित्री थापा सेवादल कार्यालय पहुंची, तो वहां सेवादल के जिला मुख्य संगठक कुंवर सिंह यादव व अन्य कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार ढंग से स्वागत किया। इस अवसर पर यादव ने थापा को बधाई देने के साथ उम्मीद जतायी कि संगठन को जिस तरह से सावित्री थापा लगातार मजबूती की ओर ले जा रही है, उसी तरह पार्षद के रूप में कार्य करते हुए क्षेत्र में भी विकास कार्यों को गति प्रदान करेगी। इस दौरान उन्होंने पार्टी के आला नेताओं का आभार जताया। इस अवसर पर सावित्री थापा ने कहा कि जिन उम्मीदों को लेकर उनको दायित्व दिया गया है, उस पर खरा उतरने का वह हर सम्भव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का विकास उनकी प्राथमिकता में रहेगा। इस अवसर पर राजकुमारी क्षेत्री, कुसुम गुप्ता, सुशीला देसाई, अलका शर्मा, नानक चंद, भावना शर्मा, रामा देवी, अनिता शर्मा, रेखा दास, संतोष थापा, सरस्वती देवी, केपी सिंह सीमा, राजीव वालिया, कमलेश, विमला, शांति देवी, राजकुमार शर्मा आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।
आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया के सम्बन्ध में
चम्पावत/देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। जिला मुख्यालय स्थित जिला चिकित्सालय में आगामी २० दिसम्बर से २२ दिसम्बर २०१३ तक तीन दिवशीय विकलांग शिविर का आयोजन किया जा रहा है उक्त जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. हरीश चन्द्रा द्वारा अवगत कराया कि जनपद मुख्यालय के जिला चिकित्सालय में तीन दिवसीय एक वृहद विकलांग शिविर स्वंय सेवी संस्था निःशक्तजन सेवा समिति पीलीभीत एवं राष्ट्रीय दृष्टिबाधितार्थ संस्थान देहरादून के सहयोग से एक वृहद विकलांग शिविर का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। डा. चन्द्रा द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त शिविर मंे निःशक्तजनों जनों को विकलांग प्रमाण पत्र भी निर्गत किये जायेगें तथा मौके पर ही विकलांग व्यक्तियों को उनकी आवश्यकतानुसार कृत्रिम अंग भी निर्गत कर उपलब्ध कराये जायेंगे उनके द्वारा उक्त शिविर में अधिक से अधिक संख्या मंे विकलांग जन आकर उक्त शिविर का लाभ उठाने की अपील की गयी है।
नही रूक पा रहा है अवैध खनन
भगवानपुर/देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। क्षेत्र में अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है और खनन माफियाओं के हौसले बुलंद नजर आ रहे हैं। क्षेत्र के लोगों ने स्थानीय पुलिस व प्रशासन से शिकायत कर खनन माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है। जानकारी के अनुसार बुद्धवार सुबह क्षेत्र के सोलानी नदी, सिकरोढा मार्ग पर बने घाट से खनन करने में कई ट्रालियां संलिप्त थी। जिसमें पुलिस व प्रशासन को भनक तक नहीं लग पाई। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि कड़ी कार्रवाही न होने के चलते खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं औ इसी कारण अवैध खनन का काम रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
गैस की होम डिलीवरी शुरू कराने को सौंपा ज्ञापन
रूद्रपुर/देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। निकटवर्ती ग्राम शिमला बहादुर में इण्डेन गैस की होम डिलीवरी कराये जाने की मांग को लेकर कांग्रेस श्रम प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सुरेश गौरी के नेतृत्व में भारी संख्या में ग्रामीणों ने काशीपुर बाईपास मार्ग स्थित इण्डेन गैस कार्यालय में प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा और उन्हें होम डिलीवरी न होने से ग्रामीणों को हो रही परेशानियों से अवगत कराया। श्री गौरी ने बताया कि ग्राम शिमला बहादुर के लोगों को गैस सिलेण्डर लेने के लिए पफुलसुंगी या ग्राम गंगापुर जाना पड़ता है, जिसमें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि सप्ताह में एक दिन निर्धारित कर ग्राम शिमला बहादुर में सिलेण्डरो का वितरण कराया जाय ताकि क्षेत्रवासियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े। प्रबंधक हेमंत आर्य ने आश्वस्त किया कि शीघ्र ही ग्राम शिमला बहादुर में भी सिलेण्डरों की होम डिलीवरी प्रारम्भ कर दी जायेगी। ज्ञापन देने वालों में देवाशिष बढ़ई, मनोहर लाल, विनोद, खुशी राम, जसवंत सिंह, देवेन्द्र सिंह, अंकुर, रामपाल, शिवशंकर, मिंटू शर्मा, हेमू पांडे, अकबर, तपन मंडल, प्रेमपाल, ओम प्रकाश,देवीलाल आदि समेत तमाम लोग थे।
लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश
रूद्रपुर/देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। जिलाधिकारी डॉ0 पंकज कुमार पाण्डे ने सभी कार्यालयाध्यक्षो, उप जिलाधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वह राष्ट्रीय बचत योजना में निर्धारित अपने लक्ष्य को वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पूर्व हर हाल में हासिल करना सुनिश्चित करे। उन्होंने बताया कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति को सुदृढ बनाने में योजना की महत्वपूर्ण भूमिका है। जिसके तहत जमा धनराशि पर केन्द्र सरकार द्वारा राज्य सरकार को आर्थिक संशाधन जुटाने हेतु दीर्घकालिन ऋण के रूप में राज्य के विकास हेतु सहायता प्रदान की जाती है। जिलाधिकारी ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष हेतु जनपद को योजना के तहत 28.55 करोड़ शुद्ध जमा करने का निर्धारित किया गया है। जबकि माह नवम्बर तक 50.59 प्रतिशत ही जमा हो पाया है। इस प्रकार जिला योजना के अन्तर्गत बी श्रेणी में वर्गीकृत है। लिहाजा सभी अधिकारियों को निर्देशित किया जाता है कि जिले को ए श्रेणी में लाने के लिये वित्तीय वर्ष की शेष अवधि में अपने निर्धारित लक्ष्य को शतप्रतिशत हासिल करना सुनिश्चित करे। उन्होंने जोर देकर कहां है कि यह महत्तपूर्ण कार्यक्रम है इसमें लापरवाही न बरती जाय। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये है कि वह अपने अधीनस्थ आयकर की श्रेणी में आने वाले अध्किारियों/कर्मचारियों को पीपीएफ खाता खोलेन हेतु प्रेरित करें। साथ ही पेंशन योजना के अन्तर्गत आने वाले कार्मिकों के वेतन में प्राप्त डी0ए0 एरियर की धनराशि को पी0पी0एफ0 अथवा एनएससी में विनियोजित करायें। इसके अलावा जिन विभागों में ठेकेदारों की निविदाओं की जमानत धनराशि राष्ट्रीय बचत पत्र अथवा 5 वर्षीय सावधि जमा खातों के रूप में स्वीकार की जाय।
प्रशिक्षण को 31 दिसम्बर तक करे सम्पर्क
रूद्रपुर/देहरादून, 19 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। जिला समाज कल्याण अधिकारी जगमोहन सिंह कफोला ने बताया है कि बहुउद्देशीय वित्त एवं विकास निगम के तत्वाधान में अनुसूचित जाति एवं जन जाति के शिक्षित बेरोजगार युवक/युवतियों को जीविका प्रोत्साहन योजना के तहत विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से अलग-अलग ट्रेडों मेें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने प्रशिक्षण लेने के इच्ुछक युवाओं से कहा है कि वह अपने आवश्यक प्रमाण पत्रों के साथ 31 दिसम्बर तक विकास भवन स्थित उनके कार्यालय में सम्पर्क कर सकते है। उन्होंने बताया कि जीविका प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति के युवाओं को स्वंय सेवी संस्था अल्प संख्यक पिछडा वर्ग विकास समिति काशीपुर द्वारा हस्त ठप्पा छपाई का,नेशनल इनवायरमेंट पोल्यूशन सेफटी सोसाइटी जसपुर द्वारा जरी कार्य का तथा जन जागृति सेवा समिति सितारगंज द्वारा रैक्सिीन बैग के अन्तर्गत 20-20 युवाओं को 6 माह का प्रशिक्षण दिया जायेगा । इसी प्रकार वीजन कम्प्यूटर सेंटर बाजपुर द्वारा डो0एकओ लेबल,विवेकानंद एजुकेशनल सोसाइटी बाजपुर एवं बहादुर सिंह स्मारक बहुउद्देशीय प्रगति औद्योगिक प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्था किच्छा द्वारा स्टैनोग्री/कम्प्यूटर टाईपिंग में 20-20 युवाओं को 12 माह का प्रशिक्षण दिया जायेगा तथा जन जागृति सेवा समिति सितारगंज द्वारा डलिया टोकरी बुनाई हेतु 20 युवाओं को 4 माह का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसी प्रकार योजना के अन्तर्गत जनजाति के युवक युवतियों को स्वंय सेवी संस्था ग्रामीण विकास शोध संस्थान नकटपुरा सितारगंज व महिला जनजाति सेवा समिति ग्राम घूसरी नानकमत्ता द्वारा दरी बुनाई का 20-20 युवाओं को 6 माह का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
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