जमानत के बाद जेल से रिहा हुए एआईएसएफ के 33 छात्र नेता, - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 23 जनवरी 2014

जमानत के बाद जेल से रिहा हुए एआईएसएफ के 33 छात्र नेता,


  • आज सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर किया मायार्पण, संधर्ष तेज करने का लिया संकप, जनतांत्रिक आंदोलनों पर दमन व छात्रें की समस्याओं पर जारी रहेगा संधर्ष–परवेज

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पटना :– आज ऑल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) बिहार राज्य परिषद की ओर से नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती के अवसर पर गांधी मैदान के पास स्थित नेताजी के प्रतिमा पर पुष्पार्पण–मायार्पण किया गया। इसके पूर्व बंगाली अखाड़ा के पास से जयंती के अवसर पर जुलूस निकाला गया। नेताजी सुभाष चंद्र बोस जिंदाबाद, शहीदों तेरे अरमानों को मंजील तक पहुंचाऐंगें, छात्र एकता जिंदाबाद आदि नारा लगाते हुए छात्र नेताजी के प्रमिता स्थल पर पहुंचे। नेताजी के प्रतिमा पर मायार्पण करने के बाद एक सभा का आयोजन किया गया। सभा को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के प्रदेश अध्यक्ष परवेज आलम ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने देश की आजादी में जो संधर्ष किया आज उनसे देश के छात्र–युवा उत्साहित होकर उनके सपनों को साकार करने के लिए संधर्ष कर रहे हैं। इसी संधर्ष को दबाने में सूबे की नीतीश सरकार लगी है। राज्य में व्याप्त शैक्षिक अराजकता व जनतांत्रिक आंदोलनों पर दमन बिहार के छात्र कभी बर्दास्त नहीं करेगें। सरकार चाहे लाठीचार्ज करे या जेल भेजे उससे एआईएसएफ उनके सामने नहीं झुकेगा। शिक्षा व देशहीत के लिए संगठन के साथी अपनी शहादत तक दिये हैं और आगे आने वाले दिनों जरूरत पड़ी तो शहादत भी देगें। उन्होंने कहा कि आज देश में नेताजी के विचारों और उनके संधर्षों को जन–जन तक पहुंचाना एक बहुत बड़ा कार्य है। जिसे एआईएसएफ करेगा।
         
सभा को संबोधित करते हुए संगठन के राज्य कोषाध्यक्ष हरेन्द्र पंडित ने कहा कि नेताजी ने आजादी के आंदोलन में जो अपना योगदान दिया वह अविस्मरणीय है। उनके संधर्षों को याद करने के बाद देश की बेहतरी के लिए संधर्ष करने मन हर लोगों को करता है। नेताजी बिहार में एआईएसएफ के गया, मोतिहारी के कार्यक्रम में आजादी के आंदोलन के दौरान छात्रें को एकजुट होकर संधर्ष करने को कहा था। आज वह समय आ गया है कि देश की मुनाफाखोर शिक्षानिती एवं शिक्षा पर बढ़ते हमले के खिलाफ देश के छात्र एकजुट होकर संधर्ष करें। सभा को संबोधित करते हुए राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रिंस कुमार ने नेताजी के याद में उनकी पंक्ति ‘‘तुम मुझे खुन दो मैं तुम्हें आजादी दुंगा’’ को याद करते हुए कहा कि नेताजी ने देश से गोरे अंग्रेजों को तो खदेर दिया पर आजादी के बाद यहां काले अंग्रेज बच गये हैं जिसे हमलोगों को खदेरना है।

सभा को प्रमुख रूप से राज्यकार्यकारिणी सदस्य विकास झा, गयासुदीन, मुकेश कुमार, राज्य पार्षद संदिप शर्मा, चंदन कुमार, अभिषेक आनंद, रॉकी कुमारी, अखिल गौरव, कपना कुमारी, परवेज असरफी, गोविंद कुमार, आमीर आदि ने संबोधित किया।
        
वहीं 8 जनवरी को विधानसभा मार्च में गिरफ्तार 33 छात्र नेताओं को जमानत के बाद बुधवार देर शाम 13 दिनों बाद जेल से रिहा किया गया। इनके रिहा होने की खबर पर कल शाम सैकड़ों की संख्या में संगठन के कार्यकर्ता फुल–माला के साथ बेउर जेल गेट पहुंचे। जेल से निकलने पर सभी नेताओं का छात्रें ने क्रांतिकारी नारों के साथ स्वागत किया। राज्य सचिव सुशील कुमार, प्रदेश अध्यक्ष परवेज आलम, राज्य कोषाध्यक्ष हरेन्द्र पंडित समेत 33 छात्र नेताओं का फुल–माला पहनाकर उपस्थित छात्रें ने जोरदार स्वागत किया। बेउर जेल से रिहा नेताओं को लेकर छात्रें ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए संगठन के राज्य कार्यालय केदार भवन पहुंचे। यहां छात्रें को संबोधित करते हुए राज्य सचिव सुशील कुमार ने पुलिस बर्बरता के खिलाफ जेल के बाहर संधर्ष कर रहे बिहार के छात्रें को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए छात्रहित में संधर्ष तेज करने का ऐलान किया।

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