बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी और लोक जनशक्ति पार्टी के गठबंधन के बारे में कहा कि इस गठबंधन को सिद्धांतों से कोई लेना-देना नहीं है। पटना में शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान ने यह साबित कर दिया है कि राजनीति में विचारधारा नाम की कोई चीज नहीं होती।
उन्होंने पासवान को सिद्धांतविहीन नेता बताते हुए कहा, वो परिस्थिति के साथ सिद्धांत में भी परिवर्तन कर लेते हैं। जैसी परिस्थिति, वैसा निर्णय, वैसा रास्ता। नीतीश ने पासवान पर प्रहार करते हुए कहा कि पासवान ने यह साबित कर दिया है कि उनके कार्यों पर विश्वास नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा कोई दूसरा आदमी नहीं कर सकता और ऐसा कोई दूसरा मामला भी नहीं हो सकता। उल्लेखनीय है कि अगामी लोकसभा चुनाव को लेकर गुरुवार को भाजपा और लोजपा में गठबंधन हुआ है। दोनों पार्टियों में हुए समझौते के अनुसार बिहार में लोजपा सात सीटों पर चुनाव लड़ेगी। गौरतलब है कि लोजपा पूर्व में भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा रह चुकी है।
1 टिप्पणी:
ये बात नितीश कुमार के मुंह से अच्छा नहीं लगता - आज तक किन-किन सिद्धांतो को अपना कर मुख्यमंत्री तक पहुचे ?१९८९ में अपने चमचागिरी के दम पर कृषि राज्यमंत्री उसके बाद लालू यादव का साथ मिल कर पटना में अपना अस्तित्व बनाने के लिए हेमंत शाही का ह्त्या का षड्यंत्र फिर जॉर्ज फर्नांडिस को साथ ले कर केंद्र में रह कर लालकृष्ण आडवाणी के माद्यम से बिहार में बीजेपी को मिटा कर अपने को हीरो बनाया और अब सेकुलर का दूकान लगा कर बिहार के पुरानी संस्कार को बर्बाद कर देश का विभाजनकारी तत्व को पनपना --- क्या ऐसा ही था १९७० का बिहार का समाज --- कुछ तो शर्म कर लो --- अंत राम नाम सत्य ही होगा।
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