तेलंगाना मुद्दे की भेंट चढ़ा लोकसभा में प्रश्नकाल - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 18 फ़रवरी 2014

तेलंगाना मुद्दे की भेंट चढ़ा लोकसभा में प्रश्नकाल

 तेलंगाना मुद्दे और श्रीलंका में तमिलों की स्थिति जैसे विषयों पर सदस्यों के भारी शोर-शराबे के कारण लोकसभा की कार्यवाही मंगलवार को शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।


सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन को पूर्व सदस्य भीम सिंह पटेल के निधन की जानकारी दी। सदन ने कुछ पल मौन रहकर पटेल को श्रद्धाजंलि दी। इसके बाद प्रश्नकाल शुरू होते ही केंद्रीय मंत्री डी पुरंदेश्वरी, चिरंजीवी, कपारानी किल्ली एवं कांग्रेस के कुछ सदस्य एकीकृत आंध्रप्रदेश की मांग करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। वे नारे लगा रहे थे, आंध्रप्रदेश को एकजुट रखें, हम एकीकृत आंध्रा चाहते हैं।

केंद्रीय मंत्री एमएम पल्लम राजू भी अगली कतार में आ गए थे। द्रमुक एवं अन्नाद्रमुक सदस्य श्रीलंकाई तमिलों के संरक्षण के विषय को उठाते हुए आसन के समीप आ गए। अन्नाद्रमुक सदस्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस संबंध में प्रस्ताव पारित कराने की मांग कर रहे थे।

सपा सदस्य कुछ जातियों को अनुसूचित जाति सूची में शामिल करने की मांग कर रहे थे, जबकि महाराष्ट्र के एक सदस्य अनुसूचिज जाति-जनजाति उप योजना विधेयक को पारित कराने की मांग कर रहे थे।
अध्यक्ष ने सदस्यों से शांत रहने और प्रश्नकाल चलने देने की अपील की और एक प्रश्न को भी लिया, लेकिन सदस्यों का हंगामा जारी रहा। शोर-शराबा थमता नहीं देख अध्यक्ष ने कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

कोई टिप्पणी नहीं: