जगदंबिका पाल भाजपा में शामिल हो सकते हैं - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 27 फ़रवरी 2014

जगदंबिका पाल भाजपा में शामिल हो सकते हैं

कांग्रेस सांसद जगदंबिका पाल भाजपा में जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि उनकी भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से मुलाकात भी हो चुकी है, लेकिन यूपी बीजेपी की तरफ से जगदंबिका का विरोध हो रहा है। जगदंबिका पाल यूपी के डुमरियागंज से कांग्रेस के सांसद हैं। जगदंबिका पाल 1998 में तीन दिन के लिए यूपी के सीएम भी बने थे। जगदंबिका पाल 2 मार्च को मोदी की लखनऊ में होने वाली रैली में मंच पर नजर आ सकते हैं। जगदंबिका पाल के भाजपा में शामिल होने की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, क्योंकि उत्तर प्रदेश के भाजपा नेता इसके खिलाफ हैं।

जगदंबिका पाल ने भी भाजपा में शामिल होने की संभावना से इनकार किया है, हालांकि उन्होंने कांग्रेस में अपमानित होने की बात कबूल की है। जगदंबिका पाल सिर्फ तीन दिन तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे थे। वे उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख भी रह चुके हैं। जगदंबिका पाल 21 फरवरी 1998 से 23 फरवरी 1998 तक यूपी के मुख्यमंत्री रहे। 21 फरवरी 1998 को तत्कालीन राज्यपाल रोमेश भंडारी ने कल्याण सिंह के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त किया था। इसके बाद जगदंबिका पाल मुख्यमंत्री बने थे। कल्याण सिंह ने राज्यपाल के फैसले को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती दी। 23 फरवरी 1998 को हाईकोर्ट ने राज्यपाल के फैसले असंवैधानिक बताया। इस पर जगदंबिका पाल को इस्तीफा देना पड़ा और कल्याण सिंह फिर से मुख्यमंत्री बन गए।

कोई टिप्पणी नहीं: