बिहार में गुरुवार को विभिन्न जिलों में सरकारी स्कूलों में बच्चों को कृमि नाशक दवा दिए जाने के बाद 60 से अधिक बच्चे बीमार हो गए और सभी को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इस आशय की जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने कहा कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं और प्रारंभिक चिकित्सा के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी राजेंद्र प्रसाद ओझा ने बताया कि गया, नालंदा, मुंगेर, जमुई और लखीसराय जिलों में स्कूली बच्चों को कृमि नाशक दवा पिलाए जाने के बाद बच्चों कै और दस्त की शिकायत की।
उन्होंने कहा, "सभी बच्चों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया और अब सभी सुरक्षित हैं। सभी को प्रारंभिक चिकित्सा के बाद छुट्टी दे दी गई है।" यहां पहुंची रिपोर्ट के मुताबिक गया में 30, नालंदा में 16, मुंगेर में 12 जमुई में तीन और लखीसराय में दो बच्चे बीमार हो गए।
ओझा ने स्वीकार किया कि इसके पीछे जरूर कोई न कोई चूक हुई होगी और स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। बच्चों के बीमार होने के बाद अभिभावकों और शिक्षकों के बीच घबराहट फैल गई। राज्य के सारण जिले के एक स्कूल में 16 जुलाई को विषाक्त भोजन से 23 बच्चों की मौत हो गई थी।
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