नई दिल्ली में रेल भवन के पास कल से धरने पर बैठे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने धरना स्थल बदलकर जंतर-मंतर ले जाने का गृह मंत्रालय का सुझाव ठुकरा दिया है। केजरीवाल ने आज सुबह कहा कि गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे यह तय नहीं करेंगे कि मैं कहां विरोध-प्रदर्शन करूंगा। दिल्ली में मुझे जनता ने चुना है। आज सुबह दिल्ली में हुई बारिश के बावजूद केजरीवाल और उनके समर्थक धरना स्थल पर डटे रहे। हालांकि उनकी संख्या जरूर कल के मुकाबले कुछ कम थी।
आज अपने समर्थकों से दिल्ली की सड़कों और राजपथ को भर देने की आम आदमी पार्टी की अपील भी दोपहर तक विफल दिखी। बैरिकेटिंग के बाहर धरना देने वालों की संख्या भी काफी कम दिखी। सुबह पौने 11 बजे के करीब केजरीवाल ने समर्थकों समेत रेल भवन के पास स्थित गोलंबर का चक्कर लगाया। इस दौरान उनके समर्थक हाथ में तिरंगा लिये हुये शिंदे और दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारे लगा रहे थे। इसके बाद केजरीवाल ने अपने कार्यकर्ताओं और मीडिया को संबोधित किया जिसमें उन्होंने अपने ऊपर लग रहे आरोपों का जवाब देने की कोशिश की।
सुबह आंख खुलते ही केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि उन्हें और उनके समर्थकों के लिए खाना-पानी भी अंदर नहीं आने दिया जा रहा है। साथ ही उन्होंने जनसुविधायें भी बंद होने का आरोप लगाया था। लेकिन बाद में चाय और खाने-पीने का सामान लेकर गाड़ियों को अंदर आने दिया गया। उधर पुलिस का कहना है कि धरना स्थल बदलने का उनका अनुरोध ठुकरा देने के बाद वह दूसरे विकल्पों पर विचार कर रही है। नई दिल्ली रेंज के संयुक्त पुलिस आयुक्त (जेसीपी) मुकेश कुमार मीणा ने कहा कि अभी आगे की कार्रवाई के बारे में विचार-विमर्श चल रहा है।
मीणा ने कहा कि हमने धरना स्थल बदलने का अनुरोध किया था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने मीडिया में आ रही इन खबरों का खंडन किया कि रेल भवन के पास धरना समाप्त करने के लिए केजरीवाल को कोई अल्टीमेटम दिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस फिलहाल आगे की कार्रवाई पर विचार कर रही है।
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