ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता मशहूर साहित्यकार अमरकांत का सोमवार को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में निधन हो गया। वह पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। वह 89 वर्ष के थे। अमरकांत ने आज पूर्वाह्न् इलाहाबाद के अशोक नगर स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। अमरकात का जन्म 14 जुलाई 1925 को बलिया जिले के नगरा गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बलिया से ली फिर वे इलाहाबाद आ गए।
1947 में उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिन्दी में एमए किया। अमरकांत ने मनोरमा सहित कई पत्रिकाओं का संपादन किया। अमरकांत का सबसे चर्चित उपन्यास 'इन्ही हथियारों से' है। भारत छोड़ो आंदोलन की पृष्ठभूमि पर लिखे उनके इस उपन्यास के लिए 2007 में उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया था। अमरकांत को साल 2009 के लिए साहित्यकार श्रीलाल शुक्ला के साथ संयुक्त रूप से ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया गया था।
1 टिप्पणी:
Very sad news. I have read his novel and some stories. he was a great writer.
shradhanjali.
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