डीएमडीके नेता और तमिलनाडु में विपक्ष के नेता विजयकांत ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की और मछुआरों से जुड़े मुद्दों के हल के लिए उनसे हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया। प्रधानमंत्री को सौंपे ज्ञापन में उन्होंने सिंह से मछुआरों का मुददा श्रीलंका सरकार के समक्ष उठाने और आवश्यक होने पर पड़ोसी देश के साथ समझौते की समीक्षा करने का अनुरोध किया।
उन्होंने कहा कि अगर 1974 के समझौते की समीक्षा की आवश्यकता हुई तो तुरंत तत्काल सर्वोच्च स्तर पर उठाया जाना चाहिए। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य है कि अगर किसी संधि का कार्यान्वयन किए जाने पर विभिन्न पक्षों में से किसी को व्यापक नुकसान होता है तो दोनों पक्षों द्वारा इसकी समीक्षा की जा सकती है। भारत और श्रीलंका के बीच 1974 का समझौता कच्चातीवु द्वीपों को लेकर है।
प्रधानमंत्री के साथ 30 मिनट की बैठक के बाद बाहर आने पर विजयकांत ने संवाददाताओं से कहा कि तमिलनाडु से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ विस्तृत चर्चा की। उनके साथ पार्टी के अन्य विधायक भी थे। विपक्षी नेता विजयकांत ने सवाल किया कि मुख्यमंत्री जयललिता ने अब तक इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से क्यों नहीं मुलाकात की। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की भलाई के लिए मैं यहां 21 विधायकों के साथ आया हूं। लेकिन वे लोग इस तरह से प्रधानमंत्री से क्यों नहीं मिल रहे हैं।
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