गरीब के द्वार आवेदन पत्र लेने पहुंचा प्रशासन
- बीपीएल तथा पेंशन के लिए हर ग्राम पंचायत में लगे शिविर
- पन्ना जिले की अनूठी पहल संभाग भर में होगी लागू-कमिश्नर
पन्ना 26 फरवरी 14/पन्ना जिले में प्रशासन की अनूठी पहल के रूप में प्रत्येक ग्राम पंचायत में आमजनता से एक ही दिन में बीपीएल एवं सामाजिक सुरक्षा पेंशन के आवेदन पत्र किए गए। सभी ग्राम पंचायतों के साथ सभी नगरीय निकायों में आयोजित इन शिविरों में बीपीएल तथा पेंशन के आवेदन पत्र प्राप्त कर इनका मौके पर निराकरण किया गया। इसके साथ-साथ जन समस्याओं से जुडे अन्य आवेदन पत्र भी प्राप्त किए गए। इन शिविरों के साथ स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कर सभी गर्भवती माताओं बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करके उन्हें निःशुल्क दवाएं प्रदान की गई। सागर संभाग के कमिश्नर आर.के. माथुर, कलेक्टर आर.के. मिश्रा, पुलिस अधीक्षक आर.के. जैन, एडीएम चन्द्रशेखर बालिम्बे तथा जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती भावना बालिम्बे ने जिलेभर में आयोजित इन शिविरों में भाग लिया। अमानगंज नगर पंचायत में आयोजित शिविर में विधायक गुनौर श्री महेन्द्र बागरी ने कहा कि आमजनता को मौके पर लाभान्वित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा नई पहल की गई है। इससे गरीबों को बीपीएल सूची में नाम शामिल कराने तथा पेंशन योजनाओं से लाभान्वित होने का मौका मिला है। सिमरिया, मोहन्द्रा, पवई तथा अमानगंज में विभिन्न शिविरों में भाग लेने के बाद कमिश्नर श्री माथुर ने कहा कि बीपीएल एवं पेंशन के लिए सर्वाधिक आवेदन पत्र प्राप्त होते हैं। पन्ना जिले में कलेक्टर श्री मिश्रा की पहल पर यह अनूठा अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत एक ही दिन में आवेदन पत्र प्राप्त कर उनका निराकरण किया जा रहा है। इन शिविरों में प्राप्त आवेदन पत्रों के निराकरण के लिए सात दिन की समय सीमा निर्धारित की गई है। पन्ना जिले की इस पहल को सागर संभाग के अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा। जिलेभर में आयोजित इन शिविरों में हजारों की संख्या में आवेदन पत्र प्राप्त हुए। इनके साथ आयोजित स्वास्थ्य शिविर में 1225 गर्भवती माताओं के स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया। सिमरिया में आयोजित शिविर में कमिश्नर श्री माथुर ने भी आशा कार्यकर्ता श्रीमती लीलावती से ब्लड पे्रशर की जांच कराई। शिविरों के संबंध में कलेक्टर श्री मिश्रा ने बताया कि इन्हें सफल बनाने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। विधान सभा चुनाव में सेक्टर आफीसर के रूप में तैनात जिला अधिकारियों को भी प्रत्येक सेक्टर में शिविरों को सफल बनाने के लिए तैनात किया गया है। इन सभी शिविरों में प्राप्त आवेदन पत्रों को संकलित करके कम्प्यूटर मंे दर्ज किया जाएगा। इनका परीक्षण करके एक सप्ताह मंे निराकरण किया जाएगा। पात्र हितग्राही को योजना से लाभान्वित किया जाएगा। अपात्र हितग्राही को भी इसकी सूचना दी जाएगी। कलेक्टर ने बताया कि इन शिविरों के साथ आयोजित स्वास्थ्य शिविरों में 1225 गर्भवती माताओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। अगले माह पुनः सभी ग्रामों में शिविर लगाकर शेष गर्भवती माताओं के भी स्वास्थ्य की जांच की जाएगी। लगातार प्रयास करके शिशु मृत्युदर एवं मातृ मृत्युदर पर प्रभावी नियंत्रण हो सकेगा। इन शिविरों को सफल बनाने में सभी एसडीएम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एल.के. तिवारी तथा जिला एवं जनपद स्तर के अधिकारियों ने लगातार अभियान की मानीटरिंग की। एक ही दिन में हजारों हितग्राहियों को लाभान्वित करने का यह अनूठा प्रयास है।
स्वास्थ्य शिविर में हुआ 2231 का उपचार
- जिलेभर में लगे स्वास्थ्य शिविरों में हुआ 1225 गर्भवती माताओं की जांच
पन्ना 26 फरवरी 14/प्रशासन द्वारा आमजनता से बीपीएल तथा पेंशन के आवेदन पत्र प्राप्त करने के लिए 26 फरवरी को जिलेभर में शिविर लगाए गए। सभी ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों में आयोजित इन शिविरों के साथ स्वास्थ्य शिविर भी आयोजित किए गए। इन शिविरों में 2231 हितग्राहियों की जांच और उपचार किया गया। इन शिविरों में 1225 गर्भवती माताओं का स्वास्थ्य परीक्षण करके उन्हें आयरन की गोलियां प्रदान की गई। सिमरिया, मोहन्द्रा, पवई तथा अमानगंज के शिविरों में सागर संभाग के कमिश्नर आर.के. माथुर, कलेक्टर आर.के. मिश्रा, पुलिस अधीक्षक आर.के. जैन ने भी भाग लिया। कमिश्नर श्री माथुर ने सिमरिया शिविर में आशा कार्यकर्ता से रक्तचाप की जांच कराई। उन्होंने ग्राम आरोग्य केन्द्र में दी जा रही सुविधाओं तथा गर्भवती माताओं की स्वास्थ्य रक्षा की जानकारी ली। कमिश्नर श्री माथुर ने कहा कि प्रत्येक गर्भवती माता का अनिवार्य रूप से पंजीयन कराएं। उनके खून की जांच कराकर एचबी. कम होने पर नियमित रूप से आयरन की गोलियां दें। गर्भवती माताएं खाना खाने के बीच में ही आयरन की गोलियां खाएं। गर्भवस्था के दौरान स्वास्थ्य की नियमित जांच कराएं। प्रसव के लिए जननी एक्सप्रेस तथा 108 संजीवनी के माध्यम से अस्पतालों में पहुंचे। कलेक्टर श्री मिश्रा ने शिविर में महिलाओं को स्वास्थ्य रक्षा के संबंध में कहा कि खून की कमी की दशा में प्रसव होने पर माता और शिशु दोनों को खतरा रहता है। गर्भवस्था में अच्छा और पौषक भोजन करें। आयरन की गोली का नियमित सेवन करें। माता के स्वस्थ रहने पर शिशु भी स्वस्थ होगा। शिविरों के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एल.के. तिवारी ने बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में आयोजित शिविरों में 7 ग्राम से कम एचबी वाली 188 महिलाओं तथा 7 ग्राम से अधिक एचबी पाली 1037 महिलाओं को दवाई दी गई। शिविरों में 1225 गर्भवती माताआंे को 200 आईएफए टेबलेट प्रदान की गई। इन शिविरों के बाद प्रत्येक ग्राम में शिविर लगाकर शत-प्रतिशत गर्भवती माताओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।
अवैध कोयला परिवहन पर दो ट्रकों में 20 लाख का जुर्माना
पन्ना 26 फरवरी 14/खनिज पदार्थो के अवैध परिवहन पर नियंत्रण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत खनिज एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों द्वारा दो ट्रक कोयले का अवैध परिवहन करते हुए पकडे गए। इस संबंध में जिला खनिज अधिकारी के.पी. दिनकर ने बताया कि ट्रक क्रमांक पीबी-13ए/एफ-9365 चालक निरंजन सिंह तथा ट्रक क्रमांक पीबी-13ए/एफ-9377 चालक गोवर्धन सिंह को जप्त किया गया। इन्हें अवैध खनन परिवहन तथा भण्डारण निवारण नियम 2006 के तहत प्रकरण दर्ज कर नोटिस दिया गया। दोनों वाहनों पर कलेक्टर आर.के. मिश्रा द्वारा जुर्माना लगाया गया। निरंजन सिंह चालक ट्रक क्रमांक पीबी-13ए/एफ-9365 पर 19 लाख 98 हजार 900 रूपये तथा गोवर्धन सिंह चालक ट्रक क्रमांक पीबी-13ए/एफ-9377 पर 12 लाख 5 हजार 600 रूपये का जुर्माना लगाया गया है।
स्टाप डेम निर्माण के लिए राशि जारी
पन्ना 26 फरवरी 14/बुन्देलखण्ड विशेष पैकेज योजना के तहत जनपद पंचायत पवई में दो तथा जनपद पंचायत शाहनगर में 7 स्टाप डेमों के निर्माण के लिए 4 करोड 63 लाख 81 हजार रूपये की राशि जारी की गई है। इस संबंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती भावना बालिम्बे ने बताया कि जनपद पंचायत पवई की ग्राम पंचायत बडखेराकला के चांदनपुर में स्टाप डेम निर्माण के लिए 99 लाख 22 हजार रूपये, ग्राम पंचायत महोड के छोटी महोड में स्टाप डेम निर्माण के लिए 97 लाख 84 हजार रूपये की स्वीकृति दी गई है। जनपद पंचायत शाहनगर की ग्राम पंचायत बीरमपुरा के बाघिन नदी बीरमपुरा में स्टाप डेम निर्माण के लिए 35 लाख 43 हजार रूपये, ग्राम पंचायत पुरैना के केन नदी पुरैना में स्टाप डेम निर्माण के लिए 45 लाख 16 हजार रूपये, ग्राम पंचायत खमतरा के पहरूआ घाट केन नदी में स्टाप डेम निर्माण के लिए 43 लाख 60 हजार रूपये, ग्राम पंचायत महगंवा छक्का के उमेही नदी महगवां छक्का में स्टाप डेम निर्माण के लिए 28 लाख 73 हजार रूपये, ग्राम पंचायत रमगढा केन नदी शिवघाट में स्टाप डेम निर्माण के लिए 37 लाख 28 हजार रूपये, ग्राम पंचायत पिपरिया खुर्द के गाडीघाट बसाटा नाला में स्टाप डेम निर्माण के लिए 29 लाख रूपये तथा ग्राम पंचायत महेबा के पतने नदी चकराघाट महेबा में स्टाप डेम निर्माण के लिए 47 लाख 55 हजार रूपये की स्वीकृति दी गई है। यह राशि ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग पन्ना को जारी की गई है।
मुख्यमंत्री कारीगर स्वरोजगार अन्तर्गत मिलेगा 5 लाख तक का ऋण
पन्ना 26 फरवरी 14/प्रबंधक खादी ग्रामोद्योग बोर्ड जिला पंचायत एस.सी. जैन ने जानकारी दी है कि मुख्यमंत्री कारीगर स्वरोजगार योजनान्तर्गत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले सभी वर्ग के ऐसे कारीगरों एवं शिल्पियों को जो मध्य प्रदेश के मूल निवासी हो, जिनकी आयु 18 से 45 वर्ष के बीच हो, जिसने पूर्व में किसी अन्य हितग्राहीमूलक योजना का लाभ प्राप्त नही किया हो एवं किसी बैंक अथवा संस्था का कालातीत ऋणी न हो। अपना स्वयं का रोजगार स्थापित करने हेतु 5 लाख रूपये तक का ऋण बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। यह योजना मध्य प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही है। इच्छुक कारीगर/शिल्पी जो स्वयं का कोई ग्रामोद्योग स्थापित करना चाहते हो वे प्रबंधक खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, जिला पंचायत कार्यालय पन्ना से कार्यालयीन समय में आवेदन प्राप्त कर जमा कर सकते हैं। आवेदक को अधिकतम 5 लाख तक के ऋण की पात्रता होगी। जिसमें कुल परियोजना लागत का 50 प्रतिशत अथवा अधिकतम 25 हजार तक जो भी कम हो अनुदान की पात्रता होगी। साथ ही शेष बैंक ऋण राशि पर 5 प्रतिशत की दर से ब्याज अनुदान 5 वर्ष तक अधिकतम राशि 24 हजार रूपये प्रतिवर्ष देय होगी। किसी भी प्रकार का ग्रामोद्योग अथवा सेवा उद्योग लोहारगीरी, बढाईगीरी, कुम्हारी, बांस वर्तन निर्माण, साईकिल मरम्मत, मोटर वाईडिंग, रेडियो टी.व्ही. मरम्मत, डीजल इंजन मरम्मत, आभूषण निर्माण, फर्नीचर निर्माण, अगरबत्ती निर्माण, दोना पत्तल निर्माण, पापड/अचार निर्माण, मिष्ठान भण्डार, चाय दुकान, जूता-चप्पत निर्माण/ मरम्मत, नाई, सैलून, लाॅड्री, सिलाई, ब्यूटी पार्लर, झाडू निर्माण आदि अनेक प्रकार के ग्रामोद्योग की स्थापना हेतु ऋण उपलब्ध कराया जावेगा।
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