अफ्रीकी महिलाओं से दुर्व्यवहार के आरोपों में घिरे कानून मंत्री सोमनाथ भारती को पद से हटाने की मांग जोर पकड़ रही है, बावजूद इसके दिल्ली सरकार अपने मंत्री के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को साफ किया कि वह जांच पूरी होने तक भारती के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगे।
केजरीवाल सरकार ने फैसला लिया है कि वह विपक्ष के दबाव में नहीं आएगी। इस निर्णय से देर शाम पार्टी की राजनीतिक मामलों की परिषद को भी अवगत करा दिया गया है। पार्टी नेता योगेंद्र यादव के अनुसार, ड्रग्स और सेक्स रैकेट की शिकायतों पर कानून मंत्री द्वारा की गई छापेमारी के बाद उनपर लगे आरोपों की न्यायिक जांच होने दें। इसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दोपहर बाद उपराज्यपाल से मुलाकात कर इस मुद्दे पर सरकार का रुख स्पष्ट किया। हालांकि भारती को पद से हटाने के लिए सरकार पर बढ़ते दबाव पर उन्होंने मीडिया से सिर्फ इतना कहा, ‘देखते हैं क्या होता है।’ इसके बाद दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल उपराज्यपाल से मिला। लवली ने मौजूद साक्ष्यों के आधार पर निष्पक्ष जांच और भारती के खिलाफ कार्रवाई को कहा। वहीं भाजपा ने पुलिस कमिश्नर में मिलकर भारती को गिरफ्तार करने की मांग कर डाली।
युगांडा की एक अन्य महिला ने भी दुर्व्यवहार मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ साकेत कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है। कोर्ट ने पुलिस से पीड़िता की शिकायत पर कोई कार्रवाई न करने का कारण पूछा है। दिल्ली महिला आयोग ने भारती को दूसरा नोटिस भी भेज कर इस मामले में उन्हें जवाब देने के लिए आज दोपहर 3 बजे तक तलब किया है। भारती ने पहले कोई नोटिस नहीं मिलने की बात कही थी।
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