पणजी में 12 जनवरी को हुई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली के लाइसेंस शुल्क और कर बिलों का भुगतान नहीं किया गया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। पणजी नगर निगम (सीसीपी) के महापौर सुरेंद्र फरटाडो ने बुधवार को बताया कि निगम की अनुमति के बिना भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की जनरैली के विज्ञापन और प्रचार के लिए पूरे शहर में बैनर और पोस्टर लगाए गए।
सुरेंद्र ने कहा, "न तो उन्होंने अनुमति ली और न ही लाइसेंस शुल्क का भुगतान किया, जो कि शहर की सीमा के अंदर विज्ञापन या प्रचार सामग्री के लिए अनिवार्य है।" मोदी, मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर और भाजपा नेताओं के इस रैली में एक लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ इकट्ठी थी।
सुरेंद्र ने बताया, "हाल ही में हुई कांग्रेस की एक छोटी सी बैठक में सीसीपी ने कर और लाइसेंस शुल्क में 25,000 रुपये से ज्यादा कमाए। मोदी की बैठक में सीसीपी को कुछ नहीं मिला। उन्होंने एक रुपये का भुगतान नहीं किया।" हालांकि भाजपा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सीसीपी, पार्टी से बकाया राशि वसूलने के लिए स्वतंत्र है।
अधिकारी ने बताया, "सीसीपी अभी भी हमसे लाइसेंस शुल्क और अन्य करों की वसूली कर सकती है। ऐसी बड़ी बैठकों की तैयारी में कुछ गलतियां हो जाती हैं।"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें