अमेरिका ने वैश्विक पाइरेसी एवं बौद्धिक संपदा अधिकारों (आईपीआर) के उल्लंघन के मामले में नयी दिल्ली स्थित नेहरू प्लेस व गफ्फार मार्केट को ‘कुख्यात बाजार’ के तौर पर चिह्नित किया है. अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधियों द्वारा बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में नेहरू प्लेस व गफ्फार मार्केट के अलावा मुंबई स्थित मनीष मार्केट और लैमिंगटन रोड एवं हैदराबाद स्थित शेनाय ट्रेड सेंटर व हांगकांग बाजार को कुख्यात बाजार के तौर पर चिह्नित किया है.
कुख्यात बाजारों पर आधारित इस रिपोर्ट में कहा गया है, ‘नेहरू प्लेस भारत के प्रमुख शहरों में कुख्यात बाजारों का एक प्रमुख उदाहरण है जहां बड़ी तादाद में पाइरेटेड (नकली) सॉफ्टवेयर, पाइरेटेड आप्टिकल मीडिया व नकली सामानों की खरीद.फरोख्त की जाती है.’ अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि माइक फ्रोमैन ने कहा है कि ऐसे बाजार अमेरिकी श्रमिकों को अनुचित रूप से नुकसान पहुंचाने वाले बाजार हैं.
ये उनके काम का मूल्य घटाने वाले तथा उनकी नौकरियों के लिए खतरा है. इन बाजारों में दवाएं, सौंदर्य प्रसाधन तथा वाहनों के कलपुर्जे भी बेचे जाते हैं जो स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए घातक हो सकते हैं. कुख्यात बाजारों संबंधी रिपोर्ट ‘2013 आउट-ऑफ सायकिल रीव्यू ऑफ नोटोरियस मार्केट्स’ में कहा गया है कि गफ्फार मार्केट नकली कपड़ों, जूतों, सौंदर्यप्रसान के सामान, इलेक्ट्रानिक वस्तुओं और अन्य तरह की चीजों से अटा रहता है. ये सामान भारत में बाजार से मंगाए गए होते हैं.
इसी तरह मुंबई के मनीष मार्केट में ज्यादातर हिंदी और कुछ अंग्रेजी फिल्मों के नकली सीडी और डीवीडी बेचे जाते है. यह अर्ध संगठित बाजार है. हैदराबाद के शेनाय ट्रेड सेंट (सीटीसीद्व) और हांगकांग बाजार में बहुत सी दुकानो में कंप्यूटर हार्डवेयर और साफ्टवेयर की बिक्री होती हैं.
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