बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को सूरत के चर्चित व्यवसायी हनीफ हिंगोरा के पुत्र सोहैल हिंगोरा के अपहरण के मामले में किसी भी राजनीति व्यक्ति की संलिप्तता होने से इंकार किया। बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति पर बिहार विधानसभा में चर्चा के बाद सरकार की ओर से जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सोहैल हिंगोरा अपहरण मामले की जांच अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) द्वारा की जा रही है और उसकी जांच में अब तक जनता दल (युनाइटेड) के किसी नेता की ही नहीं बल्कि किसी भी राजनीतिक दल के नेता के नाम सामने नहीं आए हैं।
कपड़ा व्यवसायी सोहैल का अपहरण पिछले वर्ष 29 अक्टूबर को दमन के धरमपुर गांव के पास से कर लिया गया था। इसके बाद उसकी रिहाई कथित तौर पर 25 करोड़ की फिरौती देने के बाद बिहार के छपरा से 30 नवंबर को हुआ था। सोहैल के पिता ने बिहार में जद (यू) के एक नेता और कुछ पुलिस अधिकारी पर इस गिरोह में शामिल होने का आरोप लगाया था। इस मामले में अब तक आधार दर्जन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव ने सोहैल अपहरण कांड के मामले में एक जद (यू) नेता के शामिल होने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट करते हुए कहा कि सीआईडी की रिपोर्ट में किसी नेता का जिक्र नहीं है अगर किसी को नेता का नाम मालूम है तो सबूतों के साथ सामने आना चाहिए।
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