पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का संस्थापक अजहर मसूद लोकसभा चुनाव के दौरान चुनावी रैलियों में आत्मघाती हमले की साजिश रच रहा है. खुफिया एजेंसियों ने यह चेतावनी दी है. अजहर मसूद उन तीन आतंकियों में शामिल था जिन्होंने इंडियन एयरलाइंस के प्लेन को हाईजेक किया था. बंधकों को छुड़ाने के लिए भारत ने अजहर मसूद को रिहा कर दिया था. जैश ए मोहम्मद 2001 के संसद पर हमले के लिए जिम्मेदार है. खुफिया एजेंसियों ने अजहर मसूद की गतिविधियों को ट्रेक करने के बाद अलर्ट जारी किया है कि जैश ए मोहम्मद के आतंकी प्लेन को हाईजेक भी कर सकते है. इसके लिए बकायदा आतंकियों को पाकिस्तान स्थित बहावलपुर में ट्रेनिंग दी गई है.
हाल के हफ्तों में इस तरह के दो अलर्ट जारी किए गए हैं. अलर्ट में कहा गया है कि छोटे एयरफील्ड आतंकियों के निशाने पर हैं. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक अजहर मसूद ने पाक अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में हुई रैली में कहा था कि उसने आत्मघाती हमलावरों की सेना बनाई है जो भारत में हमलों के लिए तैयार है. उसने कहा था कि अब भारत के खिलाफ जिहाद का वक्त आ गया है. रैली में 313 फिदायीन भी शामिल हुए थे. कहा गया कि बुलावे पर 3 हजार फिदायीन भी आ सकते हैं.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक अजहर मसूद का उभरना पाकिस्तान की भारत में लोकसभा चुनाव के दौरान अस्थिरता पैदा करने की साजिश का हिस्सा है,ताकि वह कश्मीर पर दबाव बना सके और दुनिया का ध्यान इस ओर खींच सके. अजहर मसूद को 1994 में कश्मीर से उस वक्त गिरफ्तार किया गया था जब वह पुतर्गाल के फर्जी पासपोर्ट पर यात्रा कर रहा था. जिस एक अन्य आतंकी को रिहा किया गया था वह ब्रिटिश मूल का उमर शेख शामिल है. उमर शेख अजहर मसूद का करीबी है. उसे 2002 में वॉल स्ट्रीट जनरल के पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या को दोषी करार दिया गया था और फांसी की सजा सुनाई गई थी. शेख ने हाल ही में कराची की जेल में आत्महत्या की कोशिश की थी.
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