बिहार मंत्रिमंडल ने मंगलवार को औपचारिक रूप से पश्चिम बंगाल में सामूहिक दुष्कर्म के बाद जलाकर मार दी गई किशोरी के पिता को सरकारी नौकरी देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इसके अलावा राज्य सरकार परिवार का पुनर्वास भी कराएगी। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। मंत्रिमंडल सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने यहां संवाददाताओं से कहा, "राज्य सरकार ने पीड़िता के पिता को रोजगार मुहैया कराने और परिवार को बिहार में ही पुनर्वास कराने का फैसला लिया है।"
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशयक का फैसला लिया गया। पेशे से टैक्सी चालक पीड़िता के पिता ने पत्नी के साथ मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात करने के बाद बताया, "नीतीश कुमार ने हमें बिहार में ही पुनर्वास कराने का आश्वासन दिया है और मुझे पुलिस विभाग में चालक की नौकरी दिलाने का भरोसा दिलाया है।"
पीड़िता का परिवार बिहार के समस्तीपुर जिले का निवासी है और रोजगार की तलाश में पश्चिम बंगाल उत्तरी 24 परगना जिले में मध्यमग्राम विस्थापित हो गया था। नीतीश कुमार ने इससे पहले पीड़िता के परिवार को 1 लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान दिया था।
पीड़िता के साथ अक्टूबर महीने में एक गिरोह ने दो बार दुष्कर्म किया और 23 दिसंबर को उसे आग के हवाले कर दिया। झुलसी अवस्था में अस्पताल में इलाज करा रही पीड़िता की 31 दिसंबर को मौत हो गई। पीड़िता के परिवार के लोग राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात कर दोषियों को फांसी की सजा सुनिश्चित कराने की मांग की थी।
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