गठबंधन के साझीदार नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी-एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी (सीपीएन-यूएमएल) को गृह मंत्रालय आवंटित करने पर उपजे विवाद से उबरने के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला ने मंगलवार को अपनी दो सप्ताह पुरानी दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का विस्तार किया। मंत्रिमंडल में 18 और मंत्रियों को शामिल किया गया है।
राष्ट्रपति कार्यालय में राष्ट्रपति रामबरन यादव की उपस्थिति में कोइराला ने राज्य स्तर के एक मंत्री सहित नव नियुक्त मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। विभाग को लेकर दो सप्ताह तक चली तनातनी के कारण मंत्रिमंडल विस्तार में गतिरोध पैदा हो गया था। सोमवार को कोइराला की नेपाली कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल के बीच 10-10 मंत्री शामिल किए जाने पर सहमति बनी। प्रधानमंत्री ने गृह विभाग सीपीएन-यूएमएल को दिए जाने पर भी सहमति जताई।
कोइराला से शपथ लेने वालों में उपप्रधानमंत्री के रूप में दो नेता नेपाली कांग्रेस के प्रकाश मान सिंह और सीपीएन-यूएमएल के बाम देव गौतम शामिल हैं। मंत्रियों के शपथ ग्रहण के समय राष्ट्रपति के अलावा उपराष्ट्रपति परमानंद झा, राजनीतिक दलों के नेता, गणमान्य लोग और सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
करीब एक पखवारे तक सत्ताधारी गठबंधन के दोनों घटकों के बीच गृह मंत्रालय को लेकर विवाद बना रहा। रविवार को कोईराला ने अपने अड़ियल रुख में नरमी लाते हुए गृह मंत्रालय साझीदार सीपीएन-यूएमएल को देने पर राजी हो गए जिसके बाद बात बनी।
दोनों पक्षों में विवाद शांत होने के बाद नेपाल कांग्रेस और सीपीएन-यूएमएल मंगलवार को अपने-अपने मंत्रियों के नाम और उन्हें आवंटित किए जाने वाले विभागों की सूची के साथ सामने आए। जहां मंत्रिमंडल में नेपाली कांग्रेस ने अधिकांशत: बुजुर्गो को जगह दी है, वहीं सीपीएन-यूएमएल ने नए चेहरे पेश किए हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें