झाबुआ के चहुमंुखी विकास के लिए सभी समाजों को आगे आना चाहिए: पुलिस अधीक्षक श्री सिंह
- शिवगंगा की 21 बैलगाडि़यों को प्रचार के लिए हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना
झाबुआ--- झाबुआ-आलीराजपुर जिले के चहुमुखी विकास के लिए सभी समाजजनों को एकजुट होकर आगे आना चाहिए। जिससे शिवगंगा द्वारा जल, जंगल, जमीन, जन, जानवर जैसे पांचों देवो को जगाने के लिए किए जा रहे कार्यों को सार्थकता मिल सके। उक्त विचार झाबुआ पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्रपाल सिंह ने मंगलवार को स्थानीय काॅलेज मैदान पर 21 बैलगाडि़यों को हरी झंडी दिखाते हुए व्यक्त किए। श्री सिंह ने कहा कि शिवगंगा द्वारा किया जा रहा जल और पर्यावरण का कार्य काफी सराहनीय है, क्योकि आने वाले दिनों में लोगों को इन परेशानियों का ही सामना करना पड़ेगा। हमारा जिला पानी एवं हरियाली से हरा-भरा रहे, इससे बड़ा कोई उद्देश्य नहीं हो सकता। श्री सिंह ने शिवगंगा के कार्योे की सराहना करते हुए साधुवाद देते हुए कहा कि इस पुनित कार्य में विभागीय स्तर पर जो भी सहायता की आवश्यकता होगी, विभाग हमेशा ऐसे अच्छे कार्यों के लिए तैयार रहेगा। इस अवसर पर प्रभारी थाना प्रभारी एसडी सिंह, यातायात प्रभारी एमएल भाटी, दिलीपसिंह तोमर, शिवगंगा के नीरजसिंह राठौर, विकास शाह, उल्लास जैन, अतुल देशमुख, विनोद जायसवाल, महेश शाह, भवंरसिंह बिलवाल एंव बड़ी ंसंख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।
पांच देवों को जगाना है, सुख-समृद्धि लाना है
बैलगाडि़यों के माध्यम से झाबुआ एवं आलीराजपुर के 700 गांवों में प्रचार-प्रसार किय जाएगा एवं आगामी 5 से 9 मार्च के लिए आयोजित होने वाले ग्राम समृद्धि मेले का निमंत्रण भी दिया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य पांचों देवों (जल, जंगल, जमीन, जन, जानवर) एवं नवविज्ञान की बातों को जिले के लोगों तक पहुंचाना है एवं गांव-गांव को समृद्ध बनाना है। प्रचार के इस माध्यम को अनूठा इसलिए बनाया गया कि जिले के गांववासी अपनी परंपरा को निकट से देखकर इन सभी बातों को गंभीरता से अपने जीवन में उ उतार सके।
21 बैलगाडि़यों के यह रहेंगे प्रभारी
जिले के 700 गांवों में जा रहीं प्रचार की 21 बैलगाडि़यों के लिए अलग-अलग प्रभारी भी बनाए गए है। जो 21 जनवरी से लेकर 29 जनवरी तक लगातार नौ दिनों तक इस रथ के साथ रहेंगे। क्रमांक-1 में रेमुभाई बहादुरभाई, 2 मंे टीडूभाई जानूभाई, 3 में रामचंद्र एवं मानसिंह, 4 में भीमाभाई, 5 में खीमाभाई रमेशजी, 6 में झीतराभाई चुन्नीलालजी, 7 में पुनिया चेनसिंह, 8 में तेरियाभाई एवं धनसिंह, 9 नौ नाथुबा एवं मांीगालाल, 10 बहादुरभाई एवं बबलू वास्केल, 11 में बापूसिंह झीतरा एवं पणदा, 12 में धूमसिंहभाई एवं महेन्द्र भाबोर, 13 मे रमेश डामोर एवं बहादुरजी, 14 में रामसिंहभाई, 15 में कमेश डामोर, 16 में रूपा एवं लुंजाजी, 17 में श्यामा एवं मंगनभाई, 18 में बाबुभाई एवं बदुभाई, 19 में जालम बाबा, 20 में चमसिंह बाबा एवं 21 में सुरसिंह मीणा यात्रा के प्रभारी रहेंगे। ये सभी ग्रामीणजनों को मेले में आने का निमंत्रण देंगे एवं झाबुआ विकास के बारे में लोगों को जनजागृति का पाठ पढ़़ाएंगे।
प्रत्येक गांव के तड़वी करेंगे यात्रा की आगवानी
बैलगाडि़यो ंके माध्यम से 700 गांवों में ग्राम समृद्धि यात्र का संदेश लेकर जा रहीं यात्राओं की आगवानी अपने-अपने गांव के तड़वी करेंगे। उनके साथ गांव के लोग आरती, तिलक, ढोल-मांदल बजाते हुए यात्रा का स्वागत एवं सत्कार करेंगे। इस दौरान गांवों में भजन के अलावा धर्मसभाओं का भी आयोजन किया जाएगा। सभी गांवों के तड़वी, यात्रा के स्वागत के अलावा अपने ग्रामवासियों के साथ एकत्रित होकर इन यात्राओं की विदाई भी धूमधाम से करेंगे।
200 कार्यकर्ता देेंगे 8 दिन का समयदान
बैलगाड़ी यात्रा के माध्यम से गांवों में समृद्धि का पाठ पढ़ाने के लिए 200 कार्यकर्ता 8 दिन का समयदान करने के लिए यात्रा के साथ निकल गए है। सभी कार्यकर्ता अपने साथ ठंड से बचने की आवश्यक वस्तुएं ं एवं प्रचार-प्रसार की सामग्रीयां लेकर चल रहे है। वे इस दौरान लोगांे को 5 से 9 मार्च को झाबुआ के काॅलेज मैदान पर होने वाले ग्राम समृद्धि मेले में आने का निमंत्रण देंगे एवं पांचों देवों की महीमा के बारे में बताएंगे।
700 गांवों में होगी 378 सभाएं
21 बैलागाडि़यां झाबुआ एंव आलीराजपुर जिले के करीब 700 गांवों में पहुंचेगी। लगातार 7 दिनों तक 63-63 सभाओं के माध्यम से कुल 378 धर्मसभाएं गांव-गांव में आयोजित की जाएगी। इसमें गांव के बच्चें से लेकर वृद्ध तक हिस्सा लेंगे। सभी सभाओं में गांव के वरिष्ठजनांे के साथ यात्रा के प्रभारी लोगों को जागरूकता का पाठ पढाएंगे। साथ ही अपने गांव का विकास कैसे किया जा सके, इन बातों पर भी विशेष जोर देंगे।
29 को धरमपुरी में होगा समापन
इस यात्रा का समापन 29 जनवरी को झाबुआ से 3 किमी दूर स्थित ग्राम धरमपुरी में होगा। जहां पर यात्रा के प्रभारी श्री राजाराम कटारा, भंवरसिंह भयडि़या पूरी यात्रा की समीक्षा करेंगे। इस अवसर पर शिवगंगा प्रमुख महेश शर्मा यात्रा से जुड़ी खट्टी-मिट्ठी बातों को कार्यकर्ताओं से सुनेंगे एवं आगामी रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
जनसुनवाई में 89 आवेदन प्राप्त
झाबुआ-- शासन के निर्देशानुसार प्रातः 11 बजे से 1.00 बजे तक जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। जनसुनवाई में जनसमस्या सें संबधित 89 आवेदन प्राप्त हुवे। जनसुनवाई में आवेदन प्रभारी कलेक्टर श्री धर्मेन्दकुमार सिंह ने लिये। आवेदन निराकरण के लिये संबंधित विभागों को भेज दिये गये है। जनसुनवाई में ग्राम सेमलपाडा तहसील थांदला के आसपास के 5-6 गाॅव के 15 फलियों के ग्रामीणों ने 24 घण्टे की बजाय केवल 10 घण्टे ही विद्युत मिलने की शिकायत की। कलसिंह पिता पांगलिया निवासी भूराडाबरा तहसील झाबुआ ने इंदिरा आवास स्वीकृत करवाने के लिए आवेदन दिया। श्रीमती ममता पंवार पति श्री सीताराम पंवार निवासी एमजी रोड राणापुर ने पति की भूतखेडी नर्सरी में माली के पद पर कार्यरत रहते हुए मृत्यु होने से अनुकम्पा नियुक्ति करवाने के लिए आवेदन दिया। ग्राम माकनकुई के ग्रामीणों ने ग्राम सभा में सरपंच द्वारा पंचों एवं उप सरपंच को ग्राम सभा में नहीं बुलाने की शिकायत की एवं ग्राम पंचायत में बने पुलिया एवं स्टापडेम की जाॅच करवाने के लिए आवेदन दिया । तोलसिंग पिता झितरा अजरावनिया निवासी दूधी तहसील झाबुआ ने कृषि भूमि की पुरानी ऋण पुस्तिका के आधार पर नवीन ऋण पुस्तिका प्रदाय करने के लिए आवेदन दिया। जन्नूबाई गरवाल ने प्री मैट्रिक बालक छात्रावास कल्याणपुरा विकासखण्ड झाबुआ में रसोयन के पद पर कार्य करने की अनुमति प्रदान करने के लिए आवेदन दिया।
26 जनवरी से होगी विषेश ग्राम सभाएॅ
झाबुआ--शासन के निर्देषो के तहत आगामी 26 जनवरी 2014 गणतंत्र दिवस से चरणबद्ध तिथियों मंे ग्राम संभाएॅ आयोजित की जाएगी। आयोजित होने वाली ग्राम सभाओं में षासन द्वारा जारी एजेण्डे के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
पत्रकारिता के पुरोधा घोडावत पंचतत्व में विलीन, डबडबाई आंखो से दी अन्तिम बिदाई ।
- श्रद्धाजलि सभा में कलमकारों एवं समाज जनो ने किया पूण्य स्मरण ।
झाबुआ--आदिवासी अंचल में पत्रकारिता को पहचान दिलाने वाले,युगदृष्टा एवं बहुमुखी प्रतिभा के धनी, अपनी पेनी कलम से शासन-प्रशासन को झकझोर देने वाले निर्भिक एवं निडर, पत्रकारों के पितृ पुरूष यशवंत घोडावत के पार्थिक शरीर को मंगलवार को स्थानीय मुक्तिधाम पर पंचतत्व में विलीन करदिया गया । उनके पुत्र कुलदीप घोडावत ने उन्हे मुखाग्नि दी । घोडावतजी के महाप्रयाण का समाचार पूरे अंचल ही नही वरन दूर दूर तक जंगल की आग की तरह फल गया और पूरे जिले के कलमकारों के साथ ही सभी समाज के लोगों,समाज जनों,बुद्धिजीवियों, राजनेताओं ने उनकी अन्तिम यात्रा में भाग लिया । श्री घोडावत को अन्तिम बिदाई के समय हर एक की अंाखे उनके बिछोह मे छलक रही थी । हर कोई अपने दादा के अन्तिम दर्शन एवं बिदाई के क्षणों को खोना नही चाहता था । हजारों की संख्या में लोगों ने लक्ष्मीबाई मार्ग स्थित उनके निवास से निकली अन्तिम यात्रा में शिरकत कर अपने प्रिय पात्र को अन्तिम बिदाई दी। गेल कालोनी के पीछे स्थित अनास तट मुक्तिधाम को उन्हे अन्तिम बिदाई दी । इस अवसर परश्री घोडावत को स्मरण कर उन्हे श्रद्धांजंलि देने के लिये शोकसभा आयोजित की । कार्यक्रम कासंचालन करते हुए जेन श्री संघ एवं रोटी अध्यक्ष यशवन्त भंडारी ने श्री घोडावत के बहुआयामी व्यक्तित्व का जिक्र करते हुए उनके साहित्य, राजनीति एवं पत्रकारिता के इतिहास के बारे में बताते हुए 1977 में इमरजेंसी के समय मामाबालेश्वर दयाल की सभा आयोजित करवाने,जनता पार्टी के जिले में गठन मे भूमिका का उल्लेख करते हुए एक निर्भिक पत्रकार के रूप में उनकी विशेषता बताते हुए उन्हे पत्रकारिता का प्रशिक्षण केन्द्र बताया । जैन सोश्यल ग्रुप एवं समस्त जेन श्री संघ के संजय मेहता ने श्री घोडावत की चिर बिदाई को एक शून्य बताते हुए उनकी निर्भिक, दंबंग,सशक्त,उर्जावान, तेज लेखनी का भीश्म पितामह बताते हुए उनके समाजसेवा, सामाजिक संस्थाओं में भागीदारी, साहित्य के क्षेत्र में उनकी सेवाओं के लिये स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि दी । वर्धमान जैेन श्री संघ के संजय मूणत ने उनकी सामाजिक,पारिवारिक पत्रकारिता के इमानदारी पूर्वक दायित्व निर्वहन का स्मरण कराते हुए उन्हे नमन किया । कल्याणपुरा श्रीसंघ की ओर से प्रवीण सुराणा ने अपने सारगर्भित उदबोधन में कहा कि यशवंत जी ने कल्याणपुरा से साहित्य के माध्यम से ’’फक्कड’’ उपनाम से अपनी यात्रा शुरू कर पत्रकारिता तक कई आयाम दिये । अभी तक 27 अखबारों को देख चुके श्रीघोडावत नेसर्वहारा वर्ग कीआवाज को उठाकर एक उल्लेखनीय कार्य किया । शासन प्रशासन से टकरा जाने की उनकी हिम्मत का कोई तोड नही है । घोडावत परिवार से पूज्य उमेश मुनिजी एवं यशवंत घोडावत के महाप्रयाण को उन्होनें समाज एवं पत्रकार जगत के लिये अपूरणीय क्षति बताया । झाबुआ नगर एवं आजाद साहित्य परिषद की ओर से डा. के.के.त्रिवेदी ने श्री घोडावत को कालजयी बताते हुए उनके महाप्रयाण को पूरे अंचल को झकझोर देने वाला बताया ।उन्होने झाबुआ के पत्रकारिता का इतिहास बताते हुए स्व. कन्हैेयालाल वैद्य, मामा बालेष्वर दयाल, भूपेन्द्रनाथ त्रिवेदी, कृष्णकांत व्यास आदि की पत्रकारिता की सक्रियता की चर्चा करते हुए घोडावत के महाप्रयाण को पत्रकारिता में आई रिक्तता बताते हुए उनके आलेखो, रचनाओं, लेखों एवं साहित्य को रिसर्च के विद्यार्थियों के लिये एक मार्गदर्शक बताया । उन्हे प्रशासन का दिशा दर्शक बताते हुए उनके उपन्यास की विशेषता का उल्लेख किया । श्री घोडावत की निर्भिक पत्रकारिता की प्रसंशा करते हुए कहा कि ऐसा अनुकरण कर अपनी लेखनी की धार को कलमकारों को बनाये रखना होगा । थांदला श्री संघ की ओर से सुरेन्द्रकांकरिया पत्रकार ने घोडावत की बिदाई पर पत्रकारों में व्याप्त शोक का जिक्र करते हुए उन्हे सान्त्वना देने की जरूरत बताई । उन्होने कहा कि घोडावत जी का चले जाना घोडावत परिवार, संघवी परिवार एवं पत्रकार परिवार के लिये आघात है ।युग समय की पहचान होती है और क्षणों का लम्बा कारवां गुजर जायेगा । श्री घोडावत ने छोटे अखबारों को अपनी पहचान दी थी । इस अवसर पर झाबुआ विधायक शांतिलाल बिलवाल ने कहा कि अनेक विधाओं के विद् की बिदाई सभी के लिये दुखदायी है । पत्रकारिता का सार्थक षब्द ही घोडावत है । उन्होने अन्तिम व्यक्ति को पहचान कर उसको हक्क दिलानें के लिये अपनी कलम की धार को तेज किया था । तलवार की धार से पैनी उनकी कलम की धार रही हैं । आज पूरे अंचल में उनके अखबार को ढुण्ड कर पढा जाता है यही उनकी नेसर्गिक विशेषता रही है । अन्तिम समय तक उन्होने कलम की धार को बोथरा नही होने दिया । उन्होने दीवंगत आत्मा की चिरशांति की कामना करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की । एडवोकेट निर्मल मेहता ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके अवसान को असामयिक बताया औेर अपने सस्मंरणों के माध्यम से बताया कि अलग अलग लोगों काउनके प्रति अलग अलग नजरिया था । वे सत्य के लिये सदा डटे रहे और कभी भी असत्य के सामने नही झुके । जिले भर से आये पत्रकारों की ओर से भी आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम कासंचालन करते हुए मनोज मेहता ने उन्हे पत्रकारिता का भीश्म पितामह बताया । उन्हाने परिवार,समाज,भगवान से भी बढ कर अपनी लेखनी एवं पत्रकारिता को महत्व दिया । गरीब लोग अपनी समस्या लेकर उनके पास आते थे ओर जन सुनवाइ्र कर अपनी कलम से आवाज प्रशासन तक पहूंचाकर निराकरण करवाते रहते थे । दोलत भावसार ने अपने सम्बोधन में उनके साथ दो दिन पूर्व घोडावतजी द्वारा दी गई बधाई का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी अन्तिम इच्छा केसरिया जी तीर्थ पर जाने की थी किन्तु नियति की नादानी के चलते वे ेअब हमारे बीच नही है । उनकी अन्तिम इच्छा इनके पुत्र कुलदीप द्वारा पूरी की जावेगी ।श्री भावसार ने उनकी लेखनी की जीवटता की प्रसंशा करते हुए पत्रकारिता का पुरोधा बताया । थांदला प्रेसक्लब के आम प्रकाश भटृ ने उन्हे बिना किसी आडम्बर के मामाबालेश्वर दयाल की तरह पत्रकारिता करने वाला महामानव बताया । धार जिले के वरिष्ठ पत्रकार छोटू शास्त्री ने उन्हे कांतिकारी पत्रकारिता का जनक निरूपित किया । साभार दर्शन के रमेश मिश्रा ने घोडावत जी अनायास बिदाई को एक कभी न भरने वाली रिक्तता बताई तथा पत्रकारिता के एक अध्याय की समाप्ति होने का जिक्र किया । पत्रकार यशवंत पंवार ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि वे पत्रकारिता के चलित विश्वविद्यालय थें वही लेखन शेली के प्रेरणा स्त्रोत भी कहे जाते थे ।पत्रकारो के मजबुत आधार स्तंभ होकर उनके लिये हमेशा आगेवान रहते थे । उनकी लेखन शैली का कोई तोड नही है वे इसके लिये सदा याद किये जावेगें । जिला पत्रकार एसोसिएशन के एनयूके पिल्लई ने पत्रकार संगठन की ओर से उन्हे भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की । दिलीपसिंह वर्मा ने श्रीघोडावत के अवसान को दुखद बताते हुए कहा कि खबर बनाने वाला खुद ही खबर बन गया । पेटलावद क्षेत्र के हरीशंकर पंवार ने अपनी श्रद्धांजलि देते हुूए कहा कि पत्रकारिता का एक बडा हिस्सा धारा एवं प्रतिभा के खिलाफ रहा उन्होने मान्यमापदण्डों को चुनौति देने का साहस था। आज उनके महाप्रयाण से पूरा वनाचंलव कस्बाई पत्रकार जनगत हतप्रभ है । थांदला के राजीव चोरडिया ने उन्हे श्रद्धांजलि देते हुए दशक तक उनकी निर्भिक पत्रकारिता की प्रसंशा कर सच्चा समाजसेवी बताया । श्रमजीवी पत्रकार संघ के शलभ भदौरिया, शरद जोशी,कुंदन अरोडा की ओर से भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई । इलेक्ट्रानिक चेनल के ठा. नरेशप्रतापसिंह ने भी उन्हे बोल्ड आक्रामक पत्रकार बताते हुए आडम्बर से परेव्यक्तित्व बताया । भाबरा के वीरेन्द्र जैन ने उन्हे पितृ पुरूष निरूपित किया उन्होने झाबुआ एवं आलीराजपुर जिले के पत्रकारों की ओर से कहा कि दादा का कार्यालय चालू रखा जावेगा । मेघनगर के राजेन्द्र सोनगरा, बामनियाके सत्यनारायण शर्मा, ने उनकी राजनैतिक एवं पत्रकारिता मे दबंगता का जिक्र करते हुए पत्रकारो का पाण्डव एवं घोडावत जी को भीष्म निरूपित किया । जिला पत्रकार संघ के अध्यक्ष सलीम शैरानी ने घोडावतजी की याद में आयोजन करने की घोषणा करते हुए प्रतिवर्ष साहित्य पर आधारित कार्यक्रम आयोजित किये जावेगें । धर्मेन्द्र मालवीय ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की । ओम प्रकाश शर्मा ने जिला प्रभारी मंत्री अंतरसिंह आर्य के शोक सन्देश प्राप्त होने की जानकारी दी।
सांसद निधि से लाखों के कार्य स्वीकृत
झाबुआ--जिले के सांसद कांतिलाल भूरिया ने अपने संसदिय क्षेत्र अन्तर्गत झाबुआ जिले में लाखों रूपये के कार्य की अनुशंसा पर जिला कलेक्टर द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है।उक्त स्वीकृति से जिले के सरपंचों एवं ग्रामीणों मे हर्ष व्यक्त किया है वही श्री भूरिया ने कहां कि पुरे जिले में किसी भी ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य की कमी नहीं आने दी जावेगी तथा जहां जहां आवश्यकता होगी वहां पर तत्काल जरूरत के मान से निर्माण कार्यो की स्वीकृति प्रदान की जावेगी श्री भूरिया ने रामा जनपद पंचायत अन्तर्गत ग्राम पंचायत पिथनपुर में सी सी रोड, महुडीपाडा में सी सी रोड धांधलपुरा के गोमला में सी रोड ,तथा सिलखोदरी में सी सी रोड हेतु 2.00 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई इसी प्रकार झाबुआ जनपद पंचायत अन्तर्गत कयडावद बडी में सी सी रोड, एवं पिपलिया पारा रोड में सी सी रोड हेतु 2.50- 2.50 लाख की तथा रानापुर जनपद अन्तर्गत धमनी चमना में पुलिया निर्माण, सुरडिया में पुलिया निर्माण तथा बुधाशाला,पुवाला में पुलिया, अधारवड में में पुलिया निर्माण हेतु 3- 3 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई है मेघनगर जनपद पंचायत अन्तर्गत रपट निर्माण पंचचपिपलिया, रपट निर्माण छायन, एवं सी सी रोड आमलीयामल हेतु 2.00 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई है। सांसद प्रतिनिधि विक्रान्त भूरिया ने कहा कि उक्त स्वीकृति से जहां आम जनता एवं पशुओं को ग्रामीण क्षेत्र में आने जाने की समस्या से निजात मिलेगी ,स्वीकृति से जिले के सरपंच एवं कांग्रेस कार्यकर्ता मानसिंह मेडा हेमचन्द्र डामोर, नगर पंचायत अध्यक्ष कैलाश डामोर,यामिन शेख, पारसिंह डिडोर,अजहर हुसैन सांसद प्रतिनिधि ने श्री भूरिया का आभार माना है।
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