एक तरफ जहां तेलंगाना को लेकर लोकसभा में अभूतपूर्व हंगामा हुआ, वहीं दिल्ली की विधानसभा में भी आज सत्र के पहले दिन हंगामा होता रहा। हालत ये है कि विधानसभा की कार्यवाही 5 बार स्थगित करनी पड़ी। उधर सरकार के लिए राहत की बात ये रही कि दिल्ली कैबिनेट ने आज स्वराज बिल पास कर दिया है और अब इसे एक-दो दिन में सदन में रखा जाएगा।
दिल्ली विधानसभा में आज सरकार ने जनलोकपाल बिल पेश करने का ऐलान किया था लेकिन अंतिम समय में उस बिल को एजेंडे से हटा लिया और कहा कि आज विधायकों को बिल की कॉपी दी जाएगी व बिल कल पेश किया जाएगा। उसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष ने कानून मंत्री सोमनाथ भारती का मसला उठाया और उनके इस्तीफे की मांग की। हंगामे के चलते कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
बाद में जब फिर कार्यवाही आरंभ हुई तो बीजेपी ने आप के बर्खास्त विधायक विनोद कुमार बिन्नी के सत्ता पक्ष के साथ बैठने पर आपत्ति जताई। बिन्नी का कहना है कि स्पीकर ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला देते हुए सरकार के व्हिप के अनुसार वोट देने को कहा है। अब स्पीकर ने सभी पार्टियों की बैठक बुलाई है ताकि अवरोध को दूर किया जा सके और सदन की बैठक सुचारू रूप से चल सके।
इसके बाद जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेस के सांसद वेल में पहुंच गए। विधायक आरिफ मोहम्मद ने स्पीकर के सामने रखे कार्यवाही के कागज फाड़कर उड़ा दिए और केजरीवाल के सामने लगे माइक को उखाड़ने की कोशिश की। हंगामे के बाद एक बार फिर सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सोमनाथ भारती की टेबल पर अदरक, चूड़ियां और लिपस्टिक तक रख दी गई। हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही कल दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
आम आदमी पार्टी सरकार ने जनलोकपाल बिल और दिल्ली स्वराज विधेयक को पारित कराने के लिए 13 से 16 फरवरी तक विधानसभा का स्पेशल सत्र बुलाया है। केजरीवाल सरकार विधानसभा सत्र का आखिरी दिन भी खुले स्थान पर करने की मांग पर अड़ी है। हालांकि, अब तक उपराज्यपाल नजीब जंग से सरकार को इसकी इजाजत नहीं मिली है। वहीं सरकार भी अभी तक यह तय नहीं कर पाई है कि सेशन कहां बुलाया जाए। इन बिलों पर सरकार को ना तो उपराज्यपाल और न ही केंद्र सरकार से अनुमति मिली है। फिलहाल इस सेशन को लेकर अटकलबाजियों का दौर जारी है।
सदन की कार्यवाही न चल पाने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस आम आदमी पार्टी को नहीं बल्कि बीजेपी को सपोर्ट कर रही है। दिल्ली में दोनों मिलकर भ्रष्टाचार कर रही थीं। दोनों को ठेके मिलते थे, दोनों की सरकार थी और सांठगांठ है। आज दोनों एक हुए क्योंकि अंबानी के खिलाफ FIR हुई है, इससे दोनों परेशान हैं। केजरीवाल ने बताया कि बीजेपी-कांग्रेस ने एक होकर आज सदन में प्रस्ताव पारित किया और स्पीकर की शक्तियां सस्पेंड कर दी। इसी से बीजेपी-कांग्रेस की मिलीभगत का खुलासा हो जाता है। दूसरी ओर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि दिल्ली में नॉर्थ ईस्ट के छात्रों पर नस्लीय हमले हुए। पूरा सदन चाहता था कि इसपर चर्चा हो लेकिन केजरीवाल सरकार सदन को स्कूल की तरह चलाना चाहती है।
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