एयर इंडिया इस साल गर्मियों तक ग्लोबल एयरलाइन अलायंस स्टार में शामिल होने वाली पहली भारतीय एविएशन कंपनी बन सकती है। 28 मेंबर्स वाले स्टार अलायंस के सीईओ मार्क श्वाब ने कहा कि एयर इंडिया का ज्वाइनिंग प्रोसेस ट्रैक पर है।
उन्होंने कहा, 'पिछले कुछ साल में स्टार अलायंस ने मेंबरशिप की कुछ शर्तों में ढील दी है। वहीं एयर इंडिया ने सभी शर्तों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की है।' श्वाब एयर इंडिया की इस मामले में प्रोगेस को देखने के लए भारत यात्रा पर आए थे। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि गर्मियों तक इसके लिए सारे काम पूरे हो जाने चाहिए। हमने कुछ जरूरतों के बारे में बताया है। मिसाल के लिए एयरलाइंस के स्टाफ को स्टार अलायंस के स्टैंडर्ड के हिसाब से ट्रेनिंग दिए जाने की जरूरत है और इसमें कुछ वक्त लग सकता है।'
एयर इंडिया के ऑफिशियल्स के मुताबिक, एयरइंडिया के करीब 8,000 ग्राउंड और केबिन स्टाफ को आने वाले महीनों में इसके लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग के बाद जब एयरलाइन की मेंबरशिप कंफर्म हो जाएगी, तो एयर इंडिया को सभी प्लेन को स्टार अलायंस के लोगो के साथ फिर से पेंट करना होगा। एयर इंडिया साल भर से स्टार अलायंस की मेंबरशिप लेने की कोशिश कर रही है। इससे इसकी ब्रांड इमेज बेहतर होगी और ग्रुप में शामिल दूसरी एयरलाइंस के साथ फ्लाइट शेयरिंग से सरकारी कंपनी की पहुंच भी बढ़ेगी। इस दौरान एयर इंडिया लॉस से बाहर निकलने की भी कोशिश कर रही है। 2011 में स्टार अलायंस ने कुछ शर्तें पूरी नहीं करने के चलते एयर इंडिया की मेंबरशिप की एप्लिकेशन रिजेक्ट कर दी थी। श्वाब ने कहा कि उसके बाद से एयर इंडिया ने इस दिशा में काफी काम किया है।
इस बारे में एयर इंडिया के चेयरमैन रोहित नंदन ने कहा कि स्टार अलायंस को ज्वाइन करने के लिए कंपनी अभी जो काम कर रही है, वह उसे ऐसे भी करने थे। उन्होंने इस सिलसिले में आईटी सिस्टम्स अपग्रेड करने की मिसाल दी, जो लंबे समय से पेंडिंग है। इसी तरह एयर इंडिया के लिए कस्टमर सर्विस को बेहतर करना भी बहुत जरूरी है। नंदन ने कहा कि सुधार की गुंजाइश तो हमेशा ही बनी रहती है। उन्होंने बताया कि स्टार अलायंस ज्वाइन करने के लिए अब हमें ये काम तय समय के अंदर पूरे करने हैं।
अलायंस मेंबर्स के लिए कोडशेयर के बारे में खास रिक्वायरमेंट नहीं है, लेकिन नंदर ने कहा कि एयर इंडिया स्टार अलायंस के कुछ मेंबर्स के साथ कोडरशेयर एग्रीमेंट साइन करने की भी कोशिश करेगी। उन्होंने कहा कि स्टार अलायंस ज्वाइन करने से एयर इंडिया का ब्रांड नेम बड़ा होगा और इसकी पहुंच बड़े नेटवर्क तक हो जाएगी। अलायंस ज्वाइन करने के बाद एयर इंडिया के पैसेंजर्स एयर माइल्स को ग्रुप के दूसरे मेंबर्स की फ्लाइट के लिए भुना सकेंगे। स्टार अलायंस में लुफ्थांसा, सिंगापुर एयरलाइंस और यूनाइटेड एयरवेज जैसी कंपनियां शामिल हैं। इसके मेंबर्स रोजाना 21,900 फ्लाइट ऑपरेट करते हैं।
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