छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी कांग्रेस के आलाकमान के कहने पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। उनकी कांकेर लोकसभा सीट से उम्मीदवारी की चर्चा है। इस बीच जोगी ने मंगलवार को कांकेर के अंतर्गत संजारी-बालोद विधानसभा क्षेत्र के पदमरा गांव में पूर्व मंत्री दिवंगत जालम सिंह पटेल की पुण्यतिथि के मौके पर उनकी प्रतिमा अनावरण समारोह में शामिल होकर चुनावी ताल ठोक दी है। यह कार्यक्रम राजनीतिक तो नहीं था, लेकिन इस कार्यक्रम में जोगी समर्थक छह आदिवासी विधायक शामिल हुए।
कांकेर के पदमरा गांव में जोगी ने कहा कि मेरे राजनीतिक भविष्य का हर फैसला पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी करती हैं, अगर उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए निर्देशित किया तो चुनाव लडूंगा।
इस बीच यह चर्चा जोरों पर है कि कोरबा लोकसभा सीट से केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री डा.चरणदास महंत द्वारा सीट नहीं छोड़ने और महासमुंद से कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रतिभा पांडे की दावेदारी की वजह से जोगी किसी और सीट की तलाश में थे। वहीं बिलासपुर से वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। जोगी के करीबी सूत्रों के मुताबिक उन्होंने कांकेर लोकसभा सीट को अपनी पसंद बनाई और इसी सीट से चुनाव लड़कर जोगी अपना राजनीतिक संन्यास तोड़ सकते हैं।
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है, "कौन कहां से लड़ेगा इसका फैसला अभी नहीं हुआ है, प्रत्याशियों का फैसला सोनिया जी और राहुल जी मिल कर करेंगे। उसके बाद ही साफ होगा की कौन कहां से लड़ेगा।"
कांकेर लोकसभा के तहत आठ विधानसभा क्षेत्र हैं। इसमें से छह पर कांग्रेस विधायक काबिज हैं। वहीं अंतागढ़ और सिहावा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक हैं। सूत्र बताते हैं कि जोगी इस सीट से दावेदारी कर रहे हैं और उन्होंने पार्टी हाईकमान को भी इससे अवगत करा दिया है।
इस सीट से फिलहाल भाजपा के सोहन पोटाई सांसद हैं। लेकिन पिछले दिनों नक्सली मददगार के रूप में पकड़े गए धर्मेन्द्र चोपड़ा और नीरज चोपड़ा के संबंध सांसदल पोटाई से होने के आरोप हैं। इसके बाद उनका टिकट खतरे में पड़ गया है।
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