दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित तेलुगू अभिनेता नागेश्वर राव नहीं रहे। आंत के कैंसर से जूझ रहे राव ने यहां बुधवार को अपने निवास पर अंतिम सांसें ली। वह 90 वर्ष के थे। नागेश्वर के मैनेजर ने आईएएनएस को बताया, "वह बुधवार सुबह अपने घर पर नींद में ही दुनिया से कूच कर गए। हाल में उनकी सर्जरी कराई गई थी और उनकी सेहत में सुधार हो रहा था।"
पिछले साल अक्टूबर में ही उन्हें कैंसर का पता चला था। उन्होंने इस बारे में सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी। उन्होंने अपने प्रशंसकों और शुभचिंतकों से अनुरोध किया था कि उनके प्रति सहानुभूति न दिखाएं। 20 सितंबर, 1924 को जन्मे राव ने 250 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया। राव ने तेलुगू के साथ ही तमिल में भी कुछ फिल्में कीं।
उन्होंने रंगमंच से शुरुआत की। अपने करियर के शुरुआती वर्षो में उन्होंने महिलाओं की भूमिकाएं भी निभाईं। 1944 में उन्होंने तेलुगू फिल्म 'सीताराम जननम' में प्रमुख भूमिका निभाई। उनकी कुछ यादगार फिल्मों में 'बतासरी', 'देवदासु' और 'प्रेम नगर' शामिल हैं। वह इन दिनों अपने बेटे एक्कीनेनी नागार्जुन और पोते एक्कीनेनी नागा चैतन्य के साथ तेलुगू पारिवारिक फिल्म 'मनम' के लिए शूटिंग कर रहे थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें