केंद्र सरकार सोने के आयात शुल्क घटाने का मन बना रही है. यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार से इस मसले पर विचार करने का आग्रह किया है. उन्होंने वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय को पत्र भेजा है लेकिन वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा है कि चालू खाता घाटा काबू में आने के बाद ही सोने के आयात पर लगी बंदिशें ढीली की जा सकती हैं. खबर यह भी है कि इसके अलावा सोने के आयात से जुड़े निर्यात नियमों में भी ढील दी जा सकती है.
सोनिया के पत्र में जेम्स व ज्वैलरी उद्योग की मांग को ध्यान में रखते हुए उचित कदम उठाने के लिए कहा गया है. इस संबंध में ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वैलरी ट्रेड फेडरेशन ने सोनिया को पत्र लिख कर सोने पर आयात शुल्क 10' से कम कर 2' करने की गुजारिश की थी ताकि निर्यात को प्रोत्साहन मिले और सोने की तस्करी पर अंकुश लगे.
पिछले साल 5 जून को सोने पर आयात शुल्क 6 फीसदी से बढ़ाकर 8' कर दिया गया था. अगस्त में इसे 10' कर दिया गया. फेडरेशन ने आयातित सोने के 20' के बराबर निर्यात की अनिवार्यता खत्म करने की भी मांग की है.फेडरेशन का कहना है कि इस नियम से उद्योग की रीढ़ टूट गई है.
जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन विपुल शाह ने सिंगापुर से बताया कि अगर सोनिया के कहने से आयात शुल्क कम होता है तो यह पूरे उद्योग के लिए बेहतर होगा. उनकी तरफ से आयात शुल्क 5% पर लाने की मांग की गई है.काउंसिल के वाइस चेयरमैन पंकज पारीख के मुताबिक पिछले साल 22 जुलाई को जारी नीति में सोने के आयात के लिए 80:20 का नियम बनाया गया. इस नियम के बाद आयात शुल्क में बढ़ोतरी का कोई मतलब नहीं रह जाता है.
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