उद्योग विरोधी माने जाने वाले दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि उनकी आम आदमी पार्टी (आप) वास्तव में घोर पूंजीवाद का विरोधी है। भारतीय उद्योग एवं वाणिज्य परिसंघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों से सोमवार को रू-ब-रू केजरीवाल ने कहा, "हम पूंजीवाद के नहीं, घोर पूंजीवाद के विरोधी हैं।" उन्होंने कहा, "संभव है कि हमने चूक की हो, हमारी नीतियां गलत हो सकती हैं, लेकिन हमारे इरादे भ्रष्ट नहीं हैं।"
यह कहते हुए कि सरकार को कारोबार नहीं चलाना चाहिए, यह काम निजी क्षेत्र पर छोड़ना ही बेहतर रहेगा, केजरीवाल ने कहा, "इस बात को परिभाषित करने का समय आ गया है कि सरकार की भूमिका क्या है।" उन्होंने कहा कि सरकार चाहे जिस स्तर की हो उसके तीन प्राथमिक दायित्व हैं-सुरक्षा मुहैया कराना, न्याय और एक भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देना।
उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य की बात है कि कोई भी पार्टी इन चीजों के बारे में बात नहीं करती, जबकि यह कारोबार के लिए सबसे जरूरी है। यह आम आदमी पार्टी है जो पहली बार सुरक्षा मुहैया कराने, न्याय दिलाने और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन मुहैया कराने के लिए सामने आई।"
यह कहते हुए कि कारोबार जगत के लोग देश के लिए धन और रोजगार सृजित करते हैं, केजरीवाल ने कहा कि इसमें तेजी लाने के लिए दो गुणी गति प्रदान करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, "मौजूदा प्रक्रिया और नियमों की समीक्षा करने की जरूरत है और उन्हें बदलने व सरलीकृत करने की दरकार है। दूसरा सक्रियता के आधार पर नीतियां तैयार की जानी चाहिए ताकि व्यापार को हतोत्साहित होने की जगह प्रोत्साहन मिल सके।"
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