आंध्र प्रदेश को अखंड रखने को लेकर हो रहे सख्त विरोध के बावजूद विभाजन को लेकर आगे बढ़ने की केंद्र की प्रतिबद्धता को देखते हुए बताया जाता है कि मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने अपने पद से इस्तीफे के साथ ही कांग्रेस छोड़ने का फैसला कर लिया है।
मुख्यमंत्री कैंप के सूत्रों ने बताया कि किरण राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन से दिन में तीन बजे मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं। लोकसभा में आज आंध्रप्रदेश पुनर्गठन विधेयक 2014 के पारित किये जाने के मजबूत संकेतों के साथ अभी तक वेट एंड वाच की नीति अपना रहे किरण ने कथित तौर पर अपने सहयोगियों से कहा है कि वह और इंतजार नहीं कर सकते।
बताया जाता है कि इस्तीफा मुद्दे पर उनके साथ तीन या चार कैबिनेट सहयोगी और उनका समर्थन कर रहे कुछ विधायक ही हैं। विभाजन मुद्दे पर लड़ाई को किसी अंजाम तक नहीं पहुंचता देख उन्होंने इस्तीफा देने का मन बनाया है। सोमवार रात में प्रशासनिक फेरबदल में अपने दो विशेष सचिवों को उनकी ड्यूटी से मुक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने बड़ा संकेत दिया है कि वह अपनी राह पर आगे बढ़ चुके हैं। उनके प्रधान सचिव और अन्य विशेष सचिव के भी आज तबादले की उम्मीद है, जिससे सीएमओ खाली हो जाएगा। अभी यह साफ नहीं है कि किरण नयी पार्टी बनाएंगे अथवा नहीं।
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