उत्तराखंड की विस्तृत खबर (20 दिसंबर) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 20 दिसंबर 2013

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (20 दिसंबर)

हरीश या इंदिरा में से कौन होगा उत्तराखण्ड का मुख्यमंत्री!

harish rawat
देहरादून, 20 दिसम्बर। उत्तराखण्ड की राजनीति में मुख्यमंत्री को लेकर जारी कशकमश अभी अगले 72 घण्टे और जारी रहने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री की दौड़ में हरीश रावत सहित अब इंदिरा हृदयेश पाठक ही रह गई हैं। शेष अन्य दावेदार उन पर लगे कई आरोपों के चलते इस मैराथन से लगभग बाहर हो चुके हैं। इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री और उत्तराखण्ड के कद्दावर नेता हरीश रावत की सोनिया गांधी से काफी लम्बी मुलाकात भी हुई। इस मुलाकात के सकारात्मक परिणाम हरीश रावत गुट बता रहा है, जबकि दूसरी ओर डा. इंदिरा हृदयेश पाठक ने भी कांग्रेस सुप्रिमो सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा है, वे भी अगले 24 घण्टे के भीतर सोनिया से मिलकर अपनी बात रखेंगी। यह सारी कशमकश आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस के भीतर चल रही है। कांग्रेस आलाकमान का सोचना है कि उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पद पर उसको बैठाया जाएगा, जो राज्य की कम से कम तीन लोकसभा सीटें जीताकर लाने का वादा करे, हालांकि आईबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में फिलहाल कांग्रेस को एक भी सीट मिलती नजर नहीं आ रही है। ऐसे में जिसके सिर भी मुख्यमंत्री का ताज सजेगा, उसके सामने सबसे बड़ी चुनौति राज्य की लोकसभा सीटों को लेकर होगी। आपदा प्रबंधन में घोर ढ़िलाई बरतने सहित राज्य में भ्रष्टाचार और राज्य की जल, जंगल और जमीन को औने-पौने दामों पर माफियाओं और उद्योगपतियों को देने के आरोप के चलते मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की कुर्सी इन दिनों डगमगाई हुई है, लेकिन कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौति आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भी है। कांग्रेस आलाकमान उत्तराखण्ड की टिहरी लोकसभा को सर्वाधिक प्रेस्टिजियस सीट मानती है, क्योंकि इस सीट को भाजपा ने मुख्यमंत्री से लोकसभा के उपचुनाव के बाद झपट लिया था। वहीं गुप्तचर सूत्रों से मिले फीडबैक के अनुसार वर्तमान में कांग्रेस राज्य की पाचों लोकसभा सीटों पर बेदम नजर आ रही है। ऐसे में कांग्रेस आलाकमान के सामने जहां लोकसभा चुनाव जीतने और राज्य में अपने खोऐ जनाधार को प्राप्त करने की चुनौती है, वहीं वह ऐसा मुख्यमंत्री भी प्रदेश को देना चाहती है, जो बेदाग हो, क्योंकि वर्तमान मुख्यमंत्री तमाम तरह के आरोपों से घिरने के बावजूद पुत्रमोह में ऐसे फंस गए हैं कि उनकी वजह से प्रदेश में कांग्रेस की किरकिरी हो गई है। इसका परिणाम यह भी माना जाता है कि बीती 15 दिसम्बर को भाजपा की शंखनाद रैली कांग्रेस के खिलाफ जनता के आक्रोश का नाद था। मोदी की रैली के बाद कांग्रेस खासी बैचेन नजर आ रही है और यह बैचेनी प्रदेश से लेकर केंद्र तक साफ देखी जा सकती है। यही कारण है कि कांग्रेस को राज्य में नेतृत्व परिवर्तन पर सोचना पड़ा है। हालांकि कांग्रेस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते महीनों से ही आलाकमान कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन की बात सोच रहा था, लेकिन मोदी की रैली के बाद कांग्रेस को इस पर और संजीदगी से सोचने का मौका मिला। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगले 72 घण्टों के भीतर प्रदेश की राजनीति में कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन किया जा सकता है। वर्तमान में मुख्यमंत्री की दौड़ में केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता हरीश रावत और बहुगुणा मंत्रिमण्डल में शामिल कद्दावर महिला नेत्री के रूप में पहचान रखने वाली डा. इंदिरा हृदयेश पाठक इस दौड़ में काफी आगे निकल चुकी हैं। यह भी माना जा रहा है कि इन दोनों नेताओं में से ही किसी एक के सिर प्रदेश के मुख्यमंत्री का ताज सज सकता है। मुख्यमंत्री की दौड़ में शेष नेताओं को इसलिए बाहर कर दिया गया कि उन पर तमाम तरह के आरोप थे और जनता की नब्ज को वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार टटोलने में वे नाकाम बताए गए थे। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल कुछ मंत्रियों पर भाई-भतीजावाद, अपने करीबीयों को स्टोन क्रेशर के लाईसेंस देने सहित हथियारों के लाईसेंस में मोटी दलाती के आरोप भी हैं। इतना ही नहीं कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल इन अन्य नेताओं के पिछले 21 महीने के रिपोर्टकार्ड को भी ठीक नहीं माना है। यही कारण है कि कांग्रेस को इन दोनों दिग्गजों में से एक बार ही अब अपनी मुहर लगानी होगी। 

यौन शोषण बनाम ब्लैकमेलिंग प्रकरण..., लड़की ने किया कोर्ट में सरेंडर 

देहरादून, 20 दिसम्बर। निलंबित अपर सचिव जेपी जोशी पर लगे यौन शोषण का आरोप दिल्ली से होते हुए दून पहुंचा था। मुख्यालय की निगरानी में एएसपी ममता बोरा की टीम को जांच का जिम्मा सौंपा गया। जहां लड़की ने जोशी के खिलाफ बलात्कार व धमकाने का मुकदमा नगर कोतवाली में दर्ज कराया, वहीं जोशी की ओर से वसंत विहार थाने में लड़की व दो युवकों पर ब्लैकमेलिंग के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। दोनों ही मामलों की विवेचना में समय-समय पर कई गिरफ्तारियां हुईं। आज ब्लैकमेलिंग प्रकरण में आरोपी बताई गई लड़की ने दून की निचली अदालत में सरेंडर कर दिया। अदालत के आदेश के बाद लड़की को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस मामले में सुनवाई की अगली तिथि 2 जनवरी मुकर्रर की गई है। जहां लड़की की ओर से सचिवालक के अधिकारी पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया, वहीं अधिकारी (अब निलंबित) की ओर से युवती पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाए जाने के बाद मामला बेहद संगीन बन चला था। एएसपी ममता बोरा की टीम ने तमाम पहलूओं की जांच के बाद पहले जोशी को गिरफ्तार किया। इसके बाद शुरू हुई ब्लैकमेलिंग प्रकरण की जांच के बाद अभी तक संयुक्त सचिव सुमन सिंह वल्दिया (अब निलंबित), रितू कांडियाल, नीरज चौहान, अमित गर्ग, शाईनी मैक को गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि युवती को न्यायिक हिरासत में लिया गया है। सूत्रांे की माने तो लड़की ने आज फिर कहा कि उसे मोहरा बनाया गया है। इससे पहले ब्लैकमेलिंग मामले में अरेस्टिंग स्टे खारिज करते हुए हाइकोर्ट की ओर से युवती को एक हफ्ते के भीतर निचली अदालत में सरेंडर करने का आदेश दिया गया था। दो रोज से ही यहां दून की न्यायिक अदालत में युवती के सरेंडर करने को पहुंचने का कयास लगाया जाने लगा था। कल स्वास्थ्य खराब होने की बात कहते हुए लड़की के अधिवक्ता की ओर से अदालत में शुक्रवार तक का समय मांगा गया था। अदालत में पेश होने पर कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने लड़की को हिरासत मंे लेकर कोर्ट परिसर स्थित हवालात में भिजवा दिया था। शुक्रवार सुबह ही मीडिया कर्मचारी अदालत परिसर में जुटने लगे थे। दून में हाल में सबसे चर्चित रहे इस प्रकरण में कुल सात लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वहीं सूत्रों की माने तो अभी कुछ और गिरफ्तारी हो सकती है। इधर राज्य पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्धू का कहना कि मामला करीब 90 फीसदी पूरा हो चुका है। बाकि जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि सचिवालय के दो अधिकारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लेने की बात सही नहीं है। हालांकि सिद्धू ने कहा कि अभी तीन और नामों पर जांच चल रही है। यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किए गए जोशी की बेल एप्लीकेशन यहां जिला जज की अदालत खारिज कर चुकी है। सूत्रों की माने तो जोशी की बेल एप्लीकेशन उनके अधिवक्ता की ओर से हाइकोर्ट में डाली जा चुकी है। हालांकि इसकी अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो सकी है। बता दें कि निलंबित संयुक्त सचिव सुमन सिंह वल्दिया की जमानत याचिका भी जिला अदालत खारिज कर चुकी है। अन्य की जमानत याचिका भी अदालत में खारिज हो चुकी है। 

काम पर लौटे डॉक्टर

देहरादून, 20 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। दून अस्पताल के सीनियर सर्जन डॉ. महेश भट्ट के मसूरी नसबंदी शिविर प्रकरण में तबादले से आक्रोशित डॉक्टर शुक्रवार को काम पर लौट आए। स्वास्घ्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने संदेश दिया है कि डॉक्टर की कोई गलती नहीं हुई है और उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। शुक्रवार को डॉक्टरों से सीएमओ ने भी मीटिंग कर डॉक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने की बात कही है। इससे पहले गुरुवार को डॉक्टरों ने पूरे प्रदेश में कार्य बहिष्कार का ऐलान किया था। गुरुवार दोपहर से डॉक्टरों ने ओपीडी सेवाएं बंद कर दी थी। साथ ही उन्होंने वीआईपी ड्यूटी करने से भी मना कर दिया था। डॉक्टरों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देने की धमकी देते हुए कहा था कि आदेश वापस न होने पर वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। प्रांतीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा संघ की बैठक दून अस्पताल सभागार में हुई थी। इसमें डॉ. भट्ट के खिलाफ हुई कार्रवाई पर रोष व्यक्त किया गया था। डॉक्टरों ने इस मौके पर कार्य बहिष्कार का निर्णय लेने के बाद कहा कि वे सिर्फ पोस्टमार्टम और इमरजेंसी ड्यूटी करेंगे। अगर तबादला आदेश रद्द न हुआ तो पोस्टमार्टम और इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर दी जाएंगी। डॉक्टरों ने रोष व्यक्त किया था कि स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने बिना सोचे-विचारे और हकीकत का पता लगाए डॉ. भट्ट के खिलाफ कार्रवाई कर दी।

सड़क हादसों की रोकथाम को लेकर बांटे जा रहे पर्चे 

देहरादून, 20 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। राजधानी पुलिस जहां एक ओर सड़क हादसों पर रोकथाम को लेकर जागरूकता अभियान चला रही। वहीं दूसरी ओर देखा जा रहा कि अधिकांश वाहन चालक यातायात नियमों के प्रति बेपरवाह बने हुए हैं। ऐसे बेपरवाह चालकों को नियम तोड़ते पकड़ने पर चालान के जरिए दण्डित भी किया जा रहा है। हादसों पर अंकुश लग सके इसके लिए पुलिस का प्रयास कम नहीं हुआ है। नए साल के जश्न में सड़क हादसों की खलल न पड़े इसके लिए दून पुलिस की ओर से पर्चा बांटकर लोगों में यातायात नियमों को लेकर जागरूकता बढ़ाया जा रहा है। देर रात तक अभियान के मद्देनजर घण्टाघर पर पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस टीम ने वाहन चालकों को यातायात नियमों के संबंधित पर्चे वितरीत किए। एसपी सिटी नवनीत भुल्लर, एसपी यातायात प्रदीप राय सहित क्षेत्राधिकारी प्रथम हरीश चन्द्र सती के नेतृत्व में देर रात तक चले अभियान में घण्टाघर से गुजर रहे चालकों को ऐसे पर्चे बांटे गए। मैदानी इलाकों में जहां कोहरा यातायात प्रभावित कर रहा। वहीं दून में भी कोहरा बनने से संभावित सड़क हादसे रोकने को लेकर जागरूक किया गया। कोहरे के समय चालकों को किस तरह सावधानी से वाहन चालकी करनी चाहिए बताया गया। साथ ही पर्वतीय सड़कों में वाहन चालकी के गुर बताए गए। सीट बेल्ट और हेलमेट पहने होने सुरक्षा अधिक होती है, बताया गया। वाहनों को हमेशा तय पार्किंग स्थलों में ही खड़ा करने के प्रति जागरूक किया गया। इसी तरह बताया गया कि दो गाड़ियों के बीच में कम से कम चार सैकेण्ड की दूरी का फासला होने से एकाएक रूकने पर वाहनों के टकराने का खतरा कम होता है।  ‘डिंªक व रश ड्राइविंग के प्रति पुलिस सख्त रूख अख्तियार किए हुए है। वाहन चालक सड़क नियमों से खेलना बंद करें। नए साल के आगमन पर जश्न के नाम पर सड़कों पर हुड़दंग करने वालों के खिलाफ जल्द ही अभियान चलाया जाएगा। मुख्यालय की तरफ से ड्रिंक ड्राइविंग रोकने को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इन दिनों यातायात नियमों के प्रति जागरूकता का अभियान चलाया जा रहा है। एल्कोहल मीटर के साथ चेकिंग की जाएगी। नशे की हालत में गाड़ी चलाते पकड़े जाने पर वाहन सीज करने के साथ ही चालकों का लाइसंेस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।’

मानव अधिकारों को लेकर सेमिनार, आपदा में पुलिस की भूमिका को सराहा 

देहरादून, 20 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखण्ड मानवाधिकार आयोग के तत्वाधान में राज्य स्तरीय देा दिवसीय सेमिनार का यहां ओएनजीसी एएनएम घोष ऑडिटोरियम मंे पहला दिन शुरू हुआ। मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य में मानवाधिकारों का हनन नहीं होने दिया जाएगा। राज्य की जनता को पुलिस से बड़ी अपेक्षा है। साथ ही मुख्यमंत्री ने हाल ही में उत्तराखण्ड में आई आपदा के बाद जोरशोर से चले राहत कार्याें में राज्य पुलिस की भूमिका की सराहना की। मुख्यमंत्री बहुगुणा ने कहा कि संविधान में मानव को मौलिक अधिकार प्रदान किए गए हैं। मानव की गरिमा महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी संवेदशील रवैया अपनाएं और हर पीड़ित की शिकायत को गौर से सुनें। वहीं सेमिनार के आज पहले दिन पुलिस महानिदेशक बीएस सिद्धू ने कहा कि मानवाधिकारों को लेकर पुलिस का अहम रोल होता है। तमाम मुद्दों पर अपडेट रहना आवश्यक है। उन्हांेने कहा कि मानवाधिकारों के प्रति पुलिस संवेदनशील रवैया अपनाए। हर नागरिक को अपने अधिकारों के प्रति जानकारी होनी चाहिए। समाज और कानून की पहली सीढ़ी पुलिस को हर शिकायतकर्ता के अधिकारों का ख्याल रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर मानवाधिकारों को लेकर जानकारी बढ़ानी चाहिए। आज और कल चलने वाले इस सेमिनार में मुख्य अतिथि बहुगुणा के साथ ही सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस सुध मिश्रा, हाइकोर्ट नैनीताल के मुख्य न्यायाधिक बारिन घोष, राज्य मानवाधिकार के जस्टिस वीजेन्द्र जैन आदि ने भी मानवाधिकारों को लेेकर संबोधन किया। कार्य स्थल पर कर्मचारियों के अधिकारों के साथ ही बाल अध्किारों और बंदियों के अधिकारों को लेकर भी मंथन होना है। 

शिक्षा से वंचित युवाओं को रोजगारपकर शिक्षा दिया मुक्त विश्वविद्यालय

देहरादून, 20 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय दूरस्थ क्षेत्रो और अपरिहार्य कारणांे से शिक्षा से वंचित युवाओ को रोजगारपकर उच्च शिक्षा प्रदान करेगा। इसके लिए यूओयू राजकीय महाविद्यालयों मे स्टडी सेंटर शुरू करने जा रहा है। जिसमे विद्यार्थियो को समायोजित कर स्नातक /स्नातकोत्तर स्तर पर विभिन्न पाठयक्रमों मे प्रवेश दिया जाएगा। राजकीय स्वायत्तशासी महाविद्यालय मे गढ़वाल मंडल के विभिन्न कालेजो के प्राचार्यों की बैठक हुई। बैठक मे यूओयू के रिजनल डायरेक्टर डा0 संदीप सिंह नेगी ने बताया कि यूओयू ने व्यक्तिगत शिक्षा को समाप्त कर दूरस्थ क्षेत्रो तक शिक्षा पहुंचाने की महत्वाकांक्षी मुहिम शुरू की है। बताया कि इसके लिए प्रदेश के प्रत्येक महाविद्यालय मंे एक शिक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा। जिसमे पीजी और यूजी स्तर पर विज्ञान वाणिज्य और कला तीनांे संकायो के लिए पाठयक्रम चलाए जाएगें। इस मौेके पर कालेज के प्राचार्य डा0 पीएस मखलोगा, डा0 पंकज वर्मा, प्रो0 जीएस रजवार, डा0 पंकज कुमार, डा0 एमएस रौतेला, डा0 वंदना, डा0 अशोक कुमार, डा0यूएस रावत, डा0 सोहन लाल भटट, डा0 डीएस नेगी मोैजूद थे।

शिक्षक संध की बैठक आयोजित 

देहरादून, 20 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। श्री गुरू राम रॉय (पी0जी0) कालेज देहरादून शिक्षक संध की एक बैठक आयोजित की गई जिसमे शासन द्वारा दिये गये विभिन्न निर्देशो की समीक्षा की गई तथा कैरियर एडंवासमेंट स्कीम (कैश) के बारे मे चर्चा की गई। डा0 अरूणा रानी मित्तल ने बताया की उत्तर प्रदेश/उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय परिनियमावली के अनुसार शासन अशासकीय महाविद्यालयों पर सीधे नोडल अधिकारी निरीक्षण हेतू नियुक्त नही कर सकता क्योंकि यह प्रबन्ध तंत्र के अधिकारो का हनन है इसके साथ ही अपर सचिव उच्च शिक्षा द्वारा भिन्न भिन्न महाविद्यालयों  के प्राचार्यो की  बैठक में शिक्षको की विरूद्व की गई टिप्पणी की आलोचना की गई एवं इसे अपर सचिव महोदय का डिग्री शिक्षको के  प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित होना बताया गया। बैठक में 2013 में कैरियर एडंवासमेंट स्कीम (कैश) पिछली तिथि से लागू करने का विरोध किया गया तथा सर्व सम्मत्ति से यह पारित किया गया कि झारखंड एंव पश्चिम बंगाल की तर्ज पर एक ओरियंटेशन एवं एक रिफरेसर कोर्स के आधार पर छह हजार से सात हजार का ग्रेड पे दिया जाए तथा कैस 2013 को शासनादेश जारी होने की तिथि से ही लागू किया जाए क्यों कि इसके अनुसार शिक्षको के कार्यो की समीक्षा करने को कहा गया है जो कि सरासर अव्यवहारिक है क्योंकि कार्यो की समीक्षा शासनादेश जारी होने की तिथि के बाद से ही सम्भव हो सकती है। इस कारण वर्ष 2006 से नियुक्त शिक्षको की पदोन्नति में अड़चन आ रही है एवं उन्हें भारी वित्तीय हानी हो रही है। इस बैठक में ग्रुटा के सयुक्तं सचिव डा0 एच0वी0 पन्त, महाविद्यालय शिक्षक संध के अध्यक्ष डा0 दिपाली सिंधल, सचिव डा0 एम0एस0 गुसांई ,डा0 संदीप नेेगी ,डा0 पूरोहित ,डा0 अतुल कुमार गुप्ता ,डा0 एस0 के0 डबराल, डा0 मधू डी0 सिंह, डा0 सुमंगल नेगी आदि के साथ समस्त शिक्षक उपस्थित रहे।  

चार संदिग्ध युवक चढ़े पुलिस के हत्थे, न्यायालय मंे पेशी के बाद भेजा जेल 

देहरादून, 20 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। थाना क्षेत्रों में दिन ब दिन घटित हो रहे छोटे-मोटे मामलों को रोकने के लिए पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई शुरू की गई है। क्षेत्रों के अंतर्गत पड़ने वाले विभिन्न इलाकों में पुलिस की ओर से रात्रि गश्त बढ़ाई जा चुकी है। इसी का नतीजा कि ऋषिकेश पुलिस ने चार संदिग्ध युवकों को पकड़ने में सफलता पाई। अदालत में पेशी के बाद सभी को जेल भेज दिया गया।  दारोगा आशीष कुमार ने बताया कि हरियाणा रोहतक निवासी अशोक, विनोद, कुलदीप तथा संदीप को संयुक्त बस अड्डे के समीप से पकड़ा गया। इनसे तलाशी में चाकू व सरिया सहित अन्य छोटे औजार बरामद हुए। पुलिस का दावा कि ये सभी क्षेत्र में लूट की वारदात अंजाम देने की पिफराक में थे। आईपीसी की धाराओं के साथ ही सभी पर आर्म्स एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना कि युवकों के मूल जनपद की पुलिस से पता चला कि सभी पर वहां पहले भी कई आपराध्कि मामले दर्ज हैं। वहं दूसरी ओर जाटव बस्ती निवासी संजय को कल देर रात ही पुलिस ने शराब तस्करी करते गिरफ्रतार किया है। 

षड़यंत्र रचकर रचाई शादी अब धमका रहे 

देहरादून, 20 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। विवाह रचाने को षड़यंत्र रचने का एक अनोखा मामला नगर कोतवाली पुलिस के दरवाजे पहुंचा है। पीड़िता महिला ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने मिलकर आपस में षड़यंत्र के तहत तैयार कराए फर्जी दस्तावेजों के सहारे उसकी बेटी से विवाह का पंजीकरण करा लिया। पुलिस का कहना कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। फिलहाल किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है। यहां नगर कोतवाली पुलिस के अनुसार राजपुर रोड निवासी महिला की ओर से झारखण्ड निवासी पंकज पाठक, चन्द्रशेखर, इन्द्रानगर निवसी अभिषेख चौधरी तथा सौरभ सिंह आदि पर धोखाधड़ी और अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया गया है। धोखाधड़ी सहित षड़यंत्र रचने और अन्य कुछ धाराओं में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने मामले की जांच आगे बढ़ा दी है। पुलिस के अनुसार महिला का कहना कि उपरोक्तों ने आपराधिक षड़यंत्र रचकर कूटरचित दस्तावेज तैयार किए। फर्जी तैयार किए दस्तावेजों के सहारे इन्होंने उनकी पुत्री के साथ विवाह का पंजीकरण करा लिया। इसके बाद अब सभी धमका रहे हैं और साथ ही पैसों की भी मांग कर रहे हैं। दारोगा केसी गर्ब्याल मामले की जांच कर रहे हैं। 

पुलिस सिपाही पर धोखाधड़ी का केस 

देहरादून, 20 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। राजधानी देहरादून में जालसाजों ने हर तरफ जाल बिछाया हुआ है। जहां एक ओर पुलिस महकमा बेजा आरोपों से निजाद पाने को जनता के बीच अपनी छवि बेहतर बनाने का प्रयास लगातार ही कर रहा है। वहीं दूसरी ओर कुछ कर्मचारी धोखाधड़ी में लिप्त पाए जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला नेहरू कालोनी पुलिस तक पहुंचा है। जिसमंेे पुलिस सिपाही पर पुलिस में भरती कराने के नाम पर नब्बे हजार ठगने का आरोप लगाया गया है। नेहरू कालोनी पुलिस के अनुसार पुलिस लाइन में तैनात सिपाही जितेन्द्र के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि मूल रूप से ऊधमसिंहनगर निवासी मनीष कुमार जो कि हाल में राजपुर रोड में रह रहे हैं, का कहना कि जितेन्द्र ने उनके भाई को पुलिस में भरती कराने का झांसा दिया। सौदा तय होने के बाद मांगे जाने पर नब्बे हजार रूपए एडवांस दिए गए। बाद में परीक्षा परिणाम आने पर भाई पुलिस में भरती नहीं हो सका। आरोप कि रकम मांगे जाने पर उसने पुलिसिया अंदाज में भय दिखाया और रकम लौटाने से इंकार कर दिया। दारोगा प्रदीप नेगी इस मामले की जांच कर रहे हैं। बता दें कि ऐसे ही एक मामले में पटेलनगर कोतवाली में तैनात महिला कांस्टेबल ने भी पुलिस में भरती के नाम पर डेढ़ लाख ठग लिए थे। शिकायत के बाद उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। एसएसपी के आदेश पर आरोपी महिला कांस्टेबल को निलंबित किया गया था। 

लोक बिल पास होने पर युकां ने किया मिष्ठान वितरण

गदरपुर/देहरादून, 20 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। संसद में लोकपाल कानून के दोनों सदनों में पास किये जाने एवं अन्ना हजारे द्वारा इसकों स्वीकार करते हुये अनशन समाप्ति की घोषणा पर युकां कार्यकर्ताओं ने मिष्ठान वितरण कर खुशी जाहिर की। गुरूवार की सायं युकां विधानसभा अध्यक्ष मनु चौधरी के कार्यालय पर एकत्र हुये। यहां कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये चौधरी ने कहा कि कांग्रेस सरकार हमेश राष्ट्रहित में फैसला करती है, लेकिन कुछ विपक्ष के लोग औछी राजनीति कर समाज का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि माननीय राहुल गांधी ने इस बिल को पास कराने में अपनी पूर्ण भूमिका निभाई है और वह सदैव आम-आदमी के उद्धन  के विषय में विचार करते है तथा उसे लागू भी कराते है। इस बिल के पास होने से भ्रष्टाचार पर काफी लगाम लगेगी तथा लोगों में विश्वास जागेगा। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर की। इस मौके पर युकां विधानसभा उपाध्यक्ष सचिन बजाज, पारस धवन, सुनब्बर अली, शान मौहम्मद, दीपक मेलकानी, अमित कुमार, फजरंद अली, राहुल चंद्रा, सोनी सिंह, सुरेश सिंह, अशरफ अली आदि मौजूद थे।

विहिप के प्रांतीय अध्यक्ष बने डा. महाजन

गदरपुर/देहरादून, 20 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। विहिप नेता व कुमाऊं संभाग मंत्री डा. आरके महाजन को विहिप का प्रान्तीय अध्यक्ष (वि.सं.) के पद पर नियुक्त किया गया। इस आशय की घोषणा विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया द्वारा हल्द्वानी में रूद्राक्ष बेक्वेट हाल में आयोजित धर्म रक्षा-निधि कार्यक्रम के दौरान कही। तत्पश्चात डा. तोगड़िया द्वारा नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष विहिप डा. महाजन का माल्यार्पण कर स्वागत भी किया गया। इस दौरान डा. महाजन ने कहा कि हिन्दुत्व तथा राष्ट्र रक्षा के पुनीत कार्य को वह उत्तराखंड के कोने-कोने में ले जायेंगे तथा धर्म व राष्ट्र विरोधी शक्तियों का जमकर विरोध करेंगे। इस अवसर पर सेंट्रल अस्पताल हल्द्वानी के एमडी सुरेन्द्र मुटियानी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री विहिप प्रसाद, संभाग मंत्री, सुभाष जोशी, प्रांतीय संयोजक बजरंग दल रंदीप पोखरिया, धीरेन्द्र शर्मा, वैभव कांडपाल, राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, कुंवर सिंह नेगी, प्रशांत पंडित, दीपक गोस्वामी, सुधीर बंसल, डा. गिरीज शंकर पांडे, अनिल सैनी, राजू सैनी, हीरालाल यादव, किशन गुंबर, उदय ठाकुर, डा. रघुवीर सिंह संधू आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।

कांग्रेस सहप्रभारी 23 को दून में

देहरादून, 20 दिसम्बर (राजेन्द्र जोशी)। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव व उत्तराखंड कांग्रेस के सहप्रभारी आगामी 23 दिसम्बर को देहरादून मंे आएंगे। उक्त जानकारी देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता धीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि उक्त तिथि को संजय कपूर प्रातः के समय कांग्रेस मुख्यालय में जिला कांग्रेस कमेटी व देहरादून शहर कांग्रेस कमेटी की संयुक्त बैठक को सम्बोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि बैठक में आगामी पंचायत चुनावों को लेकर विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल आर्य भी अपनी उपस्थिति को सुनिश्चित करेंगे।स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान, रूद्रप्रयाग द्वारा एक दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह जानकारी देते हुए आरसेटी रूर्द्रप्रयाग के निदेशक, रणजीत सिंह रावत ने बताया कि जखोली ब्लॅाक के समस्त बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने वाले युवक एवं युवतियों को सूचित किया जाता है कि 26 दिसम्बर, २०१३ को एस०बी०आई० ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान रुद्रप्रयाग द्वारा एक दिवसीय उद्यमिता विकास कार्याशाला आयोजित की जायेगी। जिसमें बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार विषय पर जानकारियां दी जायेंगी। जखोली ब्लॉक के सभी बेरोजगारी भत्ता ले रहे युवक एवं युवतियां २६ दिसम्बर को प्रातः ११ः०० बजे जखोली ब्लॉक सभागार में पहुॅचकर प्रतिभाग करें।

कोई टिप्पणी नहीं: